मियामी,11 अक्टूबर (युआईटीवी)- अर्जेंटीना ने शुक्रवार को मियामी के हार्ड रॉक स्टेडियम में खेले गए अंतर्राष्ट्रीय मैत्री मैच में वेनेजुएला को 1-0 से हराकर अपने प्रशंसकों को खुश कर दिया। इस मुकाबले में टीम की जीत का हीरो बने गियोवानी लो सेल्सो,जिन्होंने पहले हाफ में शानदार गोल दागकर अर्जेंटीना को बढ़त दिलाई। हालाँकि,इस मैच में लियोनेल मेसी मांसपेशियों में जकड़न के कारण खेल में नहीं उतरे,लेकिन उनकी टीम का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने स्टैंड से अपने साथियों को उत्साहित करते हुए टीम की मदद की।
मैच की शुरुआत से ही अर्जेंटीना ने आक्रामक रुख अपनाया। जूलियन अल्वारेज और लौटारो मार्टिनेज के नेतृत्व में अर्जेंटीना का आक्रमण लगातार वेनेजुएला की डिफेंस पर दबाव डालता रहा। इस दौरान फुलबैक नाहुएल मोलिना ने दाहिने छोर पर अपनी ऊर्जा और तेजी से फैंस को प्रभावित किया। हालाँकि,निर्णायक क्षण 31वें मिनट में आया,जब अल्वारेज और मार्टिनेज ने बॉक्स के पास बेहतरीन तालमेल दिखाया। इस शानदार संयोजन ने वेनेजुएला के डिफेंडर्स को अपनी पोजीशन से बाहर खींचा और फिर लो सेल्सो को पास दिया।
लो सेल्सो ने बाएँ पैर से सटीक शॉट लगाकर गोलकीपर जोस कॉन्ट्रेरास को चकमा देते हुए नेट में गेंद भेजी। इस गोल के साथ अर्जेंटीना ने 1-0 की बढ़त हासिल की। लो सेल्सो का यह गोल टीम के लिए निर्णायक साबित हुआ और करीब 15,000 दर्शकों के सामने अर्जेंटीना को जीत दिलाई। इस गोल ने टीम को आत्मविश्वास के साथ खेल जारी रखने का अवसर दिया और मेसी की गैरमौजूदगी के बावजूद टीम में संतुलन बना रहा।
पहले हाफ में अर्जेंटीना ने गेंद पर नियंत्रण बनाए रखा और अपने तेज ट्रांजिशन और छोटे पासों के जरिए खेल की रफ्तार नियंत्रित की। वेनेजुएला अपनी तरफ से कोई बड़ा खतरा पैदा नहीं कर सकी। उनके कुछ दूरी से किए गए प्रयास भी गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज ने आसानी से सँभाल लिए। अर्जेंटीना ने दूसरे हाफ में अपने गोल की संख्या में कोई इजाफा नहीं किया,लेकिन टीम ने अपनी डिफेंसिव मजबूती और मैच पर नियंत्रण बनाए रखा।
मैत्रीपूर्ण मैच होने के बावजूद यह मुकाबला अर्जेंटीना के लिए टीम के युवाओं और नई रणनीतियों को परखने का अवसर था। अंतिम चरणों में एलेजांद्रो गार्नाचो और एंजो फर्नांडीज जैसे युवा खिलाड़ियों की मौजूदगी ने टीम में जोश और ऊर्जा बढ़ाई। यह युवा खिलाड़ी भविष्य के महत्वपूर्ण मैचों में टीम के लिए विकल्प साबित हो सकते हैं।
मैच के दौरान लियोनेल मेसी की गैरमौजूदगी साफ दिखाई दी। उनके अनुभव और तकनीकी कौशल की कमी को अल्वारेज,मार्टिनेज और लो सेल्सो ने पूरी तरह से कवर किया। टीम के खिलाड़ियों ने सामूहिक मेहनत,समझदारी और आक्रामक खेल दिखाकर मेसी की अनुपस्थिति को महसूस नहीं होने दिया। स्टैंड से मेसी की मौजूदगी और उत्साहवर्धन ने भी खिलाड़ियों को मानसिक मजबूती दी।
अर्जेंटीना के कोच लियोनेल स्कालोनी ने मैच के दौरान अपनी टीम के संतुलन और खेल की गुणवत्ता पर जोर दिया। उन्होंने खेल की रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए मिडफील्ड और डिफेंस के संयोजन पर ध्यान केंद्रित किया। यह रणनीति सफल रही और टीम ने मैच में दबदबा बनाए रखा।
वेनेजुएला की टीम ने हार के बावजूद संघर्ष किया,लेकिन उनके हमले अप्रभावी रहे। उन्हें अर्जेंटीना की मजबूत डिफेंस और उत्कृष्ट गोलकीपिंग के सामने सफलता नहीं मिली। मैच के दौरान वेनेजुएला के खिलाड़ी कई बार मौके बनाने में नाकाम रहे और अर्जेंटीना ने पूरे खेल में अपनी ताकत दिखाई।
इस मैत्रीपूर्ण मैच का महत्व केवल जीत तक सीमित नहीं था। यह मुकाबला आगामी व्यस्त अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर से पहले टीम को परखने और खिलाड़ियों की फॉर्म देखने का अवसर था। टीम के लिए यह मौका नए संयोजनों,रणनीतियों और युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन का आंकलन करने का भी अवसर रहा।
अर्जेंटीना की जीत इस बात का संकेत है कि टीम मेसी की गैरमौजूदगी में भी संगठित और मजबूत प्रदर्शन कर सकती है। लो सेल्सो का गोल,अल्वारेज और मार्टिनेज का तालमेल और मोलिना की ऊर्जा ने मिलकर टीम की जीत सुनिश्चित की। इस जीत से अर्जेंटीना को आगामी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के लिए आत्मविश्वास और मजबूती भी मिली है।
अर्जेंटीना ने अपने अनुभव,युवा खिलाड़ियों की ऊर्जा और सामूहिक खेल के दम पर वेनेजुएला को 1-0 से हराया। यह मैच न केवल टीम की ताकत और गहराई को दर्शाता है,बल्कि मेसी की गैरमौजूदगी में भी टीम की क्षमता को साबित करता है। आगामी मुकाबलों में अर्जेंटीना इस सामूहिक ताकत के साथ ही सफलता की ओर अग्रसर होगी।
