प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@ashishsood_bjp)

स्वतंत्रता दिवस पर दुनिया से उमड़ा शुभकामनाओं का सैलाब,पीएम मोदी ने विश्व नेताओं को दिया धन्यवाद जताया आभार

नई दिल्ली,16 अगस्त (युआईटीवी)- देशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लाल किले से लेकर गाँव-गाँव तक तिरंगा फहराया गया और लोगों ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया। इस अवसर पर न केवल देशवासियों ने बल्कि दुनिया के कई देशों के नेताओं ने भी भारत और भारतीय जनता को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन शुभकामनाओं का आभार जताते हुए कहा कि भारत अपनी वैश्विक साझेदारियों को महत्व देता है और उन्हें और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि भारत फ्रांस के साथ अपनी “रणनीतिक साझेदारी” को बेहद महत्व देता है और आने वाले वर्षों में इसे और गहराई तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “राष्ट्रपति मैक्रों,भारत के स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएँ देने के लिए आपका धन्यवाद। हम फ्रांस के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को महत्व देते हैं और अपने नागरिकों के हित में इसे और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” प्रधानमंत्री मोदी का यह जवाब राष्ट्रपति मैक्रों की शुभकामनाओं के प्रत्युत्तर में आया। मैक्रों ने भारत के लोगों को 79वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दीं और इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा को याद किया। उन्होंने लिखा, “भारत के लोगों को 79वें स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ! मुझे इस साल की शुरुआत में अपने मित्र,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस में स्वागत करने की यादें ताजा हैं। मैं आगे भी भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा होते देखने की उम्मीद करता हूँ।”

प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि माले भारत का “मूल्यवान पड़ोसी” है और दोनों देश शांति,प्रगति और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण के साझेदार हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “राष्ट्रपति मुइज्जू,आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मालदीव हमारे लिए एक मूल्यवान पड़ोसी और करीबी साझेदार है,जो हमारे और पूरे क्षेत्र की शांति,प्रगति और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण में भागीदार है।” यह संदेश भारत-मालदीव रिश्तों के संदर्भ में विशेष महत्व रखता है,क्योंकि पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक मामलों को लेकर कुछ मतभेद भी सामने आए हैं। मोदी के इस संदेश ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत मालदीव को अपने पड़ोसी के रूप में महत्व देता है और आपसी सहयोग को आगे बढ़ाना चाहता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे का भी आभार जताया। उन्होंने लिखा कि भारत और भूटान के बीच दोस्ती का रिश्ता लगातार मजबूत हो रहा है और यह आने वाले समय में और गहरा होगा। प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे की शुभकामनाओं के जवाब में आया,जिसमें उन्होंने लिखा था, “भारत को 79वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। हम दोनों देशों की दोस्ती का जश्न मनाते हैं और शांति,समृद्धि और प्रगति की कामना करते हैं।” भारत और भूटान के रिश्ते ऐतिहासिक,सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस रिश्ते की मजबूती का एक बार फिर उल्लेख किया गया।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन रामगुलाम ने भी भारत को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि मॉरीशस स्वतंत्रता,लोकतंत्र और एकता जैसे मूल्यों का सम्मान करता है,जिन्हें भारत ने 1947 से अब तक साहस और दृढ़ता के साथ बनाए रखा है। रामगुलाम ने यह भी कहा कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जुड़ाव पर आधारित हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके इस संदेश के लिए धन्यवाद देते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री डॉ. नवीन रामगुलाम,स्वतंत्रता दिवस पर आपकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए मैं दिल से आभारी हूँ। मॉरीशस हमारे लोगों की प्रगति,समृद्धि और उज्ज्वल भविष्य के लिए किए जा रहे साझा प्रयासों में भारत का एक रणनीतिक और भरोसेमंद साझेदार बना रहेगा।” यह संदेश भारत और मॉरीशस के बीच के घनिष्ठ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों को भी रेखांकित करता है।

स्वतंत्रता दिवस पर दुनिया से मिली इन शुभकामनाओं ने इस तथ्य को एक बार फिर सामने रखा कि भारत आज वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल शुभकामनाओं का जवाब दिया,बल्कि हर संदेश में यह संकेत भी दिया कि भारत अपनी साझेदारियों को और अधिक सशक्त बनाने का इच्छुक है। चाहे वह फ्रांस जैसे यूरोपीय रणनीतिक साझेदार हों,मालदीव और भूटान जैसे पड़ोसी मित्र देश हों या मॉरीशस जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से जुड़े राष्ट्र हों। भारत का संदेश स्पष्ट है कि उसका दृष्टिकोण सहयोग,शांति और साझा समृद्धि पर आधारित है।

विशेषज्ञों का मानना है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए ये संदेश भारत की कूटनीतिक प्राथमिकताओं को भी रेखांकित करते हैं। फ्रांस के साथ रक्षा और तकनीकी सहयोग,मालदीव और भूटान के साथ क्षेत्रीय स्थिरता और सांस्कृतिक जुड़ाव तथा मॉरीशस के साथ ऐतिहासिक बंधन,ये सभी भारत की विदेश नीति के प्रमुख स्तंभ हैं। मोदी के जवाबों से यह भी साफ है कि भारत अपने मित्र देशों के साथ रिश्तों को न केवल औपचारिक रूप से निभाना चाहता है,बल्कि उन्हें नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के साधन के रूप में देखता है।

79वें स्वतंत्रता दिवस पर मिली इस वैश्विक प्रतिक्रिया से यह भी साबित होता है कि भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि लगातार सशक्त हो रही है। दुनिया आज भारत को न केवल एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति के रूप में देख रही है,बल्कि एक जिम्मेदार वैश्विक भागीदार के रूप में भी मान्यता दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी के आभार संदेशों ने इस धारणा को और मजबूत किया है कि भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर शांति,प्रगति और समृद्धि के साझा लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है।