अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@sengarlive)

भारत-अमेरिका रिश्तों में नई गर्माहट: राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर शुरू की व्यापार वार्ता,पीएम मोदी को बताया ‘अच्छा दोस्त’

वाशिंगटन,10 सितंबर (युआईटीवी)- भारत और अमेरिका के रिश्तों में हाल के दिनों में आए तनाव को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि उनके प्रशासन ने भारत के साथ व्यापार वार्ता दोबारा शुरू कर दी है। ट्रंप ने मंगलवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि भारत और अमेरिका दोनों देश व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं और इस दिशा में वार्ता लगातार जारी है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना “बहुत अच्छा दोस्त” बताते हुए कहा कि वह आने वाले हफ्तों में उनसे बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि दोनों महान देशों के बीच चल रही यह प्रक्रिया एक सफल नतीजे तक जरूर पहुँचेगी। ट्रंप ने लिखा, “मुझे विश्वास है कि भारत और अमेरिका के बीच किसी भी मुद्दे का हल ढूँढना कठिन नहीं होगा,क्योंकि हमारे रिश्ते भरोसे और आपसी सम्मान पर टिके हुए हैं।”

यह बयान उस समय आया है,जब हाल ही में अमेरिका की ओर से भारत के प्रति नरमी के संकेत मिले हैं। पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा था कि वह हमेशा प्रधानमंत्री मोदी के दोस्त रहेंगे और उन्हें एक “महान प्रधानमंत्री” मानते हैं। ट्रंप ने भारत-अमेरिका संबंधों को “विशेष संबंध” बताते हुए यह भी कहा था कि इसमें चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है।

ट्रंप की इन टिप्पणियों के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी थी। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और उनके द्वारा भारत-अमेरिका संबंधों के सकारात्मक आकलन की सराहना करते हैं और उसका पूरा समर्थन करते हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक बेहद सकारात्मक,दूरदर्शी,व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी मौजूद है,जो आने वाले समय में और गहरी होगी।

दरअसल, 27 अगस्त को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। यह कदम उस समय उठाया गया,जब भारत ने यूक्रेन संघर्ष के बीच रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखी। अमेरिका ने पहले ही भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था,जिसे बढ़ाकर ट्रंप प्रशासन ने दोगुना कर दिया। इस फैसले से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया था और इसे लेकर दोनों देशों में नाराजगी साफ देखी गई थी।

हालाँकि,अब संकेत मिल रहे हैं कि वॉशिंगटन और नई दिल्ली दोनों ही इस तनाव को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने के इच्छुक हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और भारत के बीच रिश्ते केवल व्यापार तक सीमित नहीं हैं,बल्कि यह वैश्विक रणनीतिक सहयोग,तकनीकी साझेदारी,रक्षा समझौते और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक संतुलन से भी जुड़े हुए हैं। ऐसे में दोनों देशों के लिए आपसी टकराव की स्थिति लंबे समय तक टिकाऊ नहीं हो सकती।

राष्ट्रपति ट्रंप की नई पहल को लेकर राजनीतिक हलकों में इसे सकारात्मक कदम माना जा रहा है। उनका यह रुख इस ओर इशारा करता है कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को किसी भी तरह से कमजोर नहीं करना चाहता। दूसरी ओर,प्रधानमंत्री मोदी का भी यह प्रयास रहा है कि भारत अपने सामरिक हितों को सुरक्षित रखते हुए अमेरिका सहित सभी प्रमुख देशों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखे।

भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़े हैं। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन चुका है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार का आँकड़ा 200 अरब डॉलर से ज्यादा तक पहुँच चुका है। ऐसे में टैरिफ विवाद से दोनों देशों के कारोबारी हित प्रभावित होने की आशंका थी। इसीलिए ट्रंप प्रशासन द्वारा वार्ता की शुरुआत करना दोनों देशों के लिए राहत की खबर मानी जा रही है।

राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के हालिया बयानों से यह साफ हो गया है कि भारत-अमेरिका रिश्तों में फिर से नई गर्माहट आ रही है। हालाँकि,टैरिफ का मुद्दा अभी भी पूरी तरह सुलझा नहीं है,लेकिन संवाद और सहयोग की दिशा में दोनों देशों का यह कदम सकारात्मक है। आने वाले हफ्तों में दोनों नेताओं के बीच संभावित बातचीत और वार्ता के नतीजे इस रिश्ते के भविष्य को तय करेंगे।