शुभमन गिल (तस्वीर क्रेडिट@UPRishabhShukla)

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज: शुभमन गिल का कप्तानी शतक,भारत ने दूसरे टेस्ट में पहले दिन मजबूत स्थिति बनाई

नई दिल्ली,3 जुलाई (युआईटीवी)- भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर बुधवार से शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय टीम ने कप्तान शुभमन गिल की शानदार शतकीय पारी के दम पर 5 विकेट खोकर 310 रन बना लिए। यह पारी न केवल भारत की स्थिति को मजबूत बनाने वाली साबित हुई,बल्कि व्यक्तिगत रूप से शुभमन गिल के लिए भी बेहद खास रही क्योंकि यह इंग्लैंड दौरे पर उनका लगातार दूसरा टेस्ट शतक है।

शुभमन गिल इस समय ग़ज़ब की फॉर्म में हैं। लीड्स में 147 रन की शानदार पारी खेलने के बाद अब बर्मिंघम में उन्होंने बतौर कप्तान एक और शतक जड़ दिया। वह 114 रन बनाकर नाबाद लौटे और रविंद्र जडेजा के साथ 99 रन की साझेदारी की। यह इंग्लैंड दौरे पर बतौर कप्तान उनकी निरंतरता को दर्शाता है।

गिल की इस पारी ने उन्हें एक और उपलब्धि दिलाई,वह साल 2025 में अब तक तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में चार शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इस साल फरवरी में उन्होंने दो वनडे शतक भी लगाए थे,12 फरवरी को अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ 112 रन और 20 फरवरी को दुबई में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 101 रन।

टी20 में वे जुलाई 2024 के बाद से भारत के लिए नहीं खेले हैं,लेकिन इसके बावजूद वे तीनों फॉर्मेट में सर्वाधिक शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं।

गिल के बाद इस सूची में वेस्टइंडीज के कीसी कार्टी और इंग्लैंड के बेन डकेट हैं, जिन्होंने इस साल तीनों फॉर्मेट में कुल तीन-तीन शतक लगाए हैं,लेकिन शुभमन गिल इस समय सबसे आगे हैं और क्रिकेट जगत में उनकी बल्लेबाजी शैली और नेतृत्व की जमकर प्रशंसा हो रही है।

मैच की शुरुआत इंग्लैंड के टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता देने के साथ हुई। भारतीय पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम ने 15 रन के स्कोर पर ही पहला विकेट गंवा दिया। केएल राहुल,जो हाल ही में अच्छी फॉर्म में थे,सिर्फ 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।

इसके बाद यशस्वी जायसवाल और करुण नायर ने टीम को संभालने की कोशिश की। दोनों के बीच 80 रन की साझेदारी हुई। करुण नायर 31 रन बनाकर आउट हुए,लेकिन उन्होंने जायसवाल के साथ पारी को स्थिरता देने में अहम भूमिका निभाई।

करुण के आउट होने के बाद जायसवाल और शुभमन गिल ने 66 रन की साझेदारी की। यशस्वी जायसवाल ने आक्रामक अंदाज़ में 107 गेंदों में 87 रन की पारी खेली, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल थे। वह शतक से चूक गए,लेकिन टीम के स्कोर को मजबूती देने में सफल रहे।

इसके बाद कप्तान गिल ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। पंत,जो पिछले मुकाबले की दोनों पारियों में शतक लगा चुके थे,इस बार 25 रन ही बना सके। उनके आउट होने के तुरंत बाद नितीश रेड्डी भी सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए।

हालाँकि,यहाँ से गिल और जडेजा ने टीम को किसी और झटके से बचाते हुए दिन के खेल की समाप्ति तक छठे विकेट के लिए नाबाद 99 रन की साझेदारी कर ली। पहले दिन का खेल खत्म होने तक गिल 114 रन और जडेजा 41 रन बनाकर क्रीज पर डटे रहे।

इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने दो विकेट झटके और भारत की टॉप ऑर्डर पर दबाव बनाया। इसके अलावा ब्रायडन कार्स,बेन स्टोक्स और शोएब बशीर ने एक-एक विकेट हासिल किया।

हालाँकि,इंग्लैंड के गेंदबाजों को शुभमन गिल की तकनीकी बल्लेबाजी और धैर्यपूर्ण खेल के आगे ज्यादा सफलता नहीं मिली। गिल ने ऑफ साइड में शानदार ड्राइव्स और कट शॉट्स के जरिए इंग्लैंड के तेज और स्पिन दोनों आक्रमण को आत्मविश्वास के साथ खेला।

भारत की पारी में जो साझेदारियाँ सबसे अहम साबित हुईं, वे थीं जायसवाल और करुण नायर के बीच दूसरा विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी,जायसवाल और गिल के बीच तीसरे विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी और गिल व जडेजा के मध्य छठे विकेट के लिए 99 रन की नाबाद साझेदारी।

इन साझेदारियों के बदौलत भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 310/5 का मजबूत स्कोर खड़ा किया,जिससे टीम इंडिया दूसरी पारी में बढ़त बनाने की स्थिति में पहुँच सकती है।

भारत ने बर्मिंघम टेस्ट के पहले दिन शानदार बल्लेबाजी की है और विशेषकर कप्तान शुभमन गिल की शतकीय पारी ने टीम को स्थिरता दी है। यह इंग्लैंड के खिलाफ उनकी लगातार दूसरी टेस्ट सेंचुरी है और उनकी कप्तानी में टीम संयम, आक्रामकता और लय के बीच संतुलन बना रही है।

दूसरे दिन भारतीय टीम की कोशिश होगी कि स्कोर को 450 के पार ले जाकर इंग्लैंड पर दबाव डाला जाए। वहीं,इंग्लैंड की नजरें जल्दी विकेट निकालने पर होंगी ताकि मैच में वापसी की जा सके।

शुभमन गिल का यह शतक न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है,बल्कि यह भारत के युवा नेतृत्व की सफलता की ओर एक और मजबूत कदम भी है।