नई दिल्ली,5 मार्च (युआईटीवी)- भारत-फ्रांस के मध्य रणनीतिक साझेदारी के बारे में विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और फ्रांस के मध्य जो रणनीतिक साझेदारी हैं,वह लगातार मजबूत हो रही है। फ्रांस की सेक्रेटरी जनरल ऐनी-मैरी डेस्कोट्स भारत यात्रा पर आई हुई हैं,जिनसे दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुलाकात की।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, फ्रांस की सेक्रेटरी जनरल ऐनी-मैरी डेस्कोट्स भारत यात्रा पर आई हुई हैं और आज सुबह उनका स्वागत कर अच्छा लगा। लगातार हमारी रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है और विश्वास है कि आने वाले समय में इसकी गति को रणनीतिक अंतरिक्ष वार्ता तथा विदेश कार्यालय परामर्श और आगे बढ़ाएगी।
भारत और फ्रांस के बीच एक रणनीतिक साझेदारी की शुरूआत साल 1998 में हुई,जो अब कई क्षेत्रों जैसे-शिक्षा,व्यापार,रक्षा इत्यादि में घनिष्ठ सहयोग के साथ बड़ी छलांग लगा रहा है।
इस साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 2018 के बाद भारत की अपनी तीसरी यात्रा की। इस यात्रा के दौरान उन्होंने एक व्यापक रक्षा औद्योगिक रोडमैप पर बातचीत की। इस बातचीत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस,रोबोटिक्स तथा साइबर डिफेंस मुद्दे शामिल थे। इस वार्ता का मकसद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस,रोबोटिक्स तथा साइबर डिफेंस में सहयोग को बढ़ावा देना है।
न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड और फ्रांस के एरियनस्पेस के बीच उपग्रह प्रक्षेपण में सहयोग बढ़ाने और अंतरिक्ष अन्वेषण पहल को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के भारतीय यात्रा के दौरान निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2026 को “भारत फ्रांस नवाचार वर्ष” के रूप में मनाया जाएगा।
मुंबई में पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए फ्रांसीसी महावाणिज्य दूत जीन-मार्क सेरे-चार्लेट ने पीएम मोदी को “फ्रांस का मित्र” बताया था। उन्होंने कहा कि विभिन्न अवसरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के साथ अपनी मित्रता को निभाया है और अपनी दोस्ती को साबित किया है। राष्ट्रपति मैक्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध बहुत मजबूत हैं।

