भारत को चिप निर्माण के जरिए डिजिटलीकरण में तेजी लानी चाहिए: राजीव चंद्रशेखर

बेंगलुरू, 24 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)- भारत को 2025 तक ट्रिलियन-डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने में सक्षम बनाने के लिए, देश के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सहित सेमीकंडक्टर उत्पाद डिजाइन में नवाचार और इंजीनियरिंग पर ध्यान केंद्रित करते हुए डिजिटलीकरण की गति को तेज करना अनिवार्य है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को यहां यह बात कही।

यहां इंटेल इंडिया के अत्याधुनिक डिजाइन और इंजीनियरिंग केंद्र का उद्घाटन करने के बाद, उन्होंने कहा कि पिछले ढाई दशकों में देश में डिजाइन और इंजीनियरिंग में नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए इंटेल का महत्वपूर्ण योगदान और निरंतर खोज भारत द्वारा दुनिया को प्रदान किए जाने वाले डिजाइन अवसर को उजागर करता है।

मंत्री ने दर्शकों से कहा, “बेंगलुरू में इंटेल की नई अत्याधुनिक डिजाइन सुविधा का उद्घाटन भारत के प्रौद्योगिकी नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में योगदान करने की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।”

4.53 लाख वर्ग फुट में फैला यह केंद्र क्लाइंट, डेटा सेंटर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), ग्राफिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमोटिव सेगमेंट में इंटेल इंडिया के अत्याधुनिक डिजाइन इंजीनियरिंग कार्य को आगे बढ़ाएगा।

इंटेल इंडिया के प्रमुख और इंटेल फाउंड्री सर्विसेज की उपाध्यक्ष निवृति राय ने कहा,”यह अत्याधुनिक केंद्र हमारे कर्मचारियों को कार्यस्थल में ऊर्जावान और सहयोगी माहौल का आनंद लेते हुए नवाचार करने के लिए एक अद्भुत वातावरण प्रदान करता है। यह नेतृत्व उत्पादों में हमारे योगदान और क्षमताओं को आगे बढ़ाने में भी मदद करता है जो ग्राहकों के नवाचार और विकास को सक्षम बनाता है।”

केंद्र में एक मंजिल सिलिकॉन डिजाइन और सत्यापन उद्देश्यों के लिए उच्च तकनीक अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं को समर्पित है।

बेंगलुरू और हैदराबाद में अत्याधुनिक डिजाइन सुविधाओं के साथ भारत के पास अमेरिका के बाहर कंपनी का सबसे बड़ा डिजाइन और इंजीनियरिंग केंद्र है।

इंटेल ने अब तक भारत में 8 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है और देश में अपने आरएंडडी और इनोवेशन फुटप्रिंट का विस्तार करना जारी रखा है।

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