विशाखापत्तनम,6 दिसंबर (युआईटीवी)- भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की रोमांचक वनडे सीरीज शनिवार को विशाखापत्तनम में आखिरी मुक़ाबले के साथ अपने निर्णायक मोड़ पर पहुँच रही है। 1-1 की बराबरी पर खड़ी इस श्रृंखला का यह अंतिम मैच भारतीय टीम के लिए कई मायनों में बेहद अहम है। यह न केवल साल 2025 का आखिरी वनडे मुकाबला है,बल्कि टीम इंडिया के लिए इस वर्ष को जीत के साथ समाप्त करने का बड़ा अवसर भी है। मौजूदा परिस्थितियों और दोनों टीमों की फॉर्म को देखते हुए विशाखापत्तनम का मैदान शनिवार को क्रिकेट प्रेमियों को एक रोमांचक और कड़े प्रतिस्पर्धात्मक मैच का अनुभव कराने वाला है।
सीरीज का आगाज़ 30 नवंबर को राँची में हुआ था,जहाँ भारतीय टीम ने 17 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने मिलकर अनुशासित खेल दिखाया था,जिसने टीम को आत्मविश्वास से भर दिया,लेकिन रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका पूरी तरह हावी रही। 3 दिसंबर को हुए इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने रिकॉर्ड 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय गेंदबाजी की कमज़ोरियों को उजागर किया और सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। इस मैच में मेहमान टीम की बल्लेबाजी विशेष रूप से प्रभावशाली रही,जिसने फिर यह साबित किया कि भारतीय सरज़मीं पर भी वे किसी भी लक्ष्य को हासिल करने की क्षमता रखते हैं।
भारतीय टीम के लिए यह मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हाल ही में टीम को तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-2 की हार झेलनी पड़ी थी। विदेशी धरती पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया अपने घरेलू सीजन को जीत के सुर में खत्म करने की तैयारी में है। भारतीय दर्शक भी उम्मीद लगा बैठे हैं कि कप्तान रोहित शर्मा इस साल की शुरुआत की तरह अंत भी मुस्कुराहट के साथ करेंगे। उल्लेखनीय है कि वर्ष की शुरुआत में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था,जिसने वनडे फॉर्मेट में उनका आत्मविश्वास और प्रभुत्व दोनों बढ़ाया था।
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका के लिए यह मैच इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। यदि वे यह निर्णायक मुकाबला जीत लेती है,तो यह भारत में उनकी केवल दूसरी वनडे सीरीज जीत होगी। पिछली बार 2015-16 में एबी डिविलियर्स की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 2-3 से परास्त किया था। यही वजह है कि मौजूदा कप्तान टेम्बा बावुमा के पास डिविलियर्स की विशिष्ट उपलब्धि की बराबरी करने और भारत में वनडे सीरीज जीतने वाले दूसरे दक्षिण अफ्रीकी कप्तान बनने का मौका है।
बावुमा का हालिया रिकॉर्ड भी भारतीय टीम के लिए चेतावनी की घंटी है। वे कुछ समय पहले भारत को टेस्ट सीरीज में 0-2 से हराकर दो दशक बाद इतिहास रच चुके हैं। इस प्रदर्शन ने दक्षिण अफ्रीकी टीम का मनोबल बढ़ाया है और यह दिखाया है कि वे भारतीय परिस्थितियों में भी मजबूत चुनौती पेश कर सकते हैं। उनकी बल्लेबाजी,गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों बहुआयामी क्षेत्रों में टीम लगातार अनुशासित और शक्तिशाली प्रदर्शन कर रही है।
भारतीय टीम अपने घरेलू मैदान पर हमेशा मजबूत मानी जाती है,लेकिन रायपुर की हार ने यह साबित कर दिया कि दक्षिण अफ्रीका किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदलने की क्षमता रखती है। इसलिए विशाखापत्तनम में टीम इंडिया को संयम,रणनीति और दमदार प्रदर्शन के साथ मैदान में उतरना होगा। गेंदबाजों की भूमिका खासतौर पर अहम रहने वाली है क्योंकि पिछले मैच में उनकी लय और लाइन-लेंथ दोनों लड़खड़ा गई थीं। ऐसे में जसप्रीत बुमराह,मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव पर बड़ी जिम्मेदारी होगी कि वे विरोधी टीम को शुरू से ही दबाव में रखें।
वहीं बल्लेबाजी में कप्तान रोहित शर्मा,शुभमन गिल,श्रेयस अय्यर और केएल राहुल से बड़ी उम्मीदें हैं। हालिया मैचों में इन खिलाड़ियों ने कई बार अपनी क्षमता दिखायी है,लेकिन आज उन्हें यह प्रदर्शन निरंतरता के साथ करना होगा। टीम की मध्यक्रम की मजबूती और निचले क्रम की अटलता मैच का निर्णायक पहलू बन सकती है।
क्रिकेट प्रेमियों की नजरें अब विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम पर टिक गई हैं,जहाँ शनिवार को यह मुकाबला खेला जाएगा। मौसम साफ रहने की उम्मीद है और पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल मानी जा रही है,जो एक हाई-स्कोरिंग मैच की संभावना बढ़ाती है। भारतीय प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इंडिया घरेलू मैदान पर अपनी साख बरकरार रखते हुए साल 2025 को जीत के संगीत में विदा करेगी।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत घरेलू सीरीज जीतकर अपने शानदार वनडे वर्ष का समापन करता है या दक्षिण अफ्रीका इतिहास दोहराते हुए एक बार फिर भारतीय सरज़मीं पर विजयी बनकर उभरता है।
