न्यूजीलैंड के स्टार ऑलराउंडर रचिन रविंद्र (तस्वीर क्रेडिट@Shivani75372259)

भारत दौरे के लिए न्यूजीलैंड टीम का ऐलान: लेनॉक्स की पहली एंट्री,जैमीसन-सेंटनर की वापसी, ब्रेसवेल संभालेंगे वनडे कप्तानी

नई दिल्ली,24 दिसंबर (युआईटीवी)- न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने भारत के आगामी दौरे के लिए अपनी टीम की घोषणा कर दी है। यह दौरा 11 जनवरी से शुरू होगा,जिसमें पहले तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी और इसके बाद दोनों टीमें पांच टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों की श्रृंखला में आमने-सामने होंगी। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने वनडे और टी20 दोनों प्रारूपों के लिए अलग-अलग स्क्वॉड जारी किए हैं। इस दौरे को आने वाले आईसीसी टूर्नामेंटों की तैयारी और नए खिलाड़ियों को परखने के बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है। सबसे ज्यादा चर्चा टीम में शामिल किए गए युवा लेफ्ट-आर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर लेनॉक्स को लेकर है,जिन्हें पहली बार वनडे टीम में जगह दी गई है। चयनकर्ताओं ने उनके घरेलू क्रिकेट और ए लिस्ट स्तर पर प्रभावी प्रदर्शन को देखते हुए यह मौका दिया है।

स्क्वॉड के ऐलान के साथ ही कई पुराने चेहरों की वापसी भी सुर्खियों में रही। लंबे समय से चोट से जूझ रहे तेज गेंदबाज काइल जैमीसन फिर से टीम में लौट आए हैं। उन्हें वनडे और टी20 दोनों प्रारूपों की टीम में शामिल किया गया है। उनकी रफ्तार और उछाल भारत की परिस्थितियों में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। इसी तरह मिशेल सेंटनर भी टीम में वापसी कर रहे हैं,हालाँकि उन्हें केवल टी20 टीम में जगह दी गई है। सेंटनर ग्रोइन इंजरी के कारण काफी समय से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर थे,लेकिन अब उनकी फिटनेस रिपोर्ट सकारात्मक आई है और चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है। उनकी मौजूदगी से न्यूजीलैंड की टी20 स्पिन अटैक को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

वनडे टीम की कमान इस बार ऑलराउंडर माइकल ब्रेसवेल को सौंपी गई है। सेंटनर की गैरमौजूदगी में उन्हें कप्तानी का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है। ब्रेसवेल अब तक अपने स्थिर प्रदर्शन और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके साथ वनडे स्क्वॉड में डेवोन कॉनवे,डेरिल मिचेल,विल यंग और हेनरी निकोल्स जैसे अनुभवी बल्लेबाज शामिल किए गए हैं। ये सभी खिलाड़ी भारतीय परिस्थितियों में खेलने का अनुभव रखते हैं और टीम की बल्लेबाजी रीढ़ माने जा रहे हैं। बल्लेबाजी क्रम में गहराई और संतुलन बनाए रखने के लिए चयनकर्ताओं ने युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संयोजन तैयार किया है।

इस दौरे में सबसे बड़ी अनुपस्थिति न्यूजीलैंड के नियमित कप्तान केन विलियमसन की रहेगी। विलियमसन वनडे सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं होंगे,क्योंकि वही अवधि SA20 लीग के कार्यक्रम से टकरा रही है और वे उस टूर्नामेंट में व्यस्त रहेंगे। उनकी गैरमौजूदगी निश्चित रूप से न्यूजीलैंड के लिए बड़ा झटका है,लेकिन बोर्ड ने साफ किया है कि खिलाड़ियों को फ्रेंचाइज़ी लीग और अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्यों के बीच संतुलन बनाने की छूट दी गई है। इस वजह से ब्रेसवेल पर न केवल बल्लेबाजी बल्कि नेतृत्व की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी आ जाएगी।

वनडे सीरीज में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी मिच हे निभाएँगे। उन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में एक भरोसेमंद विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में देखा जाता है। दूसरी ओर टी20 मुकाबलों में यह भूमिका डेवोन कॉनवे निभाएँगे,जो शीर्ष क्रम में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं। इस तरह न्यूजीलैंड प्रबंधन ने दोनों प्रारूपों में अलग रणनीति के संकेत दिए हैं—वनडे में स्थिरता और टी20 में आक्रामकता पर फोकस।

टीम संयोजन को देखते हुए स्पष्ट है कि न्यूजीलैंड इस दौरे को हल्के में नहीं ले रहा। भारत में खेलने की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ताओं ने स्पिन विभाग को विशेष महत्व दिया है। लेनॉक्स की एंट्री इसी रणनीति का हिस्सा है। उनके साथ अनुभव साझा करने के लिए सेंटनर और अन्य स्पिनर भी मौजूद रहेंगे। वहीं तेज गेंदबाजी में जैमीसन के साथ युवा तेज गेंदबाजों को भी मौके मिल सकते हैं,ताकि भविष्य के लिए विकल्प तैयार किए जा सकें।

भारत-न्यूजीलैंड मुकाबले हमेशा से रोमांचक रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में दोनों टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई यादगार मैच खेले हैं,चाहे वह विश्व कप के नॉकआउट मुकाबले रहे हों या द्विपक्षीय सीरीज। इस बार भी भारतीय परिस्थितियों में कीवी टीम के सामने कड़ी परीक्षा होगी। स्पिन-अनुकूल पिचें,शोरगुल से भरे स्टेडियम और मेजबान टीम का मजबूत संयोजन न्यूजीलैंड के लिए चुनौती पेश करेगा। हालाँकि,न्यूजीलैंड ऐसी टीम रही है,जो विपरीत परिस्थितियों में भी सामरिक अनुशासन और टीम वर्क के सहारे मुकाबले में वापसी करने का दम रखती है।

न्यूजीलैंड टीम प्रबंधन ने यह भी संकेत दिया है कि यह दौरा नए खिलाड़ियों को तैयार करने और टीम की बेंच स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिहाज से बेहद अहम रहेगा। खासकर टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए,कई खिलाड़ियों को विशेष भूमिकाओं में आजमाया जाएगा। बल्लेबाजी क्रम में लचीलापन,डेथ ओवर गेंदबाजी और मध्य ओवरों में स्पिन का इस्तेमाल—ये सभी क्षेत्र इस दौरे में प्रयोग और मजबूती के केंद्र में रहेंगे।

भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी यह सीरीज खास होने वाली है,क्योंकि वे अपने घरेलू मैदानों पर एक मजबूत और संतुलित न्यूजीलैंड टीम को चुनौती देते हुए देखेंगे। कीवी खिलाड़ियों के लिए यह अवसर भारतीय पिचों पर अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का भरोसा जीतने का भी होगा। अब सबकी निगाहें 11 जनवरी से शुरू हो रही इस बहुप्रतीक्षित दौरे पर टिकी हैं,जहाँ युवा प्रतिभाओं और अनुभवी सितारों का संगम क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक मुकाबलों का तोहफा देने को तैयार है।

न्यूजीलैंड का वनडे स्क्वॉड:
माइकल ब्रेसवेल (कप्तान),क्रिस्टियन क्लार्क,आदि अशोक,डेवोन कॉनवे,जोश क्लार्कसन,मिच हे (विकेटकीपर),जैक फॉल्क्स,काइल जैमीसन,निक केली,डैरिल मिचेल,जेडन लेनॉक्स,ग्लेन फिलिप्स,हेनरी निकोल्स,माइकल रे,विल यंग।

न्यूजीलैंड का टी20 स्क्वॉड:
मिचेल सैंटनर (कप्तान),मार्क चैपमैन,माइकल ब्रेसवेल,डेवोन कॉनवे (विकेटकीपर), जैक फॉल्क्स,जैकब डफी,मैट हेनरी,बेवोन जैकब्स,काइल जैमीसन,डैरिल मिचेल, जेम्स नीशम,रचिन रविंद्र,ग्लेन फिलिप्स,टिम रॉबिन्सन,ईश सोढ़ी।