भारतीय टीम ने चौथे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को 48 रन से हराया (तस्वीर क्रेडिट@RAgrawal_offcl)

भारतीय टीम ने चौथे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को 48 रन से हराया,सीरीज में 2-1 की बनाई बढ़त

क्वींसलैंड,6 नवंबर (युआईटीवी)- क्वींसलैंड के मैदान पर खेले गए चौथे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 48 रन से हराकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। पाँच मैचों की इस टी20 सीरीज में अब भारत निर्णायक बढ़त के साथ विजयी लय में है,जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को अंतिम मैच में वापसी करने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। भारतीय टीम की इस जीत में बल्लेबाजों की संयमित पारी और स्पिनरों की घातक गेंदबाजी का अहम योगदान रहा।

मैच की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले से हुई। भारतीय सलामी जोड़ी शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ने टीम को एक शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को शुरुआती सफलता से दूर रखा। अभिषेक शर्मा ने 21 गेंदों पर 28 रन की तेजतर्रार पारी खेली,जिसमें चार चौके शामिल थे। हालाँकि,वे ज्यादा देर टिक नहीं सके और पहले विकेट के रूप में आउट हो गए।

इसके बाद शुभमन गिल ने पारी को संभालने की कोशिश की और एक बार फिर अपनी तकनीकी दक्षता का परिचय दिया। उन्होंने 39 गेंदों में 46 रन बनाए,जिसमें चार चौके और एक छक्का शामिल था। हालाँकि,बीच के ओवरों में भारत को कुछ झटके लगे। कप्तान सूर्यकुमार यादव 20 रन बनाकर आउट हुए,जबकि रिंकू सिंह और तिलक वर्मा बड़ी पारी नहीं खेल पाए।

भारतीय टीम के लिए शिवम दुबे और अक्षर पटेल ने अंत के ओवरों में उपयोगी योगदान दिया। शिवम ने 17 गेंदों में 22 रन बनाए,वहीं अक्षर पटेल ने नाबाद 21 रन की पारी खेलते हुए टीम को 20 ओवर में 8 विकेट पर 167 रन तक पहुँचाया। ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन एलिस सबसे सफल गेंदबाज रहे,जिन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 21 रन देकर 3 विकेट झटके। वहीं,एडम जांपा ने भी 3 विकेट तो हासिल किए,लेकिन उनके खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों ने खुलकर रन बनाए और उन्होंने 4 ओवर में 45 रन लुटाए। इसके अलावा,जेवियर बार्टलेट और मार्कस स्टॉयनिस को 1-1 विकेट मिले।

168 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। सलामी बल्लेबाज मैट शॉर्ट और कप्तान मिशेल मार्श ने कुछ अच्छे शॉट्स जरूर लगाए,लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही उन पर दबाव बनाए रखा। शॉर्ट ने 25 रन और मार्श ने 30 रन की पारी खेली,लेकिन उनके आउट होने के बाद कंगारू टीम का मध्यक्रम पूरी तरह बिखर गया।

भारतीय गेंदबाजों,खासकर स्पिनरों ने इस मुकाबले में शानदार नियंत्रण दिखाया। वाशिंगटन सुंदर ने तो महज 1.2 ओवर में 3 रन देकर 3 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया की पारी को बुरी तरह हिला दिया। अक्षर पटेल ने भी अपनी स्पिन का जादू दिखाते हुए 2 विकेट लिए,जबकि वरुण चक्रवर्ती ने एक विकेट झटका। तेज गेंदबाज शिवम दुबे ने भी उपयोगी गेंदबाजी की और दो अहम विकेट चटकाए। वहीं, अनुभवी जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने भी 1-1 विकेट हासिल किए।

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पूरी तरह ध्वस्त हो गई और टीम 18.2 ओवर में सिर्फ 119 रन पर सिमट गई। उनके आखिरी पाँच बल्लेबाज तो दो अंकों के आँकड़े तक भी नहीं पहुँच सके। भारतीय गेंदबाजों ने इस मुकाबले में जिस अनुशासन और रणनीति से गेंदबाजी की,उसने विपक्षी टीम को कोई मौका नहीं दिया।

मैच में सबसे बड़ा अंतर भारतीय स्पिनरों के प्रदर्शन ने पैदा किया। वाशिंगटन सुंदर की गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। सुंदर को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।

इस जीत के साथ ही भारत ने पाँच मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। सीरीज का पहला मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था,जबकि दूसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट से जीत दर्ज की थी। भारत ने तीसरा मैच जीतकर बराबरी की और अब चौथे मैच की इस जीत से निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है।

कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच के बाद कहा कि टीम का यह प्रदर्शन सामूहिक प्रयास का नतीजा है। उन्होंने कहा, “हमने सही समय पर विकेट लिए और गेंदबाजों ने शानदार अनुशासन दिखाया। बल्लेबाजों ने पारी की नींव रखी और स्पिनरों ने मैच का रुख पूरी तरह हमारी ओर मोड़ दिया।”

दूसरी ओर,ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिशेल मार्श ने हार के बाद कहा कि उनकी टीम को बल्लेबाजी में सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की और उन्हें इसका जवाब देने में कठिनाई हुई।

अब सीरीज का पाँचवां और अंतिम टी20 मैच शनिवार को खेला जाएगा,जिसमें भारत सीरीज को अपने नाम करने के इरादे से उतरेगा,जबकि ऑस्ट्रेलिया बराबरी हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देगा।

चौथा टी20 मैच भारतीय टीम के लिए शानदार रहा। बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी के साथ रन जोड़े और गेंदबाजों,विशेषकर स्पिनरों ने विपक्ष को ध्वस्त कर दिया। टीम इंडिया की यह जीत न केवल सीरीज में बढ़त दिलाने वाली रही,बल्कि आने वाले वर्ल्ड टी20 की तैयारियों के लिहाज से भी आत्मविश्वास बढ़ाने वाली साबित हुई।