भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति (तस्वीर क्रेडिट@Vikas662005)

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने क्रिकेट से लिया संन्यास,भावुक पोस्ट में साझा की यादें

नई दिल्ली,26 जुलाई (युआईटीवी)- भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। दाएँ हाथ की इस आक्रामक बल्लेबाज ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट के जरिए अपने संन्यास की जानकारी दी। वेदा के इस फैसले के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत हो गया है।

वेदा कृष्णमूर्ति ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा, “एक छोटे शहर की लड़की,जिसके सपने बड़े थे। कदुर में यह सब शुरू हुआ। जब मैंने बल्ला उठाया, तब मुझे सिर्फ इतना पता था कि मुझे इस खेल से प्यार है। कहाँ तक जाऊँगी,इसका कोई अंदाजा नहीं था,लेकिन मुझे गर्व है कि संकरी गलियों से लेकर दुनिया के बड़े स्टेडियमों तक खेलने का अवसर मिला।” वेदा ने आगे लिखा, “क्रिकेट ने मुझे करियर से भी बढ़कर बहुत कुछ दिया। इस खेल ने मुझे मेरे होने का एहसास दिलाया,मुझे सिखाया कि कैसे लड़ना है,कैसे गिरना है और कैसे खुद को बार-बार साबित करना है।”

संन्यास की घोषणा करते हुए वेदा ने बीसीसीआई,कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए),रेलवे और कोना क्रिकेट क्लब (केआईओसी) का धन्यवाद किया। उन्होंने अपने माता-पिता,भाई-बहनों और कोच का भी विशेष रूप से आभार जताया, जिन्होंने उनके क्रिकेट करियर के हर उतार-चढ़ाव में उनका साथ दिया। वेदा ने लिखा, “आज पूरे दिल से मैं इस अध्याय को विराम दे रही हूँ।”

अपने टीम साथियों को संबोधित करते हुए वेदा ने लिखा, “मेरे साथियों,आपने इस यात्रा के हर पल को सार्थक बनाया। हमने जीत,हार और हँसी-मजाक के कई पल साझा किए हैं,जो हमेशा मेरे साथ रहेंगे। आप कभी सिर्फ टीम के साथी नहीं थे,आप परिवार थे।” उन्होंने कर्नाटक और रेलवे की कप्तानी को अपने करियर का सबसे बड़ा सम्मान बताया और कहा कि इन टीमों ने उन्हें गढ़ा,चुनौती दी और पूरे दिल से नेतृत्व करने का मौका दिया।

वेदा कृष्णमूर्ति का क्रिकेट करियर शानदार उपलब्धियों से भरा रहा। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए 48 वनडे मैच खेले,जिसमें उन्होंने 8 अर्धशतक की मदद से कुल 829 रन बनाए। इस प्रारूप में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 71 रन रहा और उन्होंने गेंदबाजी में भी 3 विकेट लिए। टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वेदा ने 76 मैचों में 2 अर्धशतक लगाए और कुल 875 रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी का आक्रामक अंदाज हमेशा विपक्षी टीम के लिए चुनौती रहा।

वेदा कृष्णमूर्ति भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा तब बनीं जब टीम विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बना रही थी। वह 2017 में इंग्लैंड में खेले गए वनडे विश्व कप और 2020 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुँचने वाली भारतीय टीम की सदस्य रहीं। 2017 विश्व कप के दौरान उनकी महत्वपूर्ण पारियों ने भारत को फाइनल तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई थी। हालाँकि,भारत को दोनों ही फाइनल मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा,लेकिन वेदा की आक्रामक बल्लेबाजी और टीम के लिए संघर्ष ने क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया था।

घरेलू क्रिकेट में भी वेदा का योगदान अविस्मरणीय रहा। उन्होंने कर्नाटक और रेलवे की कप्तानी करते हुए टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई। उनके नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिला। वेदा ने कर्नाटक और रेलवे दोनों टीमों के प्रति आभार जताते हुए लिखा, “इन टीमों ने मुझे गढ़ा,मुझे चुनौती दी और मुझे पूरे दिल से नेतृत्व करने का मौका दिया। यह मेरे लिए एक गर्व का विषय था।”

वेदा कृष्णमूर्ति का क्रिकेट सफर एक छोटे शहर से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचने की प्रेरणादायक कहानी है। कर्नाटक के कदुर की गलियों से निकलकर उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई। वह भारतीय महिला क्रिकेट में उन खिलाड़ियों में से एक रहीं,जिन्होंने खेल में आक्रामक और सकारात्मक सोच को मजबूत किया।

उनके संन्यास की घोषणा के बाद भारतीय क्रिकेट जगत में उन्हें बधाइयों और शुभकामनाओं का तांता लग गया। उनके साथी खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें शुभकामनाएँ दीं और उनके शानदार करियर की सराहना की। प्रशंसकों ने भी उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।

वेदा कृष्णमूर्ति का संन्यास भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक युग का अंत माना जा रहा है,लेकिन उनका योगदान और उनकी यादगार पारियाँ हमेशा क्रिकेट इतिहास में दर्ज रहेंगी। उनकी कहानी उन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है,जो छोटे शहरों से बड़े सपने लेकर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने का सपना देखते हैं।