अबू धाबी,20 सितंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम ने अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2025 के ग्रुप स्टेज के अपने आखिरी मुकाबले में ओमान को 21 रन से हराकर सुपर-4 में जगह बना ली। इस जीत के साथ भारत ने ग्रुप ए में शीर्ष स्थान पर रहते हुए अपने अभियान को आगे बढ़ाया। हालाँकि,इस मुकाबले में ओमान के बल्लेबाजों ने जिस तरह की चुनौती पेश की,उसने भारतीय गेंदबाजों को कड़ी परीक्षा में डाल दिया। खासकर ओमान के सलामी बल्लेबाजों की साझेदारी और मध्यक्रम की तेज़ बल्लेबाजी ने मैच को रोमांचक बना दिया।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम इंडिया की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही और मात्र 6 रन के स्कोर पर शुभमन गिल का विकेट गिर गया। शुभमन बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। इसके बाद युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा और विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने दूसरे विकेट के लिए तेजी से रन जोड़े। दोनों ने मिलकर 66 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई,जिसने शुरुआती झटके से टीम को उबार लिया।
अभिषेक शर्मा ने मात्र 15 गेंदों में 38 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने 2 छक्के और 5 चौके लगाकर दर्शकों का मनोरंजन किया,लेकिन 72 के स्कोर पर वह आउट हो गए। दूसरी ओर,संजू सैमसन ने संयम के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया। हार्दिक पांड्या मात्र 1 रन और शिवम दुबे 5 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए,जिससे भारत की पारी थोड़ी लड़खड़ा गई। हालाँकि,इसके बाद अक्षर पटेल ने 13 गेंदों पर 26 रन की तेज पारी खेली और रन गति को बनाए रखा।
भारत की बल्लेबाजी का केंद्र संजू सैमसन रहे। उन्होंने 45 गेंदों में 56 रन की पारी खेली,जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। उनका यह अर्धशतक भारत की पारी की रीढ़ साबित हुआ। तिलक वर्मा ने भी 18 गेंदों पर 29 रन का योगदान दिया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने खुद बल्लेबाजी करने का अवसर नहीं लिया और अन्य खिलाड़ियों को मौके दिए। अंत में हर्षित राणा ने 8 गेंदों पर 13 रन बनाए,जबकि अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव भी बल्लेबाजी के लिए उतरे। कुल मिलाकर,भारत ने 8 विकेट खोकर 188 रन बनाए।
ओमान की ओर से गेंदबाजी में शाह फैसल ने 2 विकेट झटके,जबकि जितेंद्र रामानंदी और आमिर कलीम ने भी 2-2 विकेट हासिल किए। ओमान के गेंदबाजों ने समय-समय पर महत्वपूर्ण विकेट लेकर भारत की रन गति पर लगाम लगाने की कोशिश की,लेकिन भारत का कुल स्कोर मुकाबले को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए पर्याप्त था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ओमान की टीम ने बेहद मजबूत शुरुआत की। उनके कप्तान जतिंदर सिंह और सलामी बल्लेबाज आमिर कलीम ने पहले विकेट के लिए 8.3 ओवर में 56 रन जोड़े। भारतीय गेंदबाजों के लिए यह साझेदारी चिंता का कारण बन गई थी। कुलदीप यादव ने अंततः कप्तान जतिंदर को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। जतिंदर ने 33 गेंदों में 32 रन बनाए,लेकिन उनकी पारी थोड़ी धीमी रही। यदि वह और तेजी से रन बनाते तो शायद परिणाम कुछ और हो सकता था।
इसके बाद आमिर कलीम और हम्माद मिर्जा ने भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बढ़ा दिया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 93 रन की शानदार साझेदारी की। इस जोड़ी ने भारत को मुश्किल में डाल दिया था और ऐसा लग रहा था कि ओमान मैच में बड़ा उलटफेर कर सकता है। हालाँकि,हर्षित राणा ने इस साझेदारी को तोड़ा और आमिर कलीम को आउट कर भारत को राहत दी। कलीम ने 46 गेंदों पर 64 रन बनाए,जिसमें 2 छक्के और 7 चौके शामिल थे।
हम्माद मिर्जा ने भी शानदार बल्लेबाजी की और अर्धशतक लगाया। उन्होंने 33 गेंदों में 51 रन बनाए,लेकिन हार्दिक पांड्या ने उन्हें आउट कर भारत को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। इसके बाद ओमान के बल्लेबाज दबाव में आ गए और भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की। अर्शदीप सिंह ने विनायक शुक्ला को आउट कर टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 100वां विकेट पूरा किया। यह उनके करियर का अहम मुकाम रहा।
ओमान ने अंत तक संघर्ष किया,लेकिन निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट पर 167 रन ही बना सका। भारत ने यह मैच 21 रन से जीत लिया। भारतीय गेंदबाजों में हार्दिक पांड्या,हर्षित राणा,कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह ने 1-1 विकेट हासिल किए।
यह जीत भारतीय टीम के आत्मविश्वास के लिए बेहद अहम रही। पाकिस्तान,यूएई और ओमान के खिलाफ अपने तीनों मैच जीतकर भारत ने ग्रुप ए में शीर्ष स्थान हासिल किया और सुपर-4 में प्रवेश किया। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुँचाया,वहीं गेंदबाजों ने आखिरी पलों में धैर्य के साथ वापसी की और जीत सुनिश्चित की।
ओमान भले ही यह मैच हार गया,लेकिन उनके बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को चुनौती दी और यह साबित किया कि वे किसी भी टीम को कड़ी टक्कर देने की क्षमता रखते हैं। अगर कप्तान जतिंदर थोड़ी तेज़ बल्लेबाजी कर पाते,तो मैच का परिणाम अलग हो सकता था। फिर भी,ओमान की टीम इस प्रदर्शन से आत्मविश्वास हासिल करेगी।
भारत की जीत ने न केवल उसके अभियान को मजबूती दी है,बल्कि यह भी दिखाया है कि टीम में गहराई मौजूद है। सूर्यकुमार यादव ने अन्य खिलाड़ियों को मौके देकर टीम संयोजन को परखने का सही फैसला किया। अब सुपर-4 में भारत का सामना एशिया की शीर्ष टीमों से होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत किस तरह से अपनी जीत की लय को बरकरार रखता है।