नई दिल्ली,9 दिसंबर (युआईटीवी)- चोट भी नेमार के प्रदर्शन को धीमा नहीं कर सकी और उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह फुटबॉल की सबसे ज़बरदस्त प्रतिभाओं में से एक क्यों हैं। एक बेहद अहम मुकाबले में,जो सैंटोस के लिए विनाशकारी साबित हो सकता था,नेमार ने अपने कौशल और दृढ़ संकल्प,दोनों का परिचय दिया और अपनी टीम को एक अहम जीत दिलाई,जिससे लीग में उनका अस्तित्व सुनिश्चित हो गया।
खेल की शुरुआत सैंटोस पर भारी दबाव के साथ हुई। एक मज़बूत प्रतिद्वंद्वी का सामना करते हुए और रेलीगेशन के खतरे के बीच,टीम को एक चिंगारी की ज़रूरत थी। वह चिंगारी नेमार के रूप में आई,जिन्होंने पिछले मैच में लगी चोट के बावजूद,मैदान से बाहर बैठने से इनकार कर दिया। गेंद का हर स्पर्श और हर पास सैंटोस को बचाए रखने के उनके अथक प्रयास को दर्शाता था।
मैदान पर नेमार का प्रभाव निर्विवाद था। उन्होंने अपनी विशिष्ट शैली से पहला गोल दागा,अपनी बेचैनी के बावजूद डिफेंडरों को छकाते हुए। बाद में,उन्होंने कई आक्रामक मूव्स किए,जिनका अंत एक असिस्ट के रूप में हुआ,जिससे प्रशंसक और टीम के साथी उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति के कायल हो गए। उनका प्रदर्शन सिर्फ़ बोर्ड पर अंक हासिल करने तक सीमित नहीं था,बल्कि यह नेतृत्व और लचीलेपन का प्रमाण था।
मैच के बाद,नेमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए क्लब के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “चोटें लगती हैं,लेकिन टीम पहले आती है। हमने साथ मिलकर संघर्ष किया और यही मायने रखता है। मैं सैंटोस को लीग में बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करूँगा।”
सैंटोस के कोच ने भी नेमार के साहस और पेशेवर रवैये की तारीफ की। उन्होंने कहा, “चोट लगने के बावजूद इस तरह खेलना असाधारण है। नेमार का दृढ़ संकल्प पूरी टीम का हौसला बढ़ाता है।”
इस जीत के साथ,सैंटोस अगले सीज़न के लिए लीग में अपनी जगह पक्की करने के एक कदम और करीब पहुँच गया है।हालाँकि,नेमार आने वाले दिनों में अपनी रिकवरी जारी रखेंगे,प्रशंसक इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि उनके सुपरस्टार ने इस बैज के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया,जिससे एक बार फिर साबित हुआ कि सच्चे लीडर अजेय होते हैं—चोट लगने पर भी।
