उज्जैन,28 सितंबर (युआईटीवी)- 12 साल की मासूम नाबालिक लड़की के साथ मध्य प्रदेश के धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र में दरिंदगी किया गया। एक बार फिर से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पूरे समाज के सामने आई है। इस मासूम लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसके बाद खून से लथपथ अवस्था में सड़क पर छोड़ दिया गया।
12 साल की इस मासूम नाबालिक को जिले के बडनगर इलाके में सड़क पर खून से लथपथ अवस्था में पाया गया। उसकी मदद के लिए कोई भी सामने नहीं आया। बाद में उस लड़की की मदद आश्रम के एक पुजारी ने की है। आश्रम के पुजारी ने लड़की को अस्पताल भेजा। जहाँ डॉक्टरों ने लड़की के साथ बलात्कार होने की बात की पुष्टि की है। लड़की की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल में इस मासूम लड़की के प्राथमिक चिकित्सा की गई और उसकी गंभीर अवस्था को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए इंदौर भेज दिया गया।
मीडिया से बातचीत करते हुए उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिग लड़की महाकाल थाना क्षेत्र में बेहोशी की अवस्था में मिली। पुलिस का कहना है कि इस लड़की की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि यह लड़की उत्तर प्रदेश राज्य की रहने वाली है। लड़की अपनी पहचान बताने में सक्षम नहीं है। वह ठीक से अपना नाम और पता भी पुलिस को नहीं बता पा रही है।
मीडिया को उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने जानकारी दी कि, “उज्जैन के महाकाल पुलिस थाना क्षेत्र में लगभग 12 वर्ष की लड़की खून से लथपथ अवस्था में सड़क पर पाई गई। वहाँ से उस लड़की को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी प्राथमिक चिकित्सा जाँच कर बताया कि लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ है।”
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले की जाँच में तेजी लाने के लिए एसआईटी टीम के गठन करने की घोषणा की है।
इस मामले पर एसपी ने कहा कि, ” प्राथमिक चिकित्सा जाँच में बताया गया है कि लड़की की हालत गंभीर है। उसे बेहतर इलाज के लिए इंदौर भेज दिया गया है। इस मामले को महाकाल थाना क्षेत्र में दर्ज कर लिया गया है और उसकी जाँच के सभी निर्देश भी दे दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले की तीव्र और निष्पक्ष जॉंच करने के लिए एक विशेष जाँच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया है। एसआईटी टीम इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की भी जाँच करेगी। ताकि जो इस वारदात का अपराधी है,उसे जल्द-से-जल्द हिरासत में लिया जाए।
जब से ये मामला सामने आया है,तब से राज्य की सियासत भी गरमा गई है। इस मामले को लेकर शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ,इस मामले को लेकर शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।