बीजिंग,29 मई (युआईटीवी)- बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में अमेरिका के हस्तक्षेप करने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सार्वजनिक रूप से आलोचना की है। हाल ही में अपने भाषण में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अमेरिका की आलोचना करते हुए कहा कि वे कभी भी सत्ता हासिल करने के लिए क्षेत्र या संप्रभुता को नहीं बेचेंगी।
76 वर्षीय शेख हसीना बांग्लादेश पर 2009 से शासन कर रही हैं। जनवरी 2024 में उन्होंने पाँचवां कार्यकाल एकतरफा चुनाव जीत कर हासिल किया है। पूर्व प्रधान मंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने प्रधानमंत्री शेख हसीना का बहिष्कार किया था।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि जब लोग उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहेंगे,तब ही वे सत्ता में आएँगी। उन्होंने व्यापार और वाणिज्य के बारे में कहा कि प्राचीन काल से ही बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में व्यापार और वाणिज्य होता आ रहा है। इस जगह पर कई लोग अपनी नजर जमाए हुए हैं। इस जगह पर कोई भी विवाद या टकराव नहीं है और मैं इसे बदलने नहीं दूँगी।
मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में चीन की प्रवक्ता माओ निंग ने इस बात की चर्चा में कहा कि कुछ देश ऐसे भी हैं जो अपने खुद के स्वार्थों की तलाश के लिए,दूसरे देशों के चुनावों का खुले तौर पर व्यापार करते हैं। दूसरे देशों के क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने का प्रयास करते हैं,दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में गंभीर रूप से हस्तक्षेप करते हैं। उनका ऐसा व्यवहार उनके आधिपत्यवादी और बदमाशी वाले स्वभाव को पूरी तरह से उजागर करता है।
चीन की प्रवक्ता माओ निंग के मुताबिक,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जो भाषण दिया,उस पर चीन ने गौर किया है और उसका मानना है कि बांग्लादेशी नागरिकों का बाहरी दबाव से न डरना,उनके स्वतंत्र होने की भावना इत्यादि बांग्लादेशी लोगों की राष्ट्रीय भावना को प्रदर्शित करती है। बांग्लादेश द्वारा अपने देश की संप्रभुता,स्वतंत्रता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने में चीन पूर्ण दृढ़ता से उसका समर्थन करता है। बांग्लादेश को बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करने,स्वतंत्र विदेश नीति अपनाने,संयुक्त रूप से क्षेत्रीय शांति,स्थिरता,विकास और समृद्धि की रक्षा करने में चीन दृढ़ता से समर्थन करता है।