ग्रेटर नोएडा,25 सितंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने देश-विदेश से आए निवेशकों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश को निवेश का सबसे उपयुक्त गंतव्य बताया और कहा कि राज्य अब विकास की एक नई उड़ान भर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश न केवल भारत के सबसे तेजी से उभरते हुए राज्यों में शामिल है,बल्कि यह दुनिया के लिए भी निवेश और औद्योगिक विकास का आकर्षण केंद्र बन चुका है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढाँचे,औद्योगिक प्रगति,पर्यटन और रक्षा उत्पादन जैसे कई क्षेत्रों में हुई उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश का ऐसा राज्य है,जिसके पास सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं और यह देश का सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य भी है। उन्होंने गर्व से कहा कि यह बदलाव केवल संयोग नहीं है,बल्कि पिछले वर्षों में राज्य और केंद्र सरकार द्वारा मिलकर किए गए सुनियोजित प्रयासों का परिणाम है।
प्रधानमंत्री ने पर्यटन की दिशा में उत्तर प्रदेश की प्रगति का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हैरिटेज टूरिज्म के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश नंबर वन राज्य है। नमामि गंगे अभियान के जरिए गंगा नदी को स्वच्छ और अविरल बनाने की जो कोशिशें हुईं,उन्होंने अब क्रूज टूरिज्म के लिए नए अवसर खोल दिए हैं। इससे न केवल देशी-विदेशी पर्यटक आकर्षित होंगे,बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार और व्यापार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ का भी जिक्र किया और कहा कि इस पहल ने उत्तर प्रदेश के कारीगरों और स्थानीय उद्योगों को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि “कई जिलों के विशेष उत्पाद आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बना रहे हैं और विदेशी निवेशक भी इन्हें लेकर दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह पहल वास्तव में लोकल को ग्लोबल बनाने का उत्कृष्ट उदाहरण है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने औद्योगिक उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग में उत्तर प्रदेश की बढ़ती भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आज भारत में जितने मोबाइल फोन बनते हैं,उनमें से 55 प्रतिशत मोबाइल केवल उत्तर प्रदेश में बनते हैं। यह उपलब्धि अपने आप में राज्य की क्षमता और संभावनाओं को दर्शाती है। उन्होंने आगे कहा कि अब सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि ग्रेटर नोएडा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर एक विशाल सेमीकंडक्टर फैसिलिटी पर काम जल्द शुरू होने वाला है। यह न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूती देगा और देश को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
रक्षा उत्पादन और स्वदेशी उपकरणों की दिशा में भी प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत की सेनाएँ अब पूरी तरह से स्वदेशी हथियारों और उपकरणों पर निर्भर होना चाहती हैं। इसके लिए भारत में एक जीवंत रक्षा क्षेत्र विकसित किया जा रहा है,जिसमें उत्तर प्रदेश की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं,जिसमें पुर्जा-पुर्जा पर मेड इन इंडिया की छाप हो। उत्तर प्रदेश इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। बहुत जल्द रूस के सहयोग से बनी फैक्ट्री से एके-203 राइफल का उत्पादन शुरू होगा। साथ ही,यूपी डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण भी तेज गति से हो रहा है,जहाँ ब्रह्मोस मिसाइल समेत अनेक अस्त्र-शस्त्र का निर्माण हो रहा है।”
निवेशकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जोर दिया कि उत्तर प्रदेश में निवेश करना केवल एक आर्थिक निर्णय नहीं,बल्कि एक दूरदर्शी कदम भी है। उन्होंने कहा कि राज्य में लाखों एमएसएमई इकाइयों का मजबूत नेटवर्क है,जो निरंतर बढ़ रहा है। ये एमएसएमई वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपनी मजबूत भूमिका निभा सकती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं सभी निवेशकों से आह्वान करता हूँ कि वे उत्तर प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग के लिए निवेश करें। यहाँ की क्षमता का उपयोग करके आप एक कंप्लीट प्रोडक्ट यहीं पर तैयार कर सकते हैं। इसमें राज्य और केंद्र सरकार आपके साथ खड़ी हैं।”
अपने उद्घाटन भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भी श्रद्धांजलि अर्पित की,जिनकी जन्म जयंती के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि दीनदयाल जी ने हमें अंत्योदय की राह दिखाई थी,यानी जो सबसे अंतिम पंक्ति में खड़ा है,उसका उदय ही वास्तविक विकास है। उन्होंने कहा कि अंत्योदय में ही सामाजिक न्याय की मजबूती निहित है। गरीब से गरीब तक विकास की रोशनी पहुँचाना और हर भेदभाव को समाप्त करना ही भारत का मॉडल है,जिसे आज दुनिया अपनाने की ओर देख रही है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत आज दुनिया के सामने विकास का ऐसा मॉडल प्रस्तुत कर रहा है,जो केवल आर्थिक वृद्धि तक सीमित नहीं है,बल्कि सामाजिक समरसता और न्याय पर आधारित है। उत्तर प्रदेश इस मॉडल का जीवंत उदाहरण बन रहा है,जहाँ बड़े औद्योगिक निवेश के साथ-साथ छोटे कारीगरों और स्थानीय उद्योगों को भी बराबरी का अवसर मिल रहा है।
ग्रेटर नोएडा में आयोजित यह इंटरनेशनल ट्रेड शो न केवल निवेशकों और उद्योगपतियों का संगम है,बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी है कि उत्तर प्रदेश अब वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। देश-विदेश से आए हजारों निवेशक इस आयोजन में शामिल हुए और उन्होंने राज्य की नीतियों और संभावनाओं को करीब से समझा।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने दोहराया कि उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा अब किसी एक सेक्टर तक सीमित नहीं है। यह कृषि से लेकर उद्योग,पर्यटन से लेकर टेक्नोलॉजी और स्थानीय हस्तशिल्प से लेकर रक्षा उत्पादन तक हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश भारत की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार बनेगा और यहाँ निवेश करने वाले उद्योगपति भी इस विकास गाथा का हिस्सा बनेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने एक ओर निवेशकों को प्रोत्साहित किया,तो दूसरी ओर आम जनता के बीच भी उत्साह और विश्वास का संचार किया। ग्रेटर नोएडा में आयोजित यह इंटरनेशनल ट्रेड शो उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर और उज्ज्वल भविष्य की गवाही देता है।