आरसीबी (तस्वीर क्रेडिट@Dreams_realites)

आईपीएल 2025: 9 साल बाद फाइनल में पहुँची आरसीबी,पंजाब किंग्स को 8 विकेट से रौंदा,प्लेऑफ में सबसे तेजी से लक्ष्य हासिल करने का बनाया रिकॉर्ड

नई दिल्ली,30 मई (युआईटीवी)- इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का क्वालीफायर-1 मुकाबला 29 मई को चंडीगढ़ के मुल्लांपुर स्टेडियम में खेला गया, जहाँ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) को 8 विकेट से हराकर शानदार अंदाज़ में फाइनल में प्रवेश किया। यह जीत ना केवल आरसीबी के लिए एक ऐतिहासिक पल था,बल्कि आईपीएल के प्लेऑफ इतिहास में भी कई नए रिकॉर्ड बना गई।

इस जीत के साथ आरसीबी ने 9 साल बाद आईपीएल के फाइनल में अपनी जगह बनाई है। इससे पहले यह टीम साल 2009,2011 और 2016 में फाइनल तक पहुँच चुकी थी,लेकिन खिताब जीतने में असफल रही थी। इस बार टीम का आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों ही ज़बरदस्त नज़र आ रहा है,जिससे प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह इस बार अपना पहला आईपीएल खिताब जीत सकती है।

क्वालीफायर-1 में टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी पंजाब किंग्स की टीम पूरी तरह से बिखर गई। पूरी टीम महज़ 14.1 ओवर में 101 रन पर सिमट गई। इस पारी में 8 बल्लेबाज़ दहाई का आँकड़ा भी पार नहीं कर सके।

मार्कस स्टोइनिस ने 26 रनों की सर्वाधिक पारी खेली,जबकि प्रभसिमरन सिंह और अजमतुल्लाह उमरजई ने 18-18 रन बनाए।

आरसीबी की गेंदबाज़ी की बात करें तो,जोश हेजलवुड ने धारदार गेंदबाज़ी करते हुए 3 विकेट झटके और सुयश शर्मा ने भी 3 बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा।

पंजाब का कोई भी बल्लेबाज़ टिककर नहीं खेल पाया और टीम ने आईपीएल प्लेऑफ के इतिहास में सबसे कमजोर प्रदर्शन में से एक किया।

आरसीबी को जीत के लिए 102 रनों का मामूली लक्ष्य मिला,जिसे टीम ने सिर्फ 10 ओवरों में हासिल कर लिया। यह आईपीएल प्लेऑफ इतिहास की सबसे तेज़ जीत बन गई। 60 गेंदें शेष रहते आरसीबी ने मुकाबला अपने नाम किया।

2024 में केकेआर ने 57 गेंदें शेष रहते हैदराबाद को हराया था,लेकिन इस बार आरसीबी ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया।

आरसीबी की यह जीत 100 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे तेज जीत भी रही। सबसे तेज़ जीत खुद आरसीबी ने 2015 में केकेआर के खिलाफ 9.4 ओवर में 112 रन का लक्ष्य हासिल कर दर्ज की थी।

वहीं, 2024 में सनराइजर्स हैदराबाद ने भी पंजाब के खिलाफ 9.4 ओवर में 166 रन का लक्ष्य हासिल कर इसी रिकॉर्ड की बराबरी की थी।

तीसरे नंबर पर 2025 में ही केकेआर ने चेन्नई के खिलाफ 10.1 ओवर में 104 रन चेज़ कर जीत दर्ज की थी।आरसीबी की जीत के नायक रहे ओपनर फिलिप सॉल्ट, जिन्होंने मात्र 27 गेंदों में नाबाद 56 रन बनाए। उनकी इस पारी में 3 छक्के और 6 चौके शामिल थे उन्होंने शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए पंजाब के गेंदबाज़ों पर दबाव बना दिया। उनके अलावा कप्तान रजत पाटीदार ने नाबाद 15 रन बनाए और मयंक अग्रवाल ने 19 रनों का योगदान दिया।

आरसीबी की बल्लेबाज़ी इतनी दमदार थी कि लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने एक भी विकेट गिरने नहीं दिया,जब तक जीत नज़दीक न आ गई।

पंजाब किंग्स की हार का कारण कमज़ोर बल्लेबाज़ी और खराब रणनीत रही। शीर्ष क्रम पूरी तरह लड़खड़ा गया,जबकि मिडिल ऑर्डर में कोई साझेदारी नहीं बनी। गेंदबाज़ी में भी कोई धार नजर नहीं आई,न ही कोई विकेट लेने की लय।

यह हार निश्चित रूप से पंजाब किंग्स की मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ के लिए चिंतन का विषय होगी,क्योंकि टीम के पास अच्छे खिलाड़ी थे,लेकिन संयोजन और दबाव में खेलना नहीं आ सका।

आरसीबी के लिए यह मौका इतिहास बदलने का है।टीम के पास बैलेंस्ड स्क्वाड, आक्रामक बल्लेबाज़ी,अनुभवी गेंदबाज़ और आत्मविश्वास से भरा नेतृत्व है। 9 साल बाद फाइनल में पहुँचना टीम के धैर्य और मेहनत को दर्शाता है।

29 मई का दिन आरसीबी के प्रशंसकों के लिए बेहद खास रहा। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी,बल्कि उम्मीदों की लौ,रिकॉर्ड्स का विस्फोट और एक लंबे इंतज़ार के बाद फाइनल की ओर बढ़ता आत्मविश्वास था। अब निगाहें फाइनल पर टिकी हैं। अब देखना होगा कि फाइनल में उनका सामना किस टीम से होता है और क्या वे आईपीएल की सबसे ‘अंडरएचीवर’ टीम का टैग हटाकर चैंपियन बनने में कामयाब होती है।