वेंकटेश अय्यर (तस्वीर क्रेडिट@KnightsVibe)

आईपीएल 2025: आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर छक्का मारना नहीं होता,खेल की स्थिति को समझना जरूरी है : वेंकटेश अय्यर

कोलकाता, 4 अप्रैल (युआईटीवी)- आईपीएल 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 80 रनों से शानदार जीत के बाद आक्रामकता की परिभाषा पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर छक्का मारना नहीं होता,बल्कि यह सही इरादे के साथ खेलने से है। उन्होंने यह भी कहा कि अपने प्राकृतिक खेल पर फोकस करना बेहद महत्वपूर्ण होता है।

वेंकटेश अय्यर ने मैच के दौरान 29 गेंदों पर 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 60 रन की शानदार पारी खेली। उनकी पारी ने केकेआर को 200 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई,खासकर जब टीम को अच्छी शुरुआत के बाद एक मजबूत स्कोर की आवश्यकता थी। अय्यर की पारी के दौरान,वह पूरी तरह से अपने इरादे और परिस्थितियों के अनुसार खेल रहे थे,जो टीम की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व साबित हुआ।

केकेआर की बल्लेबाजी के बारे में बात करते हुए अय्यर ने कहा कि आक्रामकता जरूरी है,लेकिन इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने प्राकृतिक खेल को अपनाए रखें। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आक्रामकता का मतलब यह नहीं है कि हर गेंद पर बाउंड्री ही मारी जाए। इसके बजाय,यह इस बारे में है कि आप परिस्थितियों को समझें और उन्हें अपने पक्ष में लाने के लिए कैसे खेलें। अय्यर ने यह भी कहा कि टीम को अपनी स्थिति को समझते हुए स्मार्ट क्रिकेट खेलना जरूरी है, खासकर तब जब स्कोर 50 रन पर 6 विकेट हो और परिस्थितियाँ चुनौतीपूर्ण हों।

वेंकटेश अय्यर ने अपने साथियों में कप्तान अजिंक्य रहाणे और युवा बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी का भी क्रेडिट दिया,जिनकी पारी ने टीम को मजबूती प्रदान की। रहाणे ने 38 रन बनाए,जबकि रघुवंशी ने 50 रन की अहम पारी खेली। अय्यर ने बताया कि कप्तान रहाणे ने टाइमआउट के दौरान संदेश भेजा था कि पिच आसान नहीं है और बल्लेबाजों को अपना समय लेकर खेलना होगा। उन्होंने कहा कि यह संदेश टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण था,क्योंकि इससे खिलाड़ियों को परिस्थितियों के अनुसार खेल के बारे में सही दिशा मिली।

अय्यर ने यह भी कहा कि टीम के लिए डेथ ओवरों में तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से रिंकू सिंह और उनकी खुद की होती है। हैदराबाद के खिलाफ अपनी पारी के दौरान अय्यर ने इसे सही साबित किया। उन्होंने कहा कि जब वह बल्लेबाजी कर रहे थे,तो उन्हें यह पूरा विश्वास था कि उनके बाद रमनदीप सिंह और आंद्रे रसेल जैसे अनुभवी बल्लेबाज हैं,जो गेंदबाजों के खिलाफ अपनी ताकत दिखा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह कुछ गेंदों को भी लेते हैं,तो उनके पास ऐसे बल्लेबाज मौजूद हैं,जो किसी भी स्थिति में विपक्षी टीम की रणनीतियों को ध्वस्त कर सकते हैं।

वेंकटेश अय्यर ने यह भी बताया कि उन्होंने मैच के दौरान यह महसूस किया कि उनके पास जो बैटिंग लाइन-अप है,वह किसी भी स्थिति को संभालने की क्षमता रखता है। टीम के पास ऐसी बैटिंग पावर है,जो अंत के ओवरों में भी बड़े शॉट्स खेल सकती है और विपक्षी टीम पर दबाव बना सकती है। अय्यर का यह दृष्टिकोण टीम के आत्मविश्वास और रणनीति को दर्शाता है,जो उन्हें मैच के दौरान अच्छी शुरुआत के बावजूद लगातार अपनी पारी को आगे बढ़ाने में मदद करता है।

केकेआर की टीम में अय्यर की भूमिका हमेशा से ही अहम रही है और इस मैच में भी उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से इसे साबित किया। वह सिर्फ टीम के बल्लेबाजी क्रम में ही नहीं,बल्कि पूरे टीम के मनोबल को ऊँचा करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उनके द्वारा व्यक्त की गई रणनीति और दृष्टिकोण इस बात का प्रतीक हैं कि केकेआर को अपनी आक्रामकता को सही दिशा में इस्तेमाल करने का क्या तरीका है।

आखिरकार, यह जीत केकेआर के लिए एक शानदार उदाहरण रही कि कैसे आक्रामकता और स्मार्ट क्रिकेट का संयोजन टीम को सफलता दिला सकता है। अय्यर की कप्तानी और उनकी बल्लेबाजी की समझदारी ने केकेआर को एक और यादगार जीत दिलाई,जिससे उनकी टीम अब और भी मजबूत नजर आ रही है।