विराट कोहली की आँखों से छलके आँसू (तस्वीर क्रेडिट@KraantiKumar)

आईपीएल 2025: 18 साल बाद विराट का आईपीएल ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा,आरसीबी बना चैंपियन,विराट कोहली की आँखों से छलके आँसू

अहमदाबाद,4 जून (युआईटीवी)- आईपीएल 2025 का सबसे इमोशनल,सबसे ऐतिहासिक और सबसे बहुप्रतीक्षित पल आखिरकार आ ही गया। 18 साल के लंबे इंतजार,हजारों उम्मीदों और अनगिनत बार टूटे दिलों के बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी ) ने आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। मंगलवार की रात अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में विराट कोहली की अगुआई में आरसीबी ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली बार आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।

यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं थी,यह विराट कोहली,रजत पाटीदार,क्रुणाल पांड्या और हर उस प्रशंसक की जीत थी,जिसने हर साल हार के बाद भी अपनी टीम का साथ नहीं छोड़ा।

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी आरसीबी की शुरुआत कोई विस्फोटक नहीं थी,लेकिन संतुलित और संयमित पारी ने टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुँचा दिया। टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 190 रन बनाए। विराट कोहली ने एक बार फिर अहम भूमिका निभाई और 35 गेंदों पर 43 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से सिर्फ 3 चौके निकले,लेकिन उनकी मौजूदगी ने टीम की रीढ़ मजबूत रखी।

आरसीबी ने 5 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 46 रन बनाए,10 ओवर में 2 विकेट खोकर 87 रन बनाए,तो 15 ओवर में विकेट के नुकसान पर 132 रन बनाए और आखिरी के 5 ओवर में 5 विकेट खोकर 58 रन बनाकर कुल 190 रन का लक्ष्य दिया।

आरसीबी की पारी में किसी ने भी अर्धशतक नहीं लगाया,लेकिन हर बल्लेबाज़ ने छोटा मगर मूल्यवान योगदान दिया। रजत पाटीदार ने 16 गेंदों पर 26 रन की पारी खेली,मयंक अग्रवाल 18 गेंदों पर 24 रन बनाए,लियाम लिविंगस्टोन ने 16 गेंदों पर 25 रन, जितेश शर्मा ने 10 गेंदों पर 24 रन और रोमारियो शेफर्ड ने 9 गेंदों पर 17 पारी खेली।

आरसीबी ने कुल मिलाकर 11 चौके और 9 छक्के जड़े। हालाँकि,टीम का स्कोर 200 तक पहुँचता दिख रहा था,लेकिन पंजाब के गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने आखिरी ओवर में कमाल कर दिया। उन्होंने तीन विकेट चटकाए और सिर्फ 3 रन दिए। इससे आरसीबी की पारी 190 पर सिमट गई,लेकिन ये स्कोर ही अंततः निर्णायक साबित हुआ।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स की शुरुआत भी तेज थी। उन्होंने पावरप्ले (6 ओवर) में 1 विकेट के नुकसान पर 52 रन जोड़ लिए थे,लेकिन मिडल ओवर्स में आरसीबी की गेंदबाज़ी ने पंजाब को बैकफुट पर धकेल दिया।

10 ओवर में पंजाब का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 81 रन था। इसके बाद लगातार विकेट गिरते गए और पंजाब की उम्मीदें भी कमजोर होती चली गईं,लेकिन आखिरी ओवरों में शशांक सिंह ने अद्भुत साहस दिखाया। उन्होंने 30 गेंदों पर 61 रन बनाए,जिसमें 3 चौके और 6 छक्के शामिल थे।

शशांक ने अंतिम ओवर में जोश हेजलवुड को तीन छक्के और एक चौका मारा, जिससे मुकाबला आखिरी गेंद तक रोमांचक बना रहा,लेकिन अंतर मात्र 6 रनों का रह गया और पंजाब 184/7 पर रुक गई।

मैच के बाद जो दृश्य देखने को मिला,वो सिर्फ खेल नहीं,एक भावना बन चुका था। विराट कोहली,जिनका आरसीबी के लिए प्यार और समर्पण कभी कम नहीं हुआ, जीत के बाद खुशी से रो पड़े। यह वही कोहली हैं,जो टीम की हार में भी सबसे पहले मैदान छोड़ते थे,लेकिन हार नहीं मानते थे।

आज की जीत उन 18 सालों के संघर्ष,असफल होने के दर्द और प्रशंसकों की न टूटने वाली उम्मीदों का परिणाम था। सोशल मीडिया पर एक प्रशंसक ने लिखा,“आज सिर्फ आरसीबी नहीं जीती,बल्कि हर वो इंसान जीता,जो गिरने के बाद भी खड़ा होता है।”

एक सीएसके फैन ने भावुक होकर लिखा, “शुक्रिया आरसीबी, तुमने बता दिया कि हारते-हारते भी जीतना मुमकिन है।”

आरसीबी की जीत में गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाज़ी और सटीक फील्डिंग ने निर्णायक भूमिका निभाई।

जोश हेजलवुड ने भले ही अंतिम ओवर में रन दिए,लेकिन पूरे टूर्नामेंट में उनकी लाइन-लेंथ और अनुभव अमूल्य रहे।

क्रुणाल पांड्या की स्पिन गेंदबाज़ी और कप्तानी में सूझबूझ ने पंजाब की रनगति को धीमा किया।

मोहम्मद सिराज और फर्ग्यूसन जैसे गेंदबाजों ने मिडल ओवर्स में विकेट निकाल कर दबाव बनाए रखा।

आरसीबी की यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं,बल्कि एक संघर्ष की गाथा है। 18 साल के लंबे सफर में तीन बार फाइनल हारने के बाद भी टीम ने हार नहीं मानी। विराट कोहली,जो शुरू से इस फ्रेंचाइज़ी का चेहरा रहे हैं,आखिरकार ट्रॉफी के साथ तस्वीर में मुस्कुराते दिखे।अब आरसीबी सिर्फ एक टीम नहीं,बल्कि उम्मीद की मिसाल बन गई है।

आरसीबी की 2025 की यह ऐतिहासिक जीत क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा बनकर उभरी है। टीम ने न केवल मैदान पर संघर्ष किया,बल्कि हर प्रशंसक के दिल में उम्मीद की लौ भी जलाई। यह मैच आईपीएल के इतिहास में सबसे इमोशनल,सबसे प्रतीक्षित और सबसे दिल छू लेने वाले मुकाबलों में से एक बन गया है।