ग्लेन मैक्सवेल (तस्वीर क्रेडिट@kkkumheriya)

आईपीएल 2026 नीलामी से बाहर हुए ग्लेन मैक्सवेल,सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट साझा कर फैसले को बताया करियर का ‘सबसे बड़ा कदम’

नई दिल्ली,2 दिसंबर (युआईटीवी)- इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2026 की नीलामी इस बार कई मायनों में खास होने वाली है। अबु धाबी में 16 दिसंबर को होने वाली इस नीलामी के लिए रिकॉर्ड 1,355 खिलाड़ियों ने अपना नाम रजिस्टर कराया है,लेकिन इन हजारों खिलाड़ियों के बीच एक ऐसा नाम है,जो सूची में शामिल नहीं है और जिसने क्रिकेट जगत को चौंका दिया है—ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल। लंबे समय से आईपीएल के नियमित और प्रभावशाली खिलाड़ी रहे मैक्सवेल ने इस बार नीलामी में हिस्सा न लेने का निर्णय किया है। उनके इस फैसले के पीछे कई अटकलें लगाई जा रही हैं,लेकिन मैक्सवेल खुद इसे अपने करियर का बड़ा और भावनात्मक फैसला बताते हैं।

ग्लेन मैक्सवेल ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा करते हुए आईपीएल 2026 नीलामी से बाहर होने की जानकारी दी। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आईपीएल में कई यादगार सीज़न के बाद,मैंने इस साल के ऑक्शन में अपना नाम न डालने का फैसला किया है। यह मेरे करियर का एक बड़ा फैसला है। इस लीग ने मुझे जो कुछ भी दिया है,उसके लिए मैं दिल से शुक्रगुजार हूँ।” उनकी इस पोस्ट में न सिर्फ कृतज्ञता झलकती है,बल्कि आईपीएल के प्रति उनका भावनात्मक जुड़ाव भी साफ दिखाई देता है।

मैक्सवेल ने आगे लिखा, “आईपीएल ने मुझे एक क्रिकेटर और एक इंसान के रूप में विकसित किया है। मुझे विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के साथ खेलने,कुछ बेहतरीन फ्रेंचाइजियों का हिस्सा बनने और ऐसे जोशीले प्रशंसकों के सामने परफॉर्म करने का मौका मिला,जिनका उत्साह अविस्मरणीय है। भारत की यादें,उसकी चुनौतियाँ और उसकी ऊर्जा हमेशा मेरे साथ रहेंगी। पिछले कई सालों में मिले आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। उम्मीद है,जल्द ही फिर मुलाकात होगी।” उनकी इस टिप्पणी से संकेत मिलता है कि भले ही वह इस बार नीलामी का हिस्सा न हों,लेकिन भविष्य में उनके वापसी के दरवाजे पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं।

ग्लेन मैक्सवेल का आईपीएल सफर बेहद प्रभावशाली रहा है। वह 2012 से इस लीग का हिस्सा रहे हैं और आईपीएल में उन्होंने कई मैचों में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और उपयोगी स्पिन गेंदबाजी से दर्शकों का दिल जीता है। अपने करियर में मैक्सवेल ने अब तक 141 मैच खेले हैं,जिसमें उन्होंने 2,819 रन बनाए हैं। उनकी स्ट्राइक रेट 155.15 रही है,जो टी20 प्रारूप में किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद मूल्यवान मानी जाती है। इस दौरान उन्होंने 18 अर्धशतक लगाए हैं और कई अवसरों पर अपनी टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला है। गेंदबाजी में भी उनका योगदान कम नहीं रहा और उन्होंने लीग में 41 विकेट अपने नाम किए हैं।

मैक्सवेल के दो सीजन—2014 और 2021 विशेष रूप से शानदार रहे। 2014 में पंजाब किंग्स के लिए उन्होंने 16 मैचों में 552 रन बनाए थे और उस सीजन में वह सबसे आकर्षक और प्रभावशाली बल्लेबाजों में से एक रहे। 2021 में आरसीबी की ओर से खेलते हुए उन्होंने 15 मैचों में 513 रन जोड़े और अपनी टीम की जीत में कई अहम योगदान दिए। 2023 में भी उन्होंने आरसीबी के लिए 400 रन बनाए थे,जिससे यह साबित हुआ कि वह अब भी अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी क्षमता में कोई कमी नहीं रखते।

पिछले सीजन वह पंजाब किंग्स का हिस्सा थे,लेकिन बीच में ही उंगली की चोट के चलते उन्हें टूर्नामेंट छोड़ना पड़ा। पंजाब ने उनकी जगह मिचेल ओवेन को टीम में शामिल किया था। इस चोट के बाद मैक्सवेल की फिटनेस को लेकर कई तरह की चर्चाएँ चल रही थीं और उनके फैसले से यह स्पष्ट हो गया कि वह फिलहाल खुद को बड़े अंतर्राष्ट्रीय और लीग सीजन के लिए तैयार करने पर ध्यान दे रहे हैं।

आईपीएल की नीलामी हर साल टीमों के लिए रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होती है और मैक्सवेल जैसे अनुभवी ऑलराउंडर की अनुपस्थिति निश्चित रूप से कई टीमों की योजनाओं को प्रभावित करेगी। चाहे वह मध्यक्रम को मजबूत करना हो,डेथ ओवर्स में तेज रन बनाना हो या फिर गेंदबाजी में उपयोगी ओवर देना हो—मैक्सवेल इन्होंने हर भूमिका में टीमों को मजबूती दी है।

उनके प्रशंसकों के लिए यह फैसला भले ही निराशाजनक हो,लेकिन उनका संदेश इस बात का संकेत देता है कि यह ब्रेक स्थायी नहीं है। जिस तरह उन्होंने आईपील और भारत के प्रति अपने लगाव का जिक्र किया है,उससे लगता है कि यह केवल एक छोटा विराम है,हमेशा के लिए विदाई नहीं। आईपीएल 2026 जरूर उनके बिना शुरू होगा,लेकिन उनके योगदान और करिश्माई अंदाज़ की यादें इस लीग के इतिहास का अभिन्न हिस्सा बनी रहेंगी।

ग्लेन मैक्सवेल का यह निर्णय एक बड़े युग का छोटा सा विराम है। क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे हैं कि वह नई ऊर्जा,नई प्रेरणा और नए उत्साह के साथ भविष्य में फिर से आईपीएल के मैदान पर लौटेंगे। फिलहाल उनका यह फैसला आईपीएल 2026 की नीलामी को और भी चर्चा का विषय बना चुका है।