नई दिल्ली,6 नवंबर (युआईटीवी)- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम एशियाई संकट के बीच ईरानी राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रायसी को फोन कर बातचीत की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत का रुख दोहराया है।
पश्चिम एशिया क्षेत्र की कठिन स्थिति पर दोनों देशों के नेताओं ने बातचीत की और इजराइल-हमास संघर्ष पर अपने-अपने विचारों को व्यक्त किया।
हिंसा,आतंकवादी घटनाओं और नागरिकों की जान के नुकसान पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी चिंता व्यक्त की।
ईरानी राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रायसी ने पश्चिम एशिया क्षेत्र की कठिन स्थिति पर अपना आकलन साझा किया।
दोनों देशों के नेताओं ने बातचीत के दौरान तनाव को रोकने पर जोर दिया। आगे उन्होंने इस मुद्दे पर जोर देते हुए विचार-विमर्श किया कि शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने की जरूरत है और साथ ही यह सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि निरंतर मानवीय सहायता पहुँचायी जा सके।
बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग में नेताओं ने प्रगति की सकारात्मक मूल्यांकन करते हुए समीक्षा की। उन्होंने ईरान में चाबहार बंदरगाह पर ध्यान देने और प्राथमिकता देने का स्वागत किया। जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार आने की संभावना बढ़ गई है।
दोनों देशों के नेताओं ने आपस में संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए ताकि क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता बने रहे।
इससे पूर्व पश्चिम एशिया में गंभीर स्थिति पर ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी चर्चा की थी।
एक्स पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने कहा था कि,आज ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बातचीत हुई। इस बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं पर चर्चा हुई। जिसमें इस तनाव को रोकने के महत्व पर जोर दिया गया। साथ ही इस महत्व से अवगत कराया गया कि निरंतर मानवीय सहायता पहुँचायी जा सके।
