इस्लामाबाद धमाके के बाद रद्द हुआ पाकिस्तान-श्रीलंका दूसरा वनडे (तस्वीर क्रेडिट@AnilYadavmedia1)

इस्लामाबाद धमाके के बाद रद्द हुआ पाकिस्तान-श्रीलंका दूसरा वनडे,आठ खिलाड़ी लौटे स्वदेश,टी20 सीरीज पर भी मंडरा रहा खतरा

इस्लामाबाद,13 नवंबर (युआईटीवी)- पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच चल रही वनडे सीरीज में गुरुवार को बड़ा झटका लगा,जब दोनों टीमों के बीच खेला जाने वाला दूसरा वनडे मैच रद्द कर दिया गया। रावलपिंडी में होने वाला यह मुकाबला इस्लामाबाद में हुए भीषण बम धमाके के कारण रद्द किया गया है। राजधानी इस्लामाबाद में हुए इस विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई,जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। इस धमाके के बाद श्रीलंकाई टीम दहशत में है और उसने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। इसी कारण श्रीलंका के आठ खिलाड़ियों ने तत्काल प्रभाव से स्वदेश लौटने का फैसला किया।

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि खिलाड़ियों ने रावलपिंडी और इस्लामाबाद की भौगोलिक निकटता को देखते हुए अपनी सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। बोर्ड ने कहा, “खिलाड़ियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे ऐसे माहौल में खेलना सुरक्षित नहीं मानते। टीम प्रबंधन और सुरक्षा अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला किया गया कि आठ खिलाड़ी तत्काल स्वदेश लौट जाएँगे।” बोर्ड ने आगे बताया कि इन खिलाड़ियों की जगह जल्द ही दूसरे खिलाड़ियों को पाकिस्तान भेजा जाएगा,ताकि सीरीज के बाकी मैच पूरे किए जा सकें।

यह घटना ऐसे समय पर हुई है,जब पाकिस्तान क्रिकेट लंबे समय बाद अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर रहा था। पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को दोबारा अपने घरेलू मैदानों पर लौटाने की काफी कोशिशें की थीं। श्रीलंका का दौरा पाकिस्तान के लिए खास मायने रखता था,क्योंकि 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद कई देशों ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। इस घटना ने पाकिस्तान क्रिकेट को लगभग एक दशक तक अंतर्राष्ट्रीय मंच से अलग-थलग कर दिया था। अब एक बार फिर धमाके की यह घटना क्रिकेट जगत के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है।

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क में रहते हुए वह स्थिति पर लगातार नजर रखेगा। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, “हम नहीं चाहते कि हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा से किसी तरह का जोखिम लिया जाए। फिलहाल जो खिलाड़ी पाकिस्तान में रह गए हैं,उन्हें विशेष सुरक्षा दी गई है। वहीं जो खिलाड़ी स्वदेश लौट रहे हैं,उनके लिए चार्टर्ड फ्लाइट की व्यवस्था की जा रही है।”

इस्लामाबाद धमाके के बाद अब आगामी त्रिकोणीय टी20 सीरीज पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ जिम्बाब्वे भी इस सीरीज में हिस्सा लेने वाली थी। यह टी20 सीरीज इसी महीने के अंत में शुरू होनी थी,लेकिन अब इसकी संभावनाएँ धूमिल दिखाई दे रही हैं। श्रीलंकाई बोर्ड ने संकेत दिया है कि जब तक पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुरक्षा का आश्वासन नहीं देतीं,तब तक टीम की वापसी संभव नहीं होगी।

इस हादसे ने न केवल दोनों टीमों के खिलाड़ियों को झकझोर दिया है,बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की चिंता भी बढ़ा दी है। पीसीबी ने एक बयान जारी कर कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है। बोर्ड ने कहा, “हमारे लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की हम कड़ी निंदा करते हैं। फिलहाल सभी खिलाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और भविष्य के कार्यक्रमों पर चर्चा जारी है।”

दूसरी ओर,पाकिस्तान सरकार ने हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि देश में आतंकवाद की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा और सख्त सजा दी जाएगी।

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। क्रिकेट प्रेमियों ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और पाकिस्तान में खेलों के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं। कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले से पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर एक बार फिर नकारात्मक असर पड़ सकता है। श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने भी एक ट्वीट में लिखा, “खेल कभी डर का शिकार नहीं होना चाहिए,लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे पहले है। आशा है कि सभी सुरक्षित हैं और जल्द सामान्य स्थिति बहाल होगी।”

यह पहला मौका नहीं है,जब किसी आतंकी घटना के कारण पाकिस्तान में खेल प्रभावित हुआ हो। बीते वर्षों में न्यूजीलैंड,इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमें भी सुरक्षा कारणों से अपने दौरे रद्द कर चुकी हैं। ऐसे में श्रीलंका के खिलाड़ियों का यह कदम पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।

अब क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस बात पर हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) इस स्थिति से कैसे निपटते हैं। फिलहाल दूसरा वनडे रद्द होने के बाद सीरीज का भविष्य अधर में लटक गया है। अगर सुरक्षा हालात में सुधार नहीं हुआ,तो तीसरा वनडे और आगामी टी20 सीरीज भी स्थगित या रद्द की जा सकती है।

इस्लामाबाद धमाके ने एक बार फिर यह याद दिला दिया है कि आतंकवाद के साये में खेलना आज भी जोखिम भरा है। पाकिस्तान की कोशिशों के बावजूद,अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी की राह अब पहले से कहीं ज्यादा कठिन दिख रही है। खिलाड़ियों की सुरक्षा और विश्वसनीयता बहाल करना अब पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।