नई दिल्ली,14 मई (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट को हाल ही में दो बड़े झटके लगे हैं,जब मौजूदा समय के सबसे अनुभवी और सफल बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इन दोनों दिग्गजों के संन्यास ने टेस्ट क्रिकेट के चाहने वालों को भावुक कर दिया है,लेकिन इसी बीच इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर सकारात्मक और आश्वस्त करने वाली बात कही है।
एंडरसन का मानना है कि भारत के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है,जो विराट और रोहित के जाने से बनी खाली जगह को भर सकते हैं। उन्होंने कोहली को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के महान बल्लेबाजों में एक बताया और कहा कि वह इस फॉर्मेट में भारत के लिए जुनून,आक्रामकता और नेतृत्व का प्रतीक रहे हैं।
12 मई 2025 को विराट कोहली ने अपने 14 साल लंबे टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों की 210 पारियों में 30 शतकों की मदद से 9230 रन बनाए। कोहली का टेस्ट करियर भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐसी प्रेरणा बना, जिसमें उन्होंने ना सिर्फ एक बल्लेबाज के रूप में,बल्कि एक कप्तान के रूप में भी टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
कोहली को उनकी आक्रामक कप्तानी और फिटनेस के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को एक नई जान दी,जब इस फॉर्मेट को दुनिया भर में कम प्राथमिकता दी जा रही थी। कोहली के नेतृत्व में भारत ने टेस्ट क्रिकेट में विदेशों में भी कई यादगार जीत दर्ज कीं।
विराट कोहली और जेम्स एंडरसन के बीच टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार मुकाबले हुए हैं। एंडरसन ने कोहली के खिलाफ 36 पारियों में 305 रन दिए और 7 बार उन्हें आउट किया। कभी कोहली एंडरसन पर हावी रहे,तो कभी एंडरसन ने कोहली को पवेलियन भेजा। दोनों के बीच की यह प्रतिद्वंदिता दर्शकों के लिए हमेशा रोमांच का केंद्र रही है।
एंडरसन ने टॉकस्पोर्ट से बातचीत में कहा, “विराट एक महान बल्लेबाज रहे हैं। उनकी कमी भारतीय टेस्ट टीम में निश्चित तौर पर खलेगी,लेकिन भारत में इतनी प्रतिभा है कि वे खिलाड़ी उस शून्य को भर सकते हैं।”
एंडरसन ने रोहित शर्मा के संन्यास पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रोहित के जाने के बाद भारतीय टीम को एक नया कप्तान मिलेगा और एक नया युग शुरू होगा। एंडरसन का मानना है कि आईपीएल के जरिए आ रहे युवा खिलाड़ी अब टेस्ट फॉर्मेट में भी अपनी पकड़ बना रहे हैं। इन युवाओं में आक्रामकता और आत्मविश्वास है,जो भारत को टेस्ट में मजबूती देंगे।
भारतीय क्रिकेट टीम को अब जून 2025 में इंग्लैंड दौरे पर जाना है,जहाँ पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। यह सीरीज नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत भी होगी। एंडरसन ने कहा, “भारतीय टीम इंग्लैंड में भी एक बड़ी चुनौती बनकर उभरेगी। टीम की गहराई और युवा टैलेंट उन्हें किसी भी परिस्थिति में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार बनाते हैं।”
एंडरसन ने यह भी कहा कि इंग्लैंड के लिए यह साल अहम है,क्योंकि उन्हें एशेज सीरीज भी खेलनी है। ऐसे में भारत का दौरा और भी कठिन साबित होगा।
जैसे ही विराट और रोहित टेस्ट से विदा हुए हैं,अब फोकस भारत के उन युवा खिलाड़ियों पर है,जो इस विरासत को आगे बढ़ाएँगे। शुभमन गिल,यशस्वी जायसवाल,सरफराज खान,रजत पाटीदार और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे बल्लेबाजों में वह क्षमता है,जो आने वाले समय में भारत की टेस्ट बल्लेबाजी को मजबूती दे सकते हैं।
इसके अलावा,शिवम दुबे,आर अश्विन,जसप्रीत बुमराह,मोहम्मद सिराज और रवींद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम को संतुलन प्रदान करेंगे।
विराट कोहली और रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक भावनात्मक क्षण है,लेकिन इस फैसले ने नए खिलाड़ियों के लिए दरवाजे भी खोले हैं। जेम्स एंडरसन जैसे दिग्गज का यह विश्वास कि भारत के पास पर्याप्त प्रतिभा है,खुद यह दर्शाता है कि भारतीय क्रिकेट की नींव कितनी मजबूत है।
अब सबकी निगाहें जून में इंग्लैंड दौरे पर होंगी,जहाँ एक नई भारतीय टेस्ट टीम विराट और रोहित की विरासत को आगे बढ़ाने उतरेगी। टेस्ट क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है और भारत इसमें एक बार फिर अगुवा बनकर उभर सकता है।
