जैनिक सिनर (तस्वीर क्रेडिट@jannik_files)

जैनिक सिनर ने पेरिस मास्टर्स सेमीफाइनल में बनाई जगह,विश्व नंबर 1 बनने के और करीब पहुँचे

पेरिस,1 नवंबर (युआईटीवी)- पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट में इटली के उभरते सितारे जैनिक सिनर ने एक बार फिर अपने शानदार फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है। शुक्रवार को खेले गए क्वार्टरफाइनल मुकाबले में सिनर ने अमेरिका के युवा खिलाड़ी बेन शेल्टन को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से पराजित किया। यह जीत न केवल उनके शानदार प्रदर्शन का प्रमाण है,बल्कि उन्हें विश्व नंबर 1 रैंकिंग के और करीब भी ले आई है।

24 वर्षीय सिनर के लिए यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक रही। यह पहली बार है,जब उन्होंने पेरिस मास्टर्स के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। इसके साथ ही उन्होंने शेल्टन के खिलाफ अपनी लगातार सातवीं जीत दर्ज की। मात्र 70 मिनट तक चले इस मुकाबले में सिनर ने अपने आक्रामक और संतुलित खेल से दर्शकों को प्रभावित किया। पहले सेट में उन्होंने शेल्टन की दमदार सर्विस का मजबूती से सामना करते हुए लगातार रिटर्न पर अंक बटोरे और 6-3 से बढ़त बना ली।

दूसरे सेट की शुरुआत में शेल्टन ने वापसी के संकेत दिए और एक समय सिनर की सर्विस तोड़ दी,लेकिन इटालियन खिलाड़ी ने जल्द ही लय हासिल करते हुए नियंत्रण अपने पक्ष में कर लिया। बेहतरीन बैकहैंड और सटीक नेट प्ले के दम पर उन्होंने शेल्टन को कोई बड़ा मौका नहीं दिया। अंततः सिनर ने दूसरा सेट भी 6-3 से जीतकर मुकाबले को अपने नाम किया।

मैच के बाद ‘स्काई स्पोर्ट्स’ से बातचीत में जैनिक सिनर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैं बेहद खुश हूँ। यह बहुत कठिन मैच था। बेन शेल्टन की सर्विस बेहद तेज और सटीक होती है,ऐसे में हर रिटर्न को संभालना आसान नहीं था,लेकिन मुझे लगा कि मैंने आज बहुत अच्छा रिटर्न खेला और आक्रामक टेनिस दिखाया। ऐसे मैच जीतना आत्मविश्वास बढ़ाता है।”

सिनर ने यह भी कहा कि वह फिलहाल विश्व नंबर 1 रैंकिंग के बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं फिलहाल सिर्फ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूँ। रैंकिंग अपने आप आएगी,अगर आप अच्छा खेलते हैं। पेरिस मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुँचना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। यह सीजन बहुत लंबा और चुनौतीपूर्ण रहा है,लेकिन इसके नतीजे शानदार रहे हैं। मैं इन्हें कभी कमतर नहीं आंकता।”

सिनर अब सेमीफाइनल में जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव से भिड़ेंगे,जिन्होंने एक रोमांचक मुकाबले में रूस के डेनियल मेदवेदेव को 2-6, 6-3, 7-6 (7-5) से हराया। ज्वेरेव और मेदवेदेव के बीच यह मैच करीब तीन घंटे तक चला,जिसमें ज्वेरेव ने दो मैच प्वाइंट बचाते हुए शानदार वापसी की। निर्णायक सेट में टाईब्रेकर के दौरान ज्वेरेव ने न केवल संयम दिखाया,बल्कि अपने अनुभव और क्लासिक ग्राउंडस्ट्रोक्स के दम पर जीत दर्ज की।

इस मुकाबले के साथ पेरिस मास्टर्स के सेमीफाइनल लाइनअप को लेकर दर्शकों में रोमांच बढ़ गया है। एक तरफ युवा ऊर्जा से भरपूर जैनिक सिनर हैं,तो दूसरी ओर अनुभवी और आक्रामक ज्वेरेव। दोनों खिलाड़ियों के बीच अब तक कई रोमांचक भिड़ंतें हो चुकी हैं और इस बार दांव पर है फाइनल में जगह के साथ-साथ सिनर की रैंकिंग रेस में बढ़त।

इस बीच,टूर्नामेंट के अन्य क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में भी जबरदस्त मुकाबले देखने को मिले। अलेक्जेंडर बुब्लिक ने ऑस्ट्रेलिया के छठे वरीय एलेक्स डी मिनौर को कड़े संघर्ष में 6-7 (5-7), 6-4, 7-5 से हराते हुए अपने करियर का पहला मास्टर्स सेमीफाइनल हासिल किया। बुब्लिक ने शानदार सर्विस गेम दिखाते हुए निर्णायक सेट में डी मिनौर की सर्विस ब्रेक की और फाइनल-4 में पहुँच गए।

अब बुब्लिक का सामना कनाडा के फेलिक्स ऑगर-अलियासिमे से होगा,जिन्होंने अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में फ्रांस के वैलेंटिन वाचेरोट को 6-2, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। अलियासिमे के लिए यह सीजन का एक महत्वपूर्ण क्षण है,क्योंकि हाल के महीनों में वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं थे,लेकिन पेरिस में उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।

इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी चौंकाने वाली घटना रही कार्लोस अल्काराज की शुरुआती हार। दूसरे दौर में ब्रिटेन के कैमरन नॉरी के खिलाफ अप्रत्याशित रूप से बाहर हो जाने से सिनर के लिए रास्ता खुल गया। अब अगर सिनर पेरिस मास्टर्स का खिताब जीतते हैं,तो वे अल्काराज को पछाड़कर विश्व नंबर 1 की कुर्सी पर काबिज हो सकते हैं।

सिनर के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि उनके पास न केवल यह टूर्नामेंट जीतने,बल्कि आने वाले महीनों में विश्व टेनिस पर दबदबा कायम करने की क्षमता है। इस सीजन में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन और विंबलडन दोनों में शानदार प्रदर्शन किया है और कई बड़े खिलाड़ियों को मात दी है।

अब पेरिस के इंडोर कोर्ट पर उनकी अगली चुनौती ज्वेरेव जैसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी को हराना होगा। अगर सिनर इस मुकाबले में जीत जाते हैं,तो वे न केवल फाइनल में पहुँचेंगे,बल्कि इतिहास रचने की ओर एक और कदम बढ़ा देंगे। इस समय पूरा टेनिस जगत उनकी तरफ टकटकी लगाए देख रहा है कि क्या यह युवा इतालवी खिलाड़ी अपनी लगातार सफलता की कहानी को आगे बढ़ा पाएगा।