नई दिल्ली,19 नवंबर (युआईटीवी)- जियो ने बुधवार को अपनी जियो जेमिनी ऑफरिंग में बड़ा अपग्रेड करते हुए घोषणा की कि अब कंपनी के अनलिमिटेड 5G ग्राहकों को गूगल के लेटेस्ट एआई मॉडल,जेमिनी 3 का मुफ्त एक्सेस मिलेगा। इस फैसले के बाद जियो ने भारतीय बाजार में एआई आधारित सेवाओं को बड़े पैमाने पर आम लोगों तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा दिया है। जेमिनी प्रो प्लान के तहत दिया जाने वाला यह अपग्रेड बुधवार से सभी पात्र उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हो गया है और इसे माई जियो ऐप में जाकर आसानी से सक्रिय किया जा सकता है।
जियो की नई पेशकश के तहत हर अनलिमिटेड 5G उपभोक्ता को गूगल जेमिनी प्रो प्लान का 18 महीने तक फ्री एक्सेस मिलेगा,जिसकी कुल कीमत लगभग 35,100 रुपये बनती है। यह ऑफर न केवल भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए एआई तकनीक को पहले के मुकाबले और अधिक सुलभ बनाता है,बल्कि भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच जियो की पकड़ को भी और मजबूत करेगा। कंपनी के अनुसार,इच्छुक उपयोगकर्ता माई जियो ऐप में दिखाई देने वाले “क्लेम नाउ” बैनर पर क्लिक करके इसे तुरंत सक्रिय कर सकते हैं।
जेमिनी 3 गूगल का नवीनतम और अत्याधुनिक एआई मॉडल है,जिसे मल्टीमोडल क्षमताओं,उच्च स्तरीय तर्क शक्ति और नए तरह के गतिशील अनुभवों के साथ तैयार किया गया है। यह टेक दुनिया में गूगल के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है,क्योंकि कंपनी ने पहली बार सर्च इंजन में एआई मोड के साथ अपने नए मॉडल को पहले दिन से ही शामिल किया है। गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी जेमिनी 3 को लेकर अपनी उत्सुकता व्यक्त की और इसे एआई विकास के लिए एक नया अध्याय बताया।
पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट में यह बताया कि जेमिनी को गूगल अपने विशाल स्केल पर पेश कर रहा है और यह सर्च में एआई मोड के साथ उपयोगकर्ताओं को ज्यादा गहन, तार्किक और इंटरएक्टिव अनुभव देने के लिए तैयार है। इसके साथ ही जेमिनी 3 अब जेमिनी ऐप,एआई स्टूडियो,वर्टेक्स एआई और गूगल के नए एजेंटिक डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म ‘गूगल एंटीग्रैविटी’ पर डेवलपर्स के लिए भी उपलब्ध हो गया है। इससे डेवलपर्स और स्टार्टअप्स को उन्नत एआई आधारित प्रोजेक्ट्स बनाने,परीक्षण करने और उन्हें बड़े स्तर पर लागू करने का अवसर मिलेगा।
गूगल जेमिनी 3 की सबसे खास बात इसकी मल्टीमोडल क्षमता है,जिसके जरिए उपयोगकर्ता फोटो,डॉक्यूमेंट,पीडीएफ,स्केच,स्क्रिबल्स और कई अन्य इनपुट देकर अपनी पसंद का आउटपुट बना सकते हैं। पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि जेमिनी 3 किसी भी इनपुट को एक नई क्रिएटिव वस्तु में बदलने की क्षमता रखता है। उदाहरण के तौर पर,एक चित्र बोर्ड गेम में बदल सकता है,नैपकिन पर बना स्केच एक पूरी वेबसाइट बन सकता है और एक साधारण डायग्राम एक इंटरैक्टिव लेसन का रूप ले सकता है। पिचाई ने इसे एआई क्षमताओं के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी विस्तार बताया।
जियो के इस ऐलान से न केवल एआई सेवाओं की पहुँच में व्यापक वृद्धि होने वाली है,बल्कि यह भारत में तेजी से विकसित हो रहे कृत्रिम बुद्धिमत्ता बाजार को भी नई दिशा देगा। भारतीय टेलिकॉम सेक्टर पहले ही 5G तकनीक के कारण तेजी से बदल रहा है और अब एआई मॉडल्स की उपलब्धता इसे एक नए स्तर पर ले जाने की तैयारी कर रही है। जियो द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराया गया यह एआई प्लान उपयोगकर्ताओं को न केवल नवीनतम एआई टेक्नोलॉजी का अनुभव देगा,बल्कि इसे अपने डिजिटल कार्यों में इस्तेमाल करने की सुविधा भी प्रदान करेगा।
ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में जियो पहले ही कई तकनीकी नवाचारों के जरिए भारत में डिजिटल क्रांति को गति दे चुका है। अब गूगल जेमिनी 3 को अपनी जेमिनी ऑफरिंग में शामिल करके जियो ने यह साफ कर दिया है कि वह भविष्य की तकनीक को आम भारतीय उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाने के मिशन पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। कंपनी की यह पहल न केवल भारतीय उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाएगी,बल्कि तकनीक के लोकतंत्रीकरण को भी मजबूत करेगी।
गूगल,माइक्रोसॉफ्ट और अन्य अंतर्राष्ट्रीय टेक कंपनियों की तरह अब जियो भी एआई आधारित सेवाओं के विस्तार में एक बड़ा खिलाड़ी बनकर उभर रहा है। आने वाले समय में यह साझेदारी भारत को वैश्विक एआई प्रतिस्पर्धा में और भी महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में सक्षम हो सकती है। जियो का यह अपग्रेड निस्संदेह भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है,जो आने वाले वर्षों में एआई उपयोग को आम जीवन का हिस्सा बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।

