डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन (तस्वीर क्रेडिट@GlobalViewPk)

जो बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया रद्द,नहीं मिलेगी खुफिया ब्रीफिंग

वॉशिंगटन,8 फरवरी (युआईटीवी)- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को रद्द करने का आदेश दिया है,जिससे अब बाइडेन को खुफिया जानकारी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी ब्रीफिंग्स नहीं मिल सकेंगी। यह फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है,क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति को उनके कार्यकाल के बाद भी सुरक्षा मंजूरी और खुफिया जानकारी तक पहुँच प्राप्त होती है। ट्रंप ने यह निर्णय अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर साझा किया और इस बारे में अपने विचार व्यक्त किए।

ट्रंप ने लिखा, “जो बाइडेन को क्लासिफाइड जानकारी तक पहुँच जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है। इसलिए, हम जो बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को तुरंत रद्द कर रहे हैं और उनकी डेली खुफिया ब्रीफिंग को रोक रहे हैं।” ट्रंप ने यह भी कहा कि बाइडेन ने 2021 में एक उदाहरण पेश किया था,जब उन्होंने खुफिया समुदाय से निर्देश दिया था कि ट्रंप,जो उस समय अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति थे,को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी तक पहुँच दी जाए। यह कदम पूर्व राष्ट्रपति के लिए एक शिष्टाचार था, लेकिन ट्रंप ने इसे चुनौती दी और बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को समाप्त कर दिया।

इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी दावा किया कि एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि बाइडेन की याददाश्त में समस्या है और इसलिए वह संवेदनशील जानकारी को सही तरीके से संभालने में सक्षम नहीं हैं। ट्रंप ने इस दावे को सही ठहराते हुए कहा कि, “मैं हमेशा हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करूँगा और कभी भी इसे खतरे में नहीं डालूँगा ।” आगे उन्होंने कहा कि वह अमेरिका को फिर से महान बनाएँगे और बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने का निर्णय इस दिशा में उठाया गया एक कदम है।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है,जब ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। हालाँकि,वह पहले 2017 में अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने थे,लेकिन 2020 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। ट्रंप की हार के बाद बाइडेन ने राष्ट्रपति पद संभाला था,लेकिन ट्रंप ने कभी अपनी हार को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया और बाइडेन की सरकार की नीतियों और निर्णयों को लगातार चुनौती दी।

यह फैसला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति को कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी सुरक्षा मंजूरी दी जाती है,ताकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य संवेदनशील मामलों पर जानकारी प्राप्त कर सकें। हालाँकि,ट्रंप ने बाइडेन की सुरक्षा मंजूरी को रद्द करने का कदम उठाया,जिससे उनकी इस प्रथा पर सवाल उठ रहे हैं। यह कदम बाइडेन के खिलाफ ट्रंप के विरोध और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को भी दर्शाता है।

ट्रंप ने इस कदम को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के रूप में प्रस्तुत किया है,लेकिन बाइडेन और उनके समर्थकों का मानना है कि यह कदम केवल राजनीतिक उद्देश्यों के तहत उठाया गया है। ट्रंप की यह कार्रवाई उन आरोपों को और मजबूत करती है कि वह लगातार बाइडेन की सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही,ट्रंप का यह निर्णय एक बार फिर से अमेरिकी राजनीति के आंतरिक संघर्षों को उजागर करता है।

इसी दौरान, जे.डी. वैंस ने भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली और राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों के बाद ट्रंप की वापसी का रास्ता साफ हो गया। 6 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत को प्रमाणित किया,जिससे व्हाइट हाउस में उनकी वापसी की संभावना को मजबूती मिली। यह मंजूरी पिछले साल नवंबर के चुनाव के इलेक्टोरल कॉलेज नतीजों की आधिकारिक पुष्टि थी।

इस प्रकार, ट्रंप का यह निर्णय अमेरिकी राजनीति के लिए एक और अहम मोड़ साबित हो सकता है,जो देश के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करेगा।