मुंबई,22 सितंबर (युआईटीवी)- सितंबर के तीसरे हफ्ते में हिंदी सिनेमा जगत में एक खास संयोग देखने को मिला। एक ही दिन तीन फिल्मों का रिलीज़ होना किसी भी दर्शक और ट्रेड विश्लेषक के लिए रोमांचक होता है। इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में अक्षय कुमार और अरशद वारसी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जॉली एलएलबी 3’, अनुराग कश्यप की ‘निशांची’ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित ‘अजेय : द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ एक साथ रिलीज़ हुईं। हालाँकि,दर्शकों की पसंद ने साफ कर दिया कि सिनेमाघरों में टिकट खिड़की पर किसकी बादशाहत कायम होगी। आंकड़े बताते हैं कि ‘जॉली एलएलबी 3’ ने जहाँ शानदार ओपनिंग के साथ बॉक्स ऑफिस पर कब्जा जमा लिया है,वहीं ‘निशांची’ और ‘अजेय’ दर्शकों को खींचने में नाकाम साबित हुई हैं।
शुरुआत करते हैं ‘जॉली एलएलबी 3’ से। यह फिल्म पहले से ही दर्शकों के बीच उत्सुकता का कारण बनी हुई थी क्योंकि इसकी फ्रेंचाइज़ी का इतिहास बेहद सफल रहा है। अक्षय कुमार और अरशद वारसी की जोड़ी,साथ में सौरभ शुक्ला और गजराज राव जैसे अनुभवी कलाकारों का जुड़ना फिल्म के लिए बोनस साबित हुआ। पहले दिन यानी शुक्रवार को फिल्म ने 12.5 करोड़ रुपए की दमदार कमाई की। शनिवार को दर्शकों का उत्साह और बढ़ा और फिल्म की कमाई 20 करोड़ रुपए के आँकड़ें को पार कर गई। रविवार को भी फिल्म की रफ्तार थमी नहीं और इसने 21 करोड़ रुपए का शानदार बिज़नेस किया। इस तरह पहले तीन दिनों में ही ‘जॉली एलएलबी 3’ का कुल कलेक्शन 53.50 करोड़ रुपए तक पहुँच गया।
यह आँकड़ें इस बात की गवाही देते हैं कि दर्शकों ने इस फिल्म को हाथों-हाथ लिया है। कोर्टरूम ड्रामा और हास्य के मेल ने दर्शकों को आकर्षित किया है। अक्षय कुमार और अरशद वारसी की कॉमिक टाइमिंग ने सिनेमाघरों में खूब तालियाँ बटोरीं। वहीं,सौरभ शुक्ला का मज़बूत अभिनय और गजराज राव का अलग अंदाज भी फिल्म को मजबूती प्रदान करता है। मौजूदा रफ्तार को देखते हुए ट्रेड एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह फिल्म जल्दी ही 100 करोड़ क्लब में शामिल हो सकती है।
इसके बिल्कुल विपरीत स्थिति रही अनुराग कश्यप की फिल्म ‘निशांची’ की। इस फिल्म ने पहले दिन महज 25 लाख रुपए की कमाई की। दूसरे दिन शनिवार को हल्का-सा उछाल आया और फिल्म ने 39 लाख रुपए का बिजनेस किया। हालाँकि,तीसरे दिन रविवार को फिल्म का प्रदर्शन और कमजोर हो गया और यह केवल 21 लाख रुपए ही कमा पाई। इस तरह तीन दिनों में ‘निशांची’ का कुल कलेक्शन केवल 85 लाख रुपए तक सिमट कर रह गया।
‘निशांची’ में ऐश्वर्या ठाकरे,मोनिका पंवार,वेदिका पिंटो और विनीत कुमार सिंह जैसे कलाकार शामिल हैं,लेकिन,सीमित प्रचार और फिल्म की नॉन-कमर्शियल अपील ने इसके प्रदर्शन को बुरी तरह प्रभावित किया। अनुराग कश्यप अपनी ऑफबीट कहानियों और प्रयोगात्मक सिनेमा के लिए मशहूर हैं,लेकिन इस बार उनकी फिल्म बड़े पैमाने पर दर्शकों से कनेक्ट नहीं कर पाई। जिन दर्शकों को अलग किस्म का सिनेमा पसंद है,उन्होंने भले ही इसे सराहा हो,लेकिन आम दर्शक वर्ग सिनेमाघरों से दूर रहा।
अब बात करते हैं ‘अजेय : द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ की। यह फिल्म शांतनु गुप्ता की किताब ‘द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ पर आधारित है। फिल्म में अनंत जोशी,दिनेश लाल यादव,परेश रावल,अजय मेंगी,पवन मल्होत्रा,राजेश खट्टर, गरिमा विक्रांत सिंह और सरवर आहूजा जैसे कलाकारों की मौजूदगी थी। उम्मीद की जा रही थी कि योगी आदित्यनाथ जैसे लोकप्रिय नेता के जीवन पर बनी फिल्म दर्शकों को आकर्षित करेगी,लेकिन आँकड़ें कुछ और ही कहानी कहते हैं।
‘अजेय’ ने ओपनिंग डे पर केवल 25 लाख रुपए कमाए। शनिवार को फिल्म का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा और इसने 43 लाख रुपए की कमाई की,लेकिन तीसरे दिन रविवार को फिल्म की कमाई बुरी तरह गिर गई और यह केवल 5 लाख रुपए ही जुटा सकी। तीन दिनों में फिल्म का कुल कलेक्शन महज 1.18 करोड़ रुपए तक सिमट गया।
फिल्म का कमजोर प्रदर्शन यह बताता है कि केवल किसी बड़े नेता या लोकप्रिय शख्सियत पर फिल्म बना देने से वह हिट नहीं हो जाती। दर्शकों को कहानी,प्रस्तुति और सिनेमाई भाषा में दम चाहिए होता है। समीक्षकों का मानना है कि ‘अजेय’ अपनी सिनेमाई गुणवत्ता और कहानी कहने के तरीके में दर्शकों को प्रभावित करने में विफल रही।
इन तीनों फिल्मों की तुलना से यह साफ होता है कि दर्शक आज भी मनोरंजन और दमदार कंटेंट वाली फिल्मों को प्राथमिकता देते हैं। ‘जॉली एलएलबी 3’ की सफलता इस बात का प्रमाण है कि एक मजबूत स्क्रिप्ट,कलाकारों का बेहतरीन प्रदर्शन और हास्य के साथ सामाजिक संदेश का संतुलन दर्शकों को खूब भाता है। वहीं, ‘निशांची’ और ‘अजेय’ का प्रदर्शन बताता है कि सीमित प्रचार,कमजोर स्क्रिप्ट और अपील की कमी किसी भी फिल्म के लिए घातक साबित हो सकती है।
फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह हफ्ता एक बड़ा सबक लेकर आया है। जहाँ एक फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई,वहीं बाकी दो फिल्मों ने निराश किया। अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले दिनों में ‘जॉली एलएलबी 3’ अपनी रफ्तार कितनी बनाए रख पाती है और क्या यह 200 करोड़ क्लब तक पहुँच पाएगी। दूसरी ओर,‘निशांची’ और ‘अजेय’ के निर्माताओं को यह समझना होगा कि दर्शक अब केवल नाम या विवादित विषय पर नहीं,बल्कि सशक्त सिनेमाई अनुभव की तलाश में सिनेमाघरों तक आते हैं।