चेन्नई,6 दिसंबर (युआईटीवी)- भारत ने एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर वर्ल्ड कप 2025 के रोमांचक क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम को 2-2 (4-3 शूटआउट) से हराकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। चेन्नई के गर्मजोशी भरे माहौल में खेले गए इस मुकाबले ने दर्शकों की सांसें थाम दी थीं। जीत की इस घड़ी के साथ भारतीय टीम अब 7 दिसंबर को सात बार की विजेता जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल में उतरने को तैयार है। इस मैच में जोश,संघर्ष और धैर्य का अनोखा संगम देखने को मिला,जिसमें युवा भारतीय खिलाड़ियों ने दबाव के क्षणों में साहस दिखाते हुए बड़ी जीत दर्ज की।
मुकाबले की शुरुआत बेल्जियम के लिए शानदार रही। 13वें मिनट में गैस्पर्ड कॉर्नेज-मैसेंट ने एक शानदार फील्ड गोल के जरिए टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह गोल भारतीय टीम के लिए शुरुआती झटका साबित हुआ और भारत को तुरंत बैकफुट पर धकेल दिया। भारतीय डिफेंस को पहले क्वार्टर में बेल्जियम की गति और रणनीति के सामने काफी संघर्ष करना पड़ा। दूसरे क्वार्टर तक बेल्जियम का डिफेंसिव स्ट्रक्चर बेहद मजबूत दिखाई दे रहा था। उन्होंने भारत की आक्रामक कोशिशों को बार-बार विफल किया और मौका मिलते ही अपने अटैक को बढ़ाया।
हालाँकि,पहले हाफ में गोल करने में नाकाम रहने वाली भारतीय टीम तीसरे क्वार्टर में नए जोश और रणनीति के साथ मैदान में उतरी। इस दौरान गोलकीपर प्रिंसदीप सिंह का प्रदर्शन मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उन्होंने कई कठिन मौकों पर कमाल के बचाव किए,जिन्हें देखकर दर्शकों को भारत के दिग्गज गोलकीपर और टीम के कोच पीआर श्रीजेश की याद आ गई। प्रिंसदीप की यही ऊर्जा पूरी टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाती रही।
45वें मिनट में भारत ने पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया और रोहित ने इसे शानदार तरीके से गोल में बदल दिया। इस गोल के साथ भारत ने मुकाबले में 1-1 की बराबरी कर ली। यह गोल न केवल स्कोरलाइन के लिहाज से महत्वपूर्ण था,बल्कि टीम के मनोबल को भी नई ऊँचाई देता गया। भारतीय दर्शकों के बीच उत्साह की लहर दौड़ पड़ी और पूरे स्टेडियम में “इंडिया-इंडिया” के नारे गूँजने लगे।
इसके तीन मिनट बाद,48वें मिनट में भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इस बार शारदा नंद तिवारी ने अपनी सटीकता का कमाल दिखाया। उन्होंने गेंद को नेट में पहुँचाते हुए भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई। इस गोल के बाद मानो पूरे स्टेडियम में खुशी की आतिशबाज़ी फूट पड़ी हो। भारतीय खिलाड़ियों की ऊर्जा चरम पर थी और टीम जीत की ओर अग्रसर होती दिख रही थी।
लेकिन खेल के अंतिम क्षणों में परिस्थितियाँ फिर बदल गईं। 59वें मिनट में बेल्जियम ने नाथन रोगे के गोल की मदद से मुकाबले में फिर से 2-2 की बराबरी कर ली। मैच के आखिरी मिनट में हुआ यह गोल भारतीय खेमे के लिए चौंकाने वाला था और मैच को रोमांच से भर दिया। बराबरी के बाद मुकाबला सीधे शूटआउट में पहुँचा,जहाँ हर स्ट्रोक भारतीय टीम के लिए निर्णायक बन सकता था।
शूटआउट में भारत ने साहस और संयम दोनों का शानदार मिश्रण दिखाया। गोलकीपर प्रिंसदीप सिंह ने इस दौर में अविश्वसनीय बचाव किए और टीम को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उधर,शारदा नंद तिवारी ने शूटआउट में भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। उन्होंने तीन बेहतरीन गोल दागे और हर बार विपक्षी गोलकीपर को छकाते हुए भारत को मजबूती से मुकाबले में बनाए रखा। उनके हर स्ट्रोक के साथ भारतीय दर्शकों की उम्मीदें बढ़ती गईं।
आखिरकार,निर्णायक क्षण में अंकित पाल सामने आए और उन्होंने भारत के लिए विजयी गोल दाग दिया। इस गोल के साथ ही स्कोर 4-3 हो गया और चेन्नई के स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने उत्साह की गूँज से माहौल को झकझोर दिया। इस जीत ने टीम इंडिया को न सिर्फ टूर्नामेंट में बनाए रखा,बल्कि सेमीफाइनल की दहलीज पर खड़ा कर दिया।
मैच के बाद गोलकीपर प्रिंसदीप सिंह ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस जीत का श्रेय कोच श्रीजेश की सीख और टीम की मेहनत को जाता है। उन्होंने बताया कि, “कोच श्रीजेश से मैंने बहुत कुछ सीखा है। मेरा आत्मविश्वास उन्हें देखकर और उनसे सीखकर बढ़ा है। आज का मैच कठिन था,लेकिन दर्शकों के समर्थन ने हमें मजबूती दी। चेन्नई के दर्शकों ने जिस तरह हमारा उत्साह बढ़ाया,वह अविस्मरणीय है।”
भारतीय टीम की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि बेल्जियम जूनियर हॉकी में मजबूत टीमों में गिनी जाती है और इस टीम के खिलाफ शूटआउट में जीत भारत के जज्बे और तैयारी को दर्शाती है। अब टीम इंडिया का सामना 7 बार की चैंपियन जर्मनी से सेमीफाइनल में होगा,जो एक बेहद चुनौतीपूर्ण मुकाबला होगा,लेकिन टीम के मौजूदा प्रदर्शन को देखकर ऐसा लगता है कि खिलाड़ी पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरेंगे।
चेन्नई में मिली यह शानदार जीत भारतीय हॉकी के उज्ज्वल भविष्य की गवाह है। युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन और उनकी निडरता यह साबित करती है कि भारत जूनियर हॉकी में नई ऊँचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह तैयार है। आगामी सेमीफाइनल में अब सभी की नजरें भारत पर होंगी और देश उम्मीद करेगा कि टीम यह सिलसिला जारी रखे और खिताब की ओर एक और कदम बढ़ाए।
