'कांतारा चैप्टर-1' (तस्वीर क्रेडिट@SandalwoodOnlin)

बॉक्स ऑफिस पर कांतारा: चैप्टर 1 ने मचाई धूम,वरुण धवन की सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी रही मध्यम

मुंबई,6 अक्टूबर (युआईटीवी)- सिनेमाघरों में हाल ही में दो बड़ी फिल्में रिलीज़ हुई हैं, जो दर्शकों के बीच अलग-अलग प्रतिक्रियाओं के साथ चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इन फिल्मों में सबसे पहले नाम आता है कांतारा: चैप्टर 1 का,जिसे संस्कृति,लोककथाओं और आस्था के संगम के रूप में पेश किया गया है। दूसरी ओर वरुण धवन की फिल्म सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी भी रिलीज हुई,जो अपने हल्के-फुल्के विषय और युवा दर्शकों के आकर्षण पर आधारित है। जब से इन फिल्मों के ट्रेलर रिलीज़ हुए थे, प्रशंसक दोनों फिल्मों को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे,लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इन दोनों फिल्मों की तुलना करने पर दर्शकों की प्रतिक्रिया काफी अलग नजर आई।

कांतारा: चैप्टर 1 ने दर्शकों के बीच रिलीज़ होते ही धूम मचा दी। इस फिल्म में ऋषभ शेट्टी की शानदार अभिनय को काफी सराहा जा रहा है। फिल्म की कहानी में संस्कृति,आस्था और लोककथाओं का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है,जिसने दर्शकों का ध्यान खींचा। फिल्म ने पहले दिन ही शानदार प्रदर्शन करते हुए 61.85 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। दूसरे दिन 45.4 करोड़ रुपये का कलेक्शन दर्ज किया गया। तीसरे दिन फिल्म ने 55 करोड़ रुपये और चौथे दिन 61 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। इस तरह चार दिनों में ही फिल्म ने 223.25 करोड़ रुपये के आसपास का कलेक्शन कर लिया।

वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस की बात करें तो कांतारा: चैप्टर 1 ने अब तक 308 करोड़ रुपये का आँकड़ा पार कर लिया है। यह फिल्म केवल भारत में ही नहीं,बल्कि अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया और कई अन्य देशों में भी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय साबित हुई है। आलोचक भी इस फिल्म की कहानी,निर्देशन और कलाकारों के प्रदर्शन की तारीफ कर रहे हैं। कांतारा की सफलता का मुख्य कारण इसकी यूनिक कहानी और दर्शकों को पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण के मिश्रण से जोड़ना बताया जा रहा है। फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया,बल्कि प्रशंसकों के बीच एक नई चर्चा का विषय भी पैदा किया।

वहीं,वरुण धवन की फिल्म सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी ने अपने प्रदर्शन में कांतारा के मुकाबले धीमी शुरुआत की। इस फिल्म ने पहले दिन 9.25 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। दूसरे दिन इसका कलेक्शन घटकर 5.5 करोड़ रुपये रह गया। तीसरे दिन फिल्म ने 7.5 करोड़ रुपये और चौथे दिन 7.75 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। कुल मिलाकर,फिल्म ने अब तक 30 करोड़ रुपये के आसपास का घरेलू कलेक्शन किया है। वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो इस फिल्म ने कुल मिलाकर 41 करोड़ रुपये का आँकड़ा छू लिया है।

सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी को ज्यादातर युवा वर्ग में पसंद किया जा रहा है। फिल्म की कहानी हल्की-फुल्की मनोरंजन और कॉमेडी पर आधारित है। इसमें वरुण धवन के अभिनय ने दर्शकों को आकर्षित किया है,लेकिन इसकी बॉक्स ऑफिस पर गति अपेक्षाकृत धीमी रही। प्रशंसकों को यह फिल्म मनोरंजन का अच्छा विकल्प जरूर लगी,लेकिन व्यापक दर्शक वर्ग तक यह फिल्म कांतारा जितना प्रभाव नहीं डाल पाई।

कांतारा: चैप्टर 1 की सफलता का विश्लेषण करें तो इसके कई पहलू सामने आते हैं। फिल्म ने भारतीय संस्कृति,लोककथाओं और धार्मिक आस्था को मुख्य आधार बनाया है,जो दर्शकों के भावनात्मक जुड़ाव का कारण बना। ऋषभ शेट्टी का अभिनय और फिल्म की तकनीकी प्रस्तुति ने इसे बॉक्स ऑफिस हिट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दर्शक फिल्म को केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं देखते,बल्कि इसे अनुभव और सांस्कृतिक यात्रा के रूप में भी स्वीकार कर रहे हैं।

वहीं,सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी में हल्के-फुल्के मनोरंजन और युवा संस्कृति को मुख्य आधार बनाया गया है। इसमें कॉमेडी और हल्की नाटकीयता के माध्यम से दर्शकों को जोड़ने की कोशिश की गई है। हालाँकि,फिल्म के प्रदर्शन से यह स्पष्ट है कि इसे सीमित दर्शक वर्ग में ही अधिक सराहा गया है। बड़े पैमाने पर दर्शक वर्ग ने इसे देखने का विकल्प कम चुना,जिससे इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन अपेक्षाकृत कम रहा।

विशेषज्ञों का मानना है कि कांतारा: चैप्टर 1 ने अपनी कहानी की यूनिकनेस,कलाकारों के प्रदर्शन और तकनीकी दक्षता के कारण दर्शकों को प्रभावित किया,जबकि सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी का विषय और प्रस्तुति सीमित दर्शक वर्ग तक ही सीमित रही। इसके बावजूद दोनों फिल्मों ने सिनेमाघरों में अपनी पहचान बनाई और दर्शकों को अलग-अलग तरह का मनोरंजन प्रदान किया।

इस समय बॉक्स ऑफिस पर कांतारा: चैप्टर 1 का दबदबा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। फिल्म की लगातार बढ़ती कमाई और वर्ल्डवाइड लोकप्रियता इसे इस समय की सबसे बड़ी हिट बना रही है। वहीं,सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी ने अपेक्षाकृत कम आँकड़ों के साथ धीमी गति से सफलता हासिल की है,लेकिन युवाओं में इसकी लोकप्रियता इसे एक विशेष स्थान दिलाती है।

कुल मिलाकर,इस सप्ताह की सिनेमाई प्रतिस्पर्धा में कांतारा: चैप्टर 1 ने दर्शकों और बॉक्स ऑफिस दोनों में बेहतर प्रदर्शन किया है। वरुण धवन की फिल्म ने मनोरंजन प्रदान किया,लेकिन दर्शकों की व्यापक पसंद और बॉक्स ऑफिस सफलता में कांतारा ने उसे पीछे छोड़ दिया। प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएँ और बॉक्स ऑफिस आँकड़ें यह साबित कर रहे हैं कि कांतारा जैसी सांस्कृतिक और पारंपरिक विषय पर आधारित फिल्में वर्तमान समय में दर्शकों के बीच अधिक प्रभावशाली साबित हो रही हैं।

सिनेमा प्रेमियों के लिए यह सप्ताह रोचक रहा,जिसमें दो बिल्कुल अलग शैली की फिल्में दर्शकों के सामने आईं। एक तरफ पारंपरिक और सांस्कृतिक कांतारा और दूसरी तरफ युवा और हल्की-फुल्की सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी ने मनोरंजन के अलग-अलग पहलू पेश किए। दोनों फिल्मों की सफलता दर्शकों की पसंद और उनकी उम्मीदों का एक अलग चित्र प्रस्तुत करती है।