लंदन,2 अगस्त (युआईटीवी)- केनिंग्टन ओवल में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पाँचवें टेस्ट मैच का दूसरा दिन न सिर्फ खेल के लिहाज से रोमांचक रहा,बल्कि मैदान पर खिलाड़ियों के बीच भावनाओं का टकराव भी देखने को मिला। इस दौरान सबसे ज्यादा चर्चा में रही भारतीय तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट के बीच हुई नोकझोंक,जिसने एक समय मैदान का माहौल गर्म कर दिया था। हालाँकि,अब खुद प्रसिद्ध कृष्णा ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा है कि यह सब एक “सोची-समझी रणनीति” का हिस्सा था,जिसका उद्देश्य जो रूट का ध्यान भटकाना था।
दरअसल, भारतीय टीम पहली पारी में केवल 224 रन ही बना पाई थी और दबाव में दिख रही थी। इंग्लैंड की शुरुआत भी अच्छी रही और उन्होंने दो विकेट पर 129 रन बना लिए थे। ऐसे में जब जो रूट बल्लेबाजी के लिए आए,तो भारतीय गेंदबाजों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी थी कि वह किसी तरह इंग्लैंड को जल्दी आउट करें और मैच को बराबरी पर लाया जाए। रूट के क्रीज पर आते ही प्रसिद्ध कृष्णा ने उन्हें एक तेज गेंद से चौंका दिया,जो सीधे दस्तानों पर जाकर लगी। दो गेंद बाद एक वॉबल-सीम डिलीवरी ने रूट के डिफेंस को भी छकाया।
इन्हीं गेंदों के बीच प्रसिद्ध ने कुछ शब्द कहे,जिससे रूट थोड़ा असहज नजर आए। अगली गेंद पर उन्होंने एक चौका लगाया और कृष्णा की ओर कुछ कहा। ओवर खत्म होते ही अंपायर कुमार धर्मसेना को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कृष्णा से लंबी बातचीत की। इस दौरान कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल भी हस्तक्षेप करने पहुँचे,ताकि स्थिति बिगड़ने न पाए। हालाँकि,स्टंप माइक पर यह स्पष्ट नहीं हुआ कि बातचीत में क्या कहा गया था,लेकिन इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ तनाव देखने को मिला।
बाद में बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल से बातचीत करते हुए प्रसिद्ध कृष्णा ने इस घटना की पुष्टि की और इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि जो रूट ने मेरी बात पर इतनी तीखी प्रतिक्रिया क्यों दी। मैंने केवल इतना ही कहा था कि वह अच्छी लय में नजर आ रहे हैं। इसके बाद बातचीत अचानक ही तीखी हो गई। यह मेरी योजना का हिस्सा था,लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतनी मामूली बात पर रूट इतनी तीव्र प्रतिक्रिया देंगे।”
प्रसिद्ध ने यह भी कहा कि वह गेंदबाजी के दौरान माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखना पसंद करते हैं और जब वह बल्लेबाज से रिएक्शन प्राप्त करते हैं,तो इससे उन्हें ऊर्जा मिलती है। उन्होंने कहा,“मैं खेल का आनंद लेना चाहता हूँ। मैं ऐसा ही हूँ। जब मैं बल्लेबाज से प्रतिक्रिया पाता हूँ,तो इससे मुझे मदद मिलती है। मैं जो रूट को एक क्रिकेटर और इंसान के तौर पर बेहद पसंद करता हूँ। वह दिग्गज खिलाड़ी हैं और मैंने कभी नहीं सोचा था कि वो इतनी सामान्य सी बात पर चिढ़ जाएँगे।”
यह पहली बार नहीं है,जब मैदान पर खिलाड़ियों के बीच ऐसी भावनात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली हो,लेकिन यह वाकया इसलिए खास बन गया क्योंकि यह घटना दो बेहद अनुशासित खिलाड़ियों के बीच हुई,जिन्हें आम तौर पर शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है।
इस बीच,मैच की स्थिति की बात करें तो भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की टीम 247 रन पर ऑलआउट हो गई,जिससे उसे 23 रन की बढ़त मिल गई। इंग्लैंड की पारी में जो रूट ने 29 रन बनाए,जबकि सबसे ज्यादा 64 रन जैक क्रॉली ने और 53 रन हैरी ब्रूक ने बनाए। भारतीय गेंदबाजों में मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा सबसे सफल रहे,जिन्होंने 4-4 विकेट झटके। आकाश दीप को एक विकेट मिला।
भारत ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट के नुकसान पर 75 रन बना लिए हैं। यशस्वी जायसवाल ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए 51 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया है और उनके साथ नाइट वॉचमैन के तौर पर आकाश दीप 4 रन पर नाबाद हैं। इस तरह भारत की कुल बढ़त 53 रन की हो चुकी है।
अब तीसरे दिन भारत की कोशिश होगी कि वह इस बढ़त को बड़े स्कोर में तब्दील करे,ताकि इंग्लैंड को चौथी पारी में एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया जा सके। भारत के लिए यह टेस्ट बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीरीज में उसकी बराबरी की उम्मीदों को जीवित रखने वाला मैच है। सीरीज में पिछड़ रही भारतीय टीम इस मैच को हर हाल में जीतना चाहेगी और ऐसे में जायसवाल,गिल,जडेजा,करुण नायर और सुंदर जैसे बल्लेबाजों से बड़ी पारियों की अपेक्षा की जा रही है।
जहाँ एक ओर मैदान पर रणनीतियों और प्रदर्शन को लेकर सस्पेंस बरकरार है,वहीं दूसरी ओर प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट की यह हल्की सी टकराहट मैच की स्मृतियों में एक अलग ही रंग भर गई है। यह घटना दर्शाती है कि क्रिकेट केवल एक तकनीकी खेल नहीं है,बल्कि इसमें मानसिक युद्ध और मनोवैज्ञानिक दांवपेंच भी उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं।