नई दिल्ली,30 जून (युआईटीवी)- दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिन गेंदबाज केशव महाराज ने टेस्ट क्रिकेट में एक ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है। वह अब टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर बन चुके हैं। यह उपलब्धि उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ क्वींस स्पोर्ट्स क्लब,बुलावायो में खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान हासिल की।
रविवार को खेले गए मुकाबले में केशव महाराज ने जिम्बाब्वे के बल्लेबाज क्रेग एर्विन को आउट कर अपने 200 टेस्ट विकेट पूरे किए। यह उनका 59वां टेस्ट मैच था और इस उपलब्धि के साथ उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया।
केशव महाराज ने इस मैच में तीन विकेट लेकर जिम्बाब्वे की पहली पारी को 251 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। इस प्रदर्शन के साथ महाराज के टेस्ट विकेटों की कुल संख्या 202 हो गई है। उन्होंने अब तक अपने टेस्ट करियर में 11 बार एक पारी में पाँच विकेट झटके हैं,6 बार चार विकेट लिए हैं और एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 9/129 रहा है।
वहीं, एक टेस्ट मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ आँकड़ा 12/283 है,जो उन्हें दुनिया के श्रेष्ठ स्पिन गेंदबाजों की श्रेणी में लाकर खड़ा करता है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज
केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट में 200 या उससे अधिक विकेट लेने वाले नौवें गेंदबाज बन गए हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि सिर्फ तेज़ गेंदबाजों ने हासिल की थी,जो दक्षिण अफ्रीका की तेज गेंदबाजी परंपरा को दर्शाता है।
यहां देखें टॉप विकेट टेकर्स की सूची:
डेल स्टेन – 93 टेस्ट में 439 विकेट (औसत: 22.95)
शॉन पोलॉक – 108 टेस्ट में 421 विकेट
मखाया एंटिनी – 101 टेस्ट में 390 विकेट
मोर्ने मोर्कल – 86 टेस्ट में 309 विकेट
एलन डोनाल्ड – 72 टेस्ट में 330 विकेट
जैक कैलिस – 166 टेस्ट में 292 विकेट (ऑलराउंडर)
लांस क्लूजनर – 49 टेस्ट में 190 विकेट
वर्नोन फिलेंडर – 64 टेस्ट में 224 विकेट
केशव महाराज – 59 टेस्ट में 202 विकेट (अब तक)
इस सूची में महाराज का स्थान विशेष इसलिए है क्योंकि वे दक्षिण अफ्रीका के इकलौते स्पिनर हैं,जिन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
इस टेस्ट मैच में केशव महाराज ने न केवल गेंदबाजी से कमाल दिखाया,बल्कि पहली बार दक्षिण अफ्रीका की टेस्ट टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। टीम के नियमित कप्तान टेंबा बावुमा हैमस्ट्रिंग खिंचाव के कारण इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं,जिसके चलते महाराज को कप्तान बनाया गया।
पहली बार कप्तानी कर रहे महाराज ने मैदान पर दबंग नेतृत्व दिखाया,खासकर जब टीम ने शुरुआती झटकों के बावजूद क्लीन बैकफुट से वापसी की।
इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। शुरुआती 55 रन पर चार विकेट गिरने के बाद टीम संकट में थी,लेकिन इसके बाद 19 वर्षीय डेब्यूटेंट विकेटकीपर लुआन ड्रे प्रीटोरियस ने 153 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली।
इसके अलावा कॉर्बिन बॉश ने भी नाबाद 100 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। इन दोनों के योगदान से दक्षिण अफ्रीका ने 9 विकेट पर 418 रन बनाकर पारी घोषित की।
जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 251 रन पर ऑलआउट हो गई। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका को 167 रन की मजबूत बढ़त मिल गई।
केशव महाराज का यह टेस्ट मैच कई मायनों में यादगार बन गया है। एक ओर उन्होंने अपने करियर के 200 टेस्ट विकेट पूरे किए,तो दूसरी ओर कप्तान के रूप में भी खुद को साबित किया।
दक्षिण अफ्रीका लंबे समय से एक मैच जिताने वाले स्पिनर की तलाश में था और अब लगता है कि महाराज ने इस कमी को काफी हद तक पूरा कर दिया है। उनकी यह उपलब्धि सिर्फ उनके लिए नहीं,बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट इतिहास के लिए भी मील का पत्थर है।
आने वाले समय में केशव महाराज दक्षिण अफ्रीका के लिए और भी अहम भूमिका निभा सकते हैं,खासकर विदेशी पिचों पर जहाँ स्पिन का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। क्रिकेट प्रेमियों को उनसे और कई ऐतिहासिक उपलब्धियों की उम्मीद है।
