Vijay Hazare Trophy: Ruturaj Gaikwad smashes seven sixes in an over, enters record books.

ऋतुराज गायकवाड़ ने बनाया रिकॉर्ड 1 ओवर में 7 सिक्स ,धोनी से सीखा जब जीत रहे हों तो तटस्थ कैसे रहें

मुंबई, 28 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)|

दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में सोमवार को एक ओवर में रिकॉर्ड सात छक्के लगाए। यह लिस्ट ए क्रिकेट में पहली बार हुआ। जबकि उत्तर प्रदेश के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मैच में उन्होंने महाराष्ट्र के लिए नाबाद 220 रन बनाए। मैच में महाराष्ट्र की कप्तानी कर रहे गायकवाड़ ने पारी के 49वें ओवर में यह उपलब्धि हासिल की। यह ओवर उत्तर प्रदेश के बाएं हाथ के स्पिनर शिवा सिंह ने फेंका था। गायकवाड़ ने मैदान के चारों ओर छक्के लगाए।

उसी ओवर में शिवा की एक नो-बॉल पर भी गायकवाड़ ने लॉन्ग-ऑन पर एक और छक्का लगाया। इस छक्के साथ ही बल्लेबाज ने लिस्ट ए क्रिकेट में 153 गेंदों में अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया।

गायकवाड़ ने अंतत: 159 गेंदों पर नाबाद 220 रन बनाए, जिसमें दस चौके और 16 छक्के शामिल थे। महाराष्ट्र ने अपने 50 ओवरों में 330/5 का स्कोर बनाया, क्योंकि अंतिम दो ओवरों में 58 रन आए।

शिवा ने अपने नौ ओवरों में 0/88 रन दिए। महाराष्ट्र की पारी गायकवाड़ की ओर से आउट-एंड-आउट वन-मैन शो थी, क्योंकि बाकी बल्लेबाजों ने मिलकर 142 गेंदों पर सिर्फ 96 रन बनाए।

गायकवाड़ ने शिवा के उस ओवर से 43 रन लेकर लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे महंगे ओवर के रूप में रिकॉर्ड बनाया। 2018 में न्यूजीलैंड में फोर्ड ट्रॉफी में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स के खिलाफ नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स के लिए विलेम लुडिक की गेंद पर ब्रेट हैम्पटन और जो कार्टर के संयुक्त प्रयास की बराबरी की।

वह लिस्ट-ए क्रिकेट में एक ओवर में 43 रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बने।

25 वर्षीय गायकवाड़ भी विजय हजारे ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में दोहरे शतक तक पहुंचने वाले दूसरे बल्लेबाज बने। इससे पहले, तमिलनाडु के नारायण जगदीसन ने बेंगलुरु में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 277 रन बनाए थे।अपने लंबे क्रिकेट करियर के दौरान भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने न केवल अपने कौशल से बल्कि अपने स्वभाव से भी कई खिलाड़ियों को प्रभावित और प्रेरित किया है। एक चीज जिसने सबका ध्यान खींचा है वह पूर्व भारतीय कप्तान का तनावपूर्ण परिस्थिति और जीत में मैदान पर शांत व्यवहार दिखाना, जिसने उन्हें कैप्टन कूल का नाम दिया।

जब टीम जीत और हार रही हो तब भी अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने की यह क्षमता है। महाराष्ट्र के युवा सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए धोनी के नेतृत्व में खेलते हुए लीजेंड से काफी कुछ सीखा है।

गायकवाड़ का कहना है कि जब टीम मुश्किल दौर से गुजर रही हो, तब भी धोनी उसी तरह का आचरण बनाए रखते हैं, जैसे कि जब सीएसके ने नए कप्तान रवींद्र जडेजा के तहत आईपीएल 2022 में खराब शुरूआत की थी, जिन्होंने अभियान के बीच में ही कप्तान बने थे।

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत में, गायकवाड़ ने याद किया कि कैसे धोनी के शांत व्यवहार ने उन्हें आईपीएल में अपने सीएसके कप्तान को एक्शन में देखकर प्रभावित किया।

गायकवाड़ ने कहा, जीतें या हारें, एमएस धोनी ने सुनिश्चित किया कि टीम का माहौल समान रहे। हां, निश्चित रूप से बहुत निराशा हुई, लेकिन कोई नकारात्मकता नहीं थी। कई बार जब आप हारते रहते हैं, तो टीम के भीतर अलग-अलग ग्रुप बन जाते हैं। लेकिन सीएसके में ऐसा नहीं हुआ।

इस संबंध में गायकवाड़ ने यह भी याद किया कि हार के बाद धोनी अपने साथियों को कैसे संबोधित करते और दिलासा देते थे।

2021 से सीएसके के साथ जुड़े गायकवाड़ ने कहा, “हर कोई एक मैच हारने के बाद 10-15 मिनट के लिए थोड़ा शांत रहता था। लेकिन माही भाई प्रेजेंटेशन से वापस आने के बाद हमें बताते थे, ‘आराम करो लड़कों, ऐसा होता है।”

उन्होंने कहा कि धोनी मैच के बाद की टीम की बैठक को छोटा रखने की कोशिश करते हैं और इस तथ्य पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करते हैं कि हर मैच जीतना संभव नहीं है।

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