मुंबई,1 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश की संभावना को देखते हुए शनिवार सुबह सात बजे येलो अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में विशेष रूप से मुंबई,ठाणे,रायगढ़,पुणे,नासिक,सतारा,सांगली,कोल्हापुर,नंदुरबार,धुले और जलगांव जिलों को शामिल किया गया है। विभाग के अनुसार,अरब सागर के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र का असर अभी भी महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों पर बना हुआ है,जिसके चलते दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ नमी लेकर आ रही हैं और राज्य के कई इलाकों में हल्की बारिश की स्थिति बन सकती है।
आईएमडी ने बताया कि इस समय मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए हुए हैं,जिससे तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिलेगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार,शनिवार को मुंबई में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है,जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। हवा की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी और यह मुख्य रूप से दक्षिण-पूर्वी दिशा से चलेगी। इससे तटीय इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि अरब सागर के ऊपर बना यह निम्न दबाव क्षेत्र पिछले कुछ दिनों से सक्रिय है और इसके प्रभाव के कारण महाराष्ट्र के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा की स्थिति बन सकती है। हालाँकि,बारिश की तीव्रता अधिक नहीं होगी,लेकिन इससे सड़कों पर फिसलन और कुछ स्थानों पर जलभराव की समस्या देखने को मिल सकती है। मुंबई जैसे घनी आबादी वाले शहर में जहाँ जल निकासी की समस्या पहले से मौजूद है,वहाँ थोड़ी-सी वर्षा भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है।
आईएमडी के मुंबई क्षेत्रीय केंद्र ने कहा है कि यह चेतावनी मौसम पूर्वानुमान के तहत जारी की गई है,जो हर तीन घंटे में अपडेट होती रहेगी। विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों में मौसम में धीरे-धीरे सुधार होने की संभावना है,लेकिन नवंबर के पहले सप्ताह तक हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के औपचारिक रूप से लौट जाने के बाद भी महाराष्ट्र में हो रही यह असमय की वर्षा किसानों और आम जनता दोनों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
बारिश के चलते किसानों को फसल कटाई और भंडारण में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आईएमडी ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसल को खुले में न छोड़ें और अनाज या उपज को सुरक्षित स्थानों पर रखें। इसके अलावा,मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है क्योंकि समुद्र में ऊँची लहरें उठने और हवाएँ तेज चलने की संभावना है। विभाग ने कहा कि मछुआरे और यात्री स्थानीय मौसम अपडेट अवश्य चेक करें और किसी भी जोखिम भरी स्थिति से बचें।
विभाग ने लोगों से बरसाती मौसम में सावधानियाँ बरतने की अपील की है। इसमें बिजली के उपकरणों से दूर रहना,गीली या फिसलन भरी सड़कों पर वाहन सावधानी से चलाना,जलभराव वाले इलाकों से बचना और बिजली गिरने के दौरान खुले मैदान में न रुकने जैसी हिदायतें शामिल हैं। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि अगर तेज हवा या बिजली चमकने की स्थिति बने,तो लोग तुरंत घर के अंदर या किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
महाराष्ट्र सरकार ने भी आईएमडी की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा है। स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करें,ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। मुंबई,ठाणे और रायगढ़ के नगर निगमों ने अपने जल निकासी विभागों को सतर्क किया है और नालों की सफाई का काम तेज कर दिया है। वहीं,यातायात पुलिस को भी सड़कों पर जलभराव या फिसलन की स्थिति में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश अरब सागर में बने वायुमंडलीय अस्थिरता के कारण हो रही है। जब दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ समुद्र से नमी लेकर आती हैं और जमीन के ऊपर ठंडी हवा से मिलती हैं,तो हल्के से मध्यम बादल बनते हैं,जिससे हल्की वर्षा की स्थिति पैदा होती है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की फुहारें पड़ सकती हैं।
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। दिन में उमस और रात में हल्की ठंड महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक,यह बदलाव सामान्य है और अक्टूबर-नवंबर के संक्रमण काल में ऐसे हालात अक्सर बनते हैं। हालाँकि,अरब सागर के ऊपर बने सिस्टम ने इस बार मौसम के मिजाज को थोड़ा बदल दिया है।
आईएमडी ने लोगों को सलाह दी है कि वे विभाग की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें। जिला-वार पूर्वानुमान और चेतावनियों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही है,ताकि लोग समय रहते आवश्यक तैयारी कर सकें। विभाग ने कहा कि इन चेतावनियों का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं,बल्कि जानमाल के नुकसान को कम करना है,इसलिए इन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र में मौसम का यह अचानक बदलाव लोगों के लिए सतर्कता का संदेश लेकर आया है। भले ही बारिश हल्की हो,लेकिन इसके प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मुंबई और आसपास के जिलों में रहने वाले लोगों को आने वाले कुछ दिनों तक सावधानी बरतनी होगी। मौसम विभाग का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगी,लेकिन तब तक लोगों को तैयार रहना चाहिए क्योंकि मौसम का यह असमय मूड,किसी भी समय बदल सकता है।

