मलयालम एक्टर कलाभवन नवास (तस्वीर क्रेडिट@Onlinetadka)

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर,अभिनेता कलाभवन नवास होटल के कमरे में मृत पाए गए

मुंबई,2 अगस्त (युआईटीवी)- मलयालम सिनेमा से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। प्रसिद्ध अभिनेता,मिमिक्री आर्टिस्ट और गायक कलाभवन नवास का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया। 51 वर्षीय नवास का शव चोट्टानिक्कारा स्थित एक होटल के कमरे में संदिग्ध परिस्थिति में पाया गया। वह एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में उस होटल में ठहरे हुए थे। उनके असामयिक निधन से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री समेत पूरे दक्षिण भारतीय सिनेमा में शोक की लहर दौड़ गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार,नवास को शुक्रवार को होटल से चेक आउट करना था। जब तय समय तक वह अपने कमरे से बाहर नहीं आए,तो होटल कर्मचारियों को संदेह हुआ। कर्मचारियों ने पहले दरवाजा खटखटाया,लेकिन भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद जब होटल का स्टाफ मास्टर-की की मदद से दरवाजा खोलकर अंदर पहुँचा,तो नवास बेहोशी की हालत में पाए गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया,जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है और फिलहाल किसी भी तरह की आपराधिक साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया गया है। प्रारंभिक जाँच में नवास की मौत का कारण दिल का दौरा बताया जा रहा है,लेकिन पुलिस का कहना है कि वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। होटल के कमरे से किसी तरह के संघर्ष या आत्महत्या के साक्ष्य नहीं मिले हैं। उनकी मौत के समाचार के साथ ही उनके परिवार,दोस्तों और फिल्म इंडस्ट्री के सहयोगियों के लिए यह एक गहरा सदमा बनकर आया है।

कलाभवन नवास मलयालम सिनेमा और स्टेज परफॉर्मेंस की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम थे। उन्होंने अभिनय,गायन और मिमिक्री तीनों ही क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मिमिक्री कलाकार के रूप में की थी और ‘कलाभवन’ नामक संस्था से जुड़े थे,जिसने उन्हें मंच प्रदान किया और दर्शकों तक उनकी प्रतिभा को पहुँचाया। यहीं से उन्हें “कलाभवन नवास” के नाम से प्रसिद्धि मिली। मंचीय प्रस्तुतियों में अपनी हास्य-प्रधान अदाकारी से उन्होंने खूब नाम कमाया।

नवास ने फिल्मों में सहायक और कॉमिक किरदारों के रूप में अनेक यादगार भूमिकाएँ निभाईं। उन्होंने ‘हिटलर ब्रदर्स’,‘जूनियर मैंड्रेक’,‘मट्टुपेट्टी मचान’, ‘चंदामामा’, ‘अम्मा अम्मायम्मा’, ‘मीनाक्षी कल्याणम’, ‘माई डियर कराडी’, ‘वन मैन शो’, ‘वेट्टम’, ‘चट्टाम्बिनाडु’, ‘कोबरा’, ‘एबीसीडी’, ‘मायलंची मोनचुल्ला विदु’, ‘मेरा नाम’ और ‘मिमिक्स एक्शन 500’ जैसी लोकप्रिय फिल्मों में अभिनय किया था। इसके अलावा वे कई टेलीविजन शोज और स्टेज कार्यक्रमों में भी दर्शकों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम करते रहे।

कलाभवन नवास की मौत पर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसक और सह-कलाकार भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी अभिनेता के निधन पर शोक जताया और कहा कि नवास की कला ने मलयालम संस्कृति को समृद्ध किया और उनका निधन कला जगत की एक बड़ी क्षति है।

नवास की निजी जिंदगी भी बेहद साधारण और सादगीपूर्ण रही। उनकी पत्नी रेहाना नवास खुद भी एक अभिनेत्री हैं। दोनों ने वर्ष 2002 में विवाह किया था। उनके तीन बच्चे – नाहरिन,रिहान और रिदवान हैं। नवास एक पारिवारिक व्यक्ति थे और अपने परिवार के बेहद करीब माने जाते थे। वे फिल्मों के अलावा अपने बच्चों के साथ समय बिताना बेहद पसंद करते थे।

कलाभवन नवास का अचानक दुनिया को अलविदा कह जाना न केवल उनके परिवार के लिए,बल्कि उनके प्रशंसकों और मलयालम फिल्म जगत के लिए भी एक गहरी क्षति है। उनकी मौत ने यह एक बार फिर याद दिलाया है कि जीवन अनिश्चित है और प्रतिभा का मूल्य जीवनकाल में ही पहचाना जाना चाहिए। अब नवास सिर्फ अपनी फिल्मों और स्मृतियों में जिंदा रहेंगे।