मेसी इंडिया टूर

मेस्सी का भारत दौरा : सॉल्ट लेक भारत में हुई अफरा-तफरी के बाद कोलकाता कोर्ट ने आयोजक सताद्रु दत्ता को 2 सप्ताह की पुलिस हिरासत में भेजा

कोलकाता ,15 दिसंबर (युआईटीवी)- मंगलवार को कोलकाता की एक अदालत ने लियोनेल मेस्सी के बहुचर्चित इंडिया टूर कार्यक्रम के दौरान सॉल्ट लेक स्टेडियम में मची अफरा-तफरी के सिलसिले में आयोजक सतद्रु दत्ता को दो सप्ताह की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस द्वारा दत्ता को अदालत में पेश किए जाने के बाद यह फैसला लिया गया,जिसमें बड़े पैमाने पर हुई इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदारी तय करने हेतु गहन पूछताछ की आवश्यकता बताई गई थी।

यह घटना तब घटी,जब अर्जेंटीना के फुटबॉल दिग्गज की उपस्थिति की घोषणाओं और प्रचार के बाद हजारों प्रशंसक स्टेडियम में जमा हो गए। हालाँकि,कार्यक्रम के विवरण को लेकर भ्रम,कथित कुप्रबंधन और आयोजकों की ओर से स्पष्टता की कमी के कारण भारी भीड़भाड़,दर्शकों में दहशत और भीड़ नियंत्रण के बुनियादी उपायों के विफल होने की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थिति बेकाबू होने पर कई दर्शक फँसे रह गए और परेशान हो गए।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जाँच से योजना और संचार में गंभीर चूक का संकेत मिलता है,जिसमें भ्रामक प्रचार और अधिकारियों के साथ अपर्याप्त समन्वय शामिल है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने नाराज प्रशंसकों की कई शिकायतें दर्ज कीं,जिन्होंने दावा किया कि उन्हें यह विश्वास दिलाया गया था कि मेस्सी स्वयं कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित होंगे,जिससे उन्हें धोखा हुआ।

अदालत की कार्यवाही के दौरान,अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि वित्तीय लेनदेन,प्रचार संबंधी प्रतिबद्धताओं और कार्यक्रम के आयोजन में शामिल अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जाँच के लिए हिरासत में पूछताछ आवश्यक थी। हालाँकि,बचाव पक्ष ने कहा कि दत्ता को अनुचित रूप से निशाना बनाया जा रहा था और अप्रत्याशित भीड़ के कारण स्थिति और बिगड़ गई।

इस विवाद ने सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है,प्रशंसक जवाबदेही और सेलिब्रिटी से जुड़े आयोजनों के लिए सख्त नियमन की माँग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और स्टेडियम अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट भी माँगी है।

जाँच जारी है और पुलिस ने आगे की गिरफ्तारियों से इनकार नहीं किया है,जिससे संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में और आयोजकों और सहयोगियों से पूछताछ की जा सकती है। इस मामले ने बहुचर्चित मेस्सी इंडिया टूर पर एक काला साया डाल दिया है,जिससे एक उत्सवपूर्ण खेल आयोजन कुप्रबंधन और जन आक्रोश की एक चेतावनी भरी कहानी में बदल गया है।