नई दिल्ली,10 दिसंबर (युआईटीवी)- माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने भारत के टेक्नोलॉजी परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में मंगलवार को ऐतिहासिक घोषणा की। कंपनी भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे,कौशल विकास और संप्रभु क्षमताओं के निर्माण के उद्देश्य से 17.5 अरब डॉलर यानी लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह निवेश न केवल माइक्रोसॉफ्ट का एशिया में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है,बल्कि भारत को एआई-प्रधान अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी माना जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण घोषणा से पहले माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष और सीईओ सत्य नडेला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद नडेला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भारत की तेजी से बढ़ती डिजिटल महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट देश के एआई भविष्य को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी दृष्टि से यह बड़ा निवेश किया जा रहा है। उनका कहना था कि यह निवेश भारत के लिए आवश्यक एआई इंफ्रास्ट्रक्चर,कुशल कार्यबल और सुरक्षित डेटा क्षमताओं को बढ़ावा देगा,जिससे आने वाले वर्षों में देश की तकनीकी शक्ति और अधिक सुदृढ़ होगी।
माइक्रोसॉफ्ट का यह निवेश कई प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। इसमें प्रमुख रूप से क्लाउड और कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार,एआई कौशल प्रशिक्षण में तेजी और विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षित व संप्रभु डेटा प्रणाली के निर्माण को शामिल किया गया है। कंपनी का कहना है कि आने वाले पाँच वर्षों में वह देश के एक करोड़ युवाओं और पेशेवरों को एआई कौशल में प्रशिक्षित करेगी,जिससे भारत वैश्विक तकनीकी प्रतिस्पर्धा में और आगे बढ़ सकेगा। यह कदम भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अहम भूमिका निभाएगा।
2024 में माइक्रोसॉफ्ट ने भारतीय प्रतिभाओं को एआई कौशल प्रदान करने के लिए ‘एडवांटा (आई)जीई इंडिया’ पहल शुरू की थी। यह पहल एआई शिक्षा को व्यापक रूप से उपलब्ध कराने और छात्रों से लेकर पेशेवरों तक सभी को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने पर केंद्रित है। अब नए निवेश के साथ एआई प्रशिक्षण को और व्यापक स्तर पर लागू किया जाएगा,जिससे भारत के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।
गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट ने इसी वर्ष जनवरी में अगले दो वर्षों में भारत में क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। अब नए निवेश ने यह संकेत दे दिया है कि भारत एआई बाजार में कितनी तेज़ी से प्रमुख वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। दुनिया की कई प्रमुख टेक कंपनियाँ भारत को एक तकनीकी महाशक्ति के रूप में देख रही हैं और यहाँ तेजी से बढ़ते डिजिटल उपभोक्ताओं और व्यवसायों के कारण निवेश को लेकर उत्साहित हैं।
केवल माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं,बल्कि अन्य अमेरिकी टेक दिग्गज भी भारत में बड़े निवेश की घोषणा कर चुके हैं। अमेजन ने हाल ही में बताया था कि उसके 12.7 अरब डॉलर के निवेश से भारत में 2030 तक लगभग 1.5 करोड़ छोटे व्यवसायों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा,कंपनी ने अगले पाँच वर्षों में देश के 40 लाख सरकारी स्कूलों के छात्रों को डिजिटल और एआई कौशल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य भी रखा है। अमेजन के इमर्जिंग मार्केट्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित अग्रवाल ने एक्स पर बताया कि कंपनी का उद्देश्य भारत के छात्र समुदाय को भविष्य की तकनीकों के लिए तैयार करना है,जिससे वे आने वाले समय की डिजिटल चुनौतियों का सामना कर सकें।
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एआई बाजारों में से एक है। देश में डिजिटल सेवाओं की बढ़ती माँग,ई-कॉमर्स का विस्तार,स्टार्टअप इकोसिस्टम का उभार और सरकारी पहलों की सक्रियता ने इसे वैश्विक टेक कंपनियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बना दिया है। विशेष रूप से ‘डिजिटल इंडिया’, ‘मेक इन इंडिया’ और ‘इंडिया एआई’ जैसे कार्यक्रमों ने तकनीकी विकास की गति को कई गुना बढ़ा दिया है। माइक्रोसॉफ्ट का यह निवेश इन पहलों को नई ऊर्जा देगा और देश में तकनीकी नवाचार को नई दिशा प्रदान करेगा।
सत्य नडेला ने अपनी पोस्ट में भारत की क्षमताओं की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में एआई आधारित समाधान न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे,बल्कि वैश्विक बाजारों में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बड़े निवेश से भारत में लाखों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। साथ ही,स्टार्टअप्स और उद्यमियों को अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी,जिससे नवाचार की गति और तेज होगी।
माइक्रोसॉफ्ट की यह घोषणा भारत के डिजिटल भविष्य को मजबूत करने वाली है। यह निवेश भारत को एआई टेक्नोलॉजी का वैश्विक केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और देश की आर्थिक,तकनीकी और औद्योगिक क्षमताओं को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।
