नागपुर,2 सितंबर (युआईटीवी)- नागपुर से कोलकाता जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6ई812 ने मंगलवार को एक बड़े खतरे से बचते हुए नागपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की। उड़ान भरने के तुरंत बाद यह विमान पक्षी से टकरा गया था,जिसके चलते सुरक्षा कारणों से पायलट ने तुरंत एहतियातन कदम उठाते हुए विमान को वापस नागपुर एयरपोर्ट पर उतार दिया। विमान में 160 से 165 यात्री सवार थे और सभी सुरक्षित हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि विमान में कोई भी तकनीकी क्षति गंभीर स्तर की नहीं है,लेकिन इंडिगो के इंजीनियर पूरी तरह से जाँच कर रहे हैं,ताकि आगे किसी भी तरह का जोखिम टाला जा सके।
यह घटना एक बार फिर विमानन सुरक्षा से जुड़े सवालों को सामने लाती है। पक्षियों से टकराने की घटनाएँ देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर बार-बार सामने आती रही हैं और नागपुर से कोलकाता जाने वाली इस उड़ान ने भी यात्रियों और क्रू के लिए अचानक तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी। हालाँकि,पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने स्थिति को संभाल लिया और किसी भी प्रकार की अनहोनी होने से रोक दी।
एयरपोर्ट प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि उड़ान भरते ही विमान ने सामान्य ऊँचाई पकड़नी शुरू की थी,लेकिन तभी एक पक्षी इंजन से टकरा गया। पायलट ने तुरंत इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी और नागपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग का अनुरोध किया। एटीसी ने पायलट को प्राथमिकता देते हुए लैंडिंग की अनुमति दी और विमान को आपात स्थिति में सुरक्षित उतारा गया। लैंडिंग के बाद यात्रियों को सुरक्षित तरीके से विमान से उतारा गया और उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल में भेज दिया गया। यात्रियों को कोई चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित हैं।
इंडिगो एयरलाइंस ने इस घटना के बाद एक बयान जारी कर यात्रियों को आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस तरह की घटनाओं में एयरलाइंस पूरी सावधानी बरतती है। कंपनी ने बताया कि तकनीकी टीम विमान की बारीकी से जाँच कर रही है और पूरी तरह से संतोषजनक परिणाम आने के बाद ही इसे दोबारा उड़ान के लिए मंजूरी दी जाएगी। एयरलाइंस ने यात्रियों को असुविधा के लिए खेद जताया और वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था सुनिश्चित की।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में देशभर में विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग और तकनीकी खराबियों के कई मामले सामने आए हैं। बीते 9 अगस्त को पुणे जिले के बारामती उपखंड के कटफल गाँव के पास एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हो गया था। जानकारी के मुताबिक,विमान ट्रेनिंग फ्लाइट पर था और लैंडिंग के दौरान उसका अगला पहिया मुड़ गया,जिससे विमान टैक्सीवे से उतरकर घास में जा गिरा। इस हादसे में पायलट को मामूली चोटें आई थीं,लेकिन बड़ा हादसा टल गया।
इसके अलावा,19 जून को दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो फ्लाइट 6ई 2006 की भी तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। उस समय विमान में करीब 180 लोग सवार थे। विमान ने दिल्ली से उड़ान भरकर लेह की ओर बढ़ना शुरू किया था,लेकिन लेह पहुँचने से कुछ देर पहले तकनीकी समस्या का पता चला। इसके बाद विमान वापस दिल्ली लौटा और सुरक्षित लैंडिंग की। यात्रियों को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं हुई।
दो जून को भी राँची में इंडिगो की एक फ्लाइट गिद्ध से टकरा गई थी। यह विमान पटना से कोलकाता वाया राँची की उड़ान भर रहा था और करीब 3-4 हजार फीट की ऊँचाई पर पहुँचने के बाद गिद्ध से टकरा गया। उस समय विमान में क्रू समेत 175 यात्री सवार थे। पायलट ने तत्काल एहतियातन कदम उठाते हुए विमान को आपात लैंडिंग कराई और सभी यात्रियों की जान बचाई।
इन लगातार घटनाओं ने विमानन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एयरपोर्ट्स के आसपास पक्षियों की बढ़ती संख्या और कचरे की अनियमित सफाई इस समस्या की बड़ी वजह है। पक्षियों के टकराने से विमान के इंजन या अन्य तकनीकी हिस्सों को गंभीर क्षति हो सकती है,जो यात्रियों की जान के लिए बेहद खतरनाक है। ऐसे में एयरपोर्ट प्राधिकरण और एयरलाइंस कंपनियों को मिलकर इस समस्या का दीर्घकालिक समाधान निकालने की आवश्यकता है।
यात्रियों ने इस घटना के बाद राहत की सांस ली और पायलट की सतर्कता की सराहना की। कई यात्रियों ने कहा कि जैसे ही विमान वापस उतरा,सभी ने पायलट और क्रू को तालियों से धन्यवाद दिया। यात्रियों का कहना था कि कुछ मिनटों के लिए स्थिति भयावह थी,लेकिन जिस तरह से पायलट ने विमान को संभाला,उसने सभी की जान बचा ली।
नागपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एयरपोर्ट परिसर और आसपास की नियमित निगरानी की जा रही है। साथ ही,पक्षियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नई तकनीकों का उपयोग भी किया जा रहा है। हालाँकि,इन घटनाओं से यह साफ है कि अभी भी सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की जरूरत है,ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति से यात्रियों को गुजरना न पड़े।
नागपुर से कोलकाता जा रही इस इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि विमानन क्षेत्र में हर क्षण सतर्कता जरूरी है। पायलट की सूझबूझ और एयरपोर्ट प्राधिकरण की तत्परता से एक संभावित हादसा टल गया,लेकिन यह घटना साथ ही इस बात का संकेत भी देती है कि सुरक्षा मानकों को और मजबूत करना समय की माँग है। यात्रियों की जान और भरोसा तभी सुरक्षित रह सकते हैं जब हर उड़ान में सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बने।