न्यूजीलैंड ने निर्णायक टेस्ट में वेस्टइंडीज को 323 रनों से रौंदा (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

न्यूजीलैंड ने निर्णायक टेस्ट में वेस्टइंडीज को 323 रनों से रौंदा,सीरीज 2-0 से अपने नाम की

नई दिल्ली,22 दिसंबर (युआईटीवी)- न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के अंतिम और निर्णायक मुकाबले में वेस्टइंडीज को बड़े अंतर से हराकर अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी। माउंट माउंगानुई के बे ओवल मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में कीवी टीम ने बल्लेबाजी,गेंदबाजी और रणनीति—हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन किया और 323 रनों की विशाल जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड ने सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली,जबकि पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था। घरेलू परिस्थितियों का पूरा लाभ उठाते हुए मेजबान टीम ने लगातार दो मैच जीतकर श्रृंखला पर कब्जा जमाया।

टॉस जीतकर न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और उनके सलामी बल्लेबाजों ने इस निर्णय को पूरी तरह सही साबित किया। कप्तान टॉम लैथम और डेवोन कॉन्वे ने पारी की मजबूत नींव रखी और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को लंबे समय तक विकेट के लिए तरसाया। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में आठ विकेट पर 575 रन बनाकर पारी घोषित की। इस विशाल स्कोर की आधारशिला डेवोन कॉन्वे की ऐतिहासिक पारी रही,जिन्होंने 227 रनों की शानदार पारी खेलते हुए दोहरा शतक जड़ा। उनकी इस पारी में धैर्य,तकनीक और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। वहीं कप्तान टॉम लैथम ने भी जिम्मेदारी निभाते हुए 137 रन बनाए और टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया।

डेवोन कॉन्वे ने इस दोहरे शतक के साथ टेस्ट क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड भी अपने नाम किया,जिसने इस मैच को और भी यादगार बना दिया। उनकी बल्लेबाजी के सामने वेस्टइंडीज के गेंदबाज बेबस नजर आए और कोई भी गेंदबाज लंबी साझेदारियों को तोड़ने में सफल नहीं हो सका। न्यूजीलैंड के मिडिल ऑर्डर ने भी जरूरी योगदान दिया,जिससे स्कोर और विशाल होता चला गया।

पहली पारी में बड़े लक्ष्य के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम ने संघर्ष जरूर किया,लेकिन निरंतरता की कमी के चलते वह 420 रन पर सिमट गई। वेस्टइंडीज की ओर से क्वेम हॉज ने शानदार शतक लगाकर टीम को सँभालने की कोशिश की और एक छोर थामे रखा। हालाँकि,उनके अलावा अन्य बल्लेबाज न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का सामना ज्यादा देर तक नहीं कर सके। कीवी गेंदबाजों ने अनुशासित लाइन-लेंथ के साथ गेंदबाजी की और समय-समय पर विकेट निकालकर विपक्षी टीम को दबाव में रखा।

पहली पारी में मिली बढ़त के बाद न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में भी आक्रामक रुख अपनाया। एक बार फिर सलामी बल्लेबाजों ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई। कप्तान टॉम लैथम ने दूसरी पारी में भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए 101 रन बनाए,जबकि डेवोन कॉन्वे ने अपना फॉर्म जारी रखते हुए 100 रनों की शतकीय पारी खेली। महज दो विकेट पर 306 रन बनाकर न्यूजीलैंड ने पारी घोषित कर दी और वेस्टइंडीज के सामने 462 रनों का विशाल लक्ष्य रख दिया। इस फैसले ने साफ संकेत दे दिया था कि कीवी टीम मैच को निर्णायक मोड़ पर ले जाना चाहती है।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन तालमेल के साथ गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज की पूरी टीम महज 138 रन पर ढेर हो गई। इस दौरान जैकब डफी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 42 रन देकर पाँच विकेट झटके और विपक्षी बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। उनके साथ एजाज पटेल ने भी कसी हुई गेंदबाजी की। पटेल ने 32 ओवर में 21 मेडन ओवर फेंके और केवल 23 रन देकर तीन अहम विकेट हासिल किए। इस गेंदबाजी प्रदर्शन ने वेस्टइंडीज की उम्मीदों को पूरी तरह समाप्त कर दिया।

मैच की सबसे बड़ी खासियत डेवोन कॉन्वे और टॉम लैथम की ऐतिहासिक बल्लेबाजी रही। कॉन्वे ने एक ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक और शतक लगाकर खुद को मैच का सबसे बड़ा सितारा साबित किया। वहीं कप्तान टॉम लैथम ने दोनों पारियों में शतक जड़कर न केवल टीम को मजबूती दी,बल्कि कप्तानी पारी का भी शानदार नमूना पेश किया। इन दोनों की साझेदारियों ने मैच की दिशा और दशा तय कर दी।

डेवोन कॉन्वे को उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। वहीं पूरी सीरीज में निरंतर शानदार गेंदबाजी करने वाले जैकब डफी को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला। डफी ने निर्णायक मौकों पर विकेट निकालकर न्यूजीलैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई।

वेस्टइंडीज की ओर से अगर किसी एक खिलाड़ी का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा तो वह क्वेम हॉज का शतक था,लेकिन टीम के अन्य बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे सके। गेंदबाजी में भी वेस्टइंडीज अपेक्षित प्रभाव नहीं छोड़ सकी,जिसका खामियाजा उन्हें बड़ी हार के रूप में भुगतना पड़ा।

इस तरह न्यूजीलैंड ने घरेलू मैदान पर दमदार प्रदर्शन करते हुए तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। यह जीत न केवल टीम की गहराई और संतुलन को दर्शाती है,बल्कि आने वाले अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के लिए भी न्यूजीलैंड के आत्मविश्वास को नई ऊँचाई देती है।