नॉर्वे शतरंज आयोजकों ने लॉन्च की नई विश्व चैंपियनशिप (तस्वीर क्रेडिट@FIDE_chess)

नॉर्वे शतरंज आयोजकों ने लॉन्च की नई विश्व चैंपियनशिप,फास्ट क्लासिक-रैपिड-ब्लिट्ज के संयुक्त विजेता को मिलेगा ताज

मुंबई,16 अक्टूबर (युआईटीवी)- शतरंज की दुनिया में एक नए अध्याय की शुरुआत हो गई है। नॉर्वे शतरंज के आयोजकों ने गुरुवार को “टोटल शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर” नामक एक नई और अनोखी विश्व चैंपियनशिप की घोषणा की,जिसे अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (एफआईडीई) ने आधिकारिक मान्यता दी है। यह पहली बार होगा,जब किसी खिलाड़ी को शतरंज की तीन अलग-अलग विधाओं—फास्ट क्लासिक,रैपिड और ब्लिट्ज में समग्र प्रदर्शन के आधार पर विश्व चैंपियन का ताज पहनाया जाएगा। इस घोषणा ने न केवल खिलाड़ियों,बल्कि दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों में उत्साह का माहौल पैदा कर दिया है।

नॉर्वे शतरंज और नई चैंपियनशिप के सीईओ केजेल मैडलैंड ने इस मौके पर कहा, “हमें उम्मीद है कि यह पूरे शतरंज कैलेंडर में सबसे प्रतिष्ठित आयोजनों में से एक बनेगा। हमारा उद्देश्य एक ऐसे खिलाड़ी की पहचान करना है,जो हर फॉर्मेट में महारत हासिल कर सके—एक सच्चा ‘टोटल चेस प्लेयर’।”

इस चैंपियनशिप को चार प्रमुख टूर्नामेंटों में विभाजित किया गया है,जो हर साल दुनिया के विभिन्न शहरों में आयोजित होंगे। टूर का कुल वार्षिक पुरस्कार पूल न्यूनतम 2.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर होगा। पहले तीन टूर्नामेंटों के लिए प्रति इवेंट 7,50,000 डॉलर का पुरस्कार रखा गया है,जबकि फाइनल टूर्नामेंट का इनामी पूल 4,50,000 डॉलर होगा। इसके अलावा,खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर बोनस पुरस्कार भी दिए जाएँगे।

2026 में इस नई विश्व चैंपियनशिप का एक पायलट संस्करण आयोजित किया जाएगा,जबकि 2027 में इसका पहला पूर्ण सीजन शुरू किया जाएगा। इस पूरी पहल की जिम्मेदारी प्रतिष्ठित नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के आयोजकों ने ली है,जो पहले से ही विश्व शतरंज जगत में अपनी उच्च प्रतिष्ठा और पारदर्शिता के लिए प्रसिद्ध है।

इस टूर का सबसे दिलचस्प पहलू इसका नया प्रारूप “फास्ट क्लासिक” है। यह क्लासिकल शतरंज का आधुनिक और तेज संस्करण है,जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 45 मिनट का समय मिलेगा और हर चाल के बाद 30 सेकंड का अतिरिक्त समय जोड़ा जाएगा। आयोजकों के अनुसार,यह प्रारूप दर्शकों के लिए अधिक आकर्षक और खिलाड़ियों के लिए अधिक प्रतिस्पर्धी होगा। इस फॉर्मेट को आधिकारिक तौर पर “शास्त्रीय शतरंज” की श्रेणी में रखा जाएगा,लेकिन इसकी गति और रोमांच इसे पारंपरिक खेल से अलग बनाएंगे।

इसके साथ ही,रैपिड और ब्लिट्ज प्रारूप भी शामिल होंगे,जिनमें खिलाड़ियों की त्वरित सोच,रणनीति और रिफ्लेक्स की परीक्षा होगी। सभी प्रारूपों में खिलाड़ियों के प्रदर्शन को मिलाकर एक समग्र स्कोर तैयार किया जाएगा और अंत में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को “टोटल चेस वर्ल्ड चैंपियन” घोषित किया जाएगा।

केजेल मैडलैंड ने इस नई पहल की विशेषताओं पर जोर देते हुए कहा, “हम ‘द टोटल चेस प्लेयर’ की तलाश में हैं—एक बहुमुखी,चतुर और तकनीकी रूप से कुशल एथलीट जो विभिन्न समय नियंत्रणों में समान रूप से कुशल हो। हमारा लक्ष्य शतरंज को और अधिक मनोरंजक,दर्शनीय और व्यापक दर्शक वर्ग तक पहुँचाना है।”

उन्होंने आगे कहा कि आयोजक अत्याधुनिक तकनीक,उन्नत टीवी प्रसारण तकनीकों और आकर्षक लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इस टूर्नामेंट को दर्शकों के लिए एक रोमांचक अनुभव बनाएँगे। नॉर्वे शतरंज पहले से ही अपने आधुनिक प्रसारण तरीकों के लिए मशहूर है और इस बार आयोजक उसे एक और ऊँचे स्तर पर ले जाने की योजना बना रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (एफआईडीई ) के अध्यक्ष अर्काडी ड्वोरकोविच ने इस नई विश्व चैंपियनशिप का जोरदार समर्थन किया। उन्होंने कहा, “हम हमेशा शतरंज में कुछ नया करने और उसकी सीमाओं को आगे बढ़ाने के प्रयास में रहते हैं। हालाँकि,शतरंज पहले से ही दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है,फिर भी इसके विकास की संभावनाएँ अपार हैं। टोटल चेस वर्ल्ड चैंपियनशिप टूर के जरिए हम खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा के लिए एक नया मंच और दर्शकों को एक ताजगी भरा टूर्नामेंट प्रारूप प्रदान कर रहे हैं।”

ड्वोरकोविच ने आगे कहा, “हमें उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट न केवल मौजूदा शतरंज प्रशंसकों,बल्कि नए दर्शकों को भी आकर्षित करेगा। यह प्रतिस्पर्धा खिलाड़ियों को तीनों प्रारूपों में अपनी क्षमता साबित करने का अवसर देगी और दर्शकों के लिए भी यह एक अद्वितीय अनुभव होगा।”

शतरंज के इतिहास में यह पहली बार है जब तीनों प्रारूपों—क्लासिक,रैपिड और ब्लिट्ज को एक ही मंच पर जोड़ा गया है और एक संयुक्त विश्व चैंपियन का चयन किया जाएगा। इससे खिलाड़ियों को अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा और खेल में एक नई प्रतिस्पर्धात्मक भावना का संचार होगा।

यह टूर्नामेंट केवल एक खेल आयोजन नहीं,बल्कि शतरंज की लोकप्रियता को नए स्तर पर ले जाने का एक वैश्विक प्रयास भी है। शतरंज अब केवल बुद्धिजीवियों का खेल नहीं,बल्कि एक दर्शनीय,मनोरंजक और तकनीकी रूप से उन्नत खेल के रूप में उभर रहा है।

आयोजकों का मानना है कि इस पहल से शतरंज के खेल में दर्शकों की रुचि और जुड़ाव बढ़ेगा। पारंपरिक बोर्ड गेम से आगे बढ़कर,यह टूर्नामेंट आधुनिक खेल दर्शकों की पसंद के अनुरूप अधिक गतिशील और रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।

नॉर्वे शतरंज के आयोजकों की इस नई विश्व चैंपियनशिप की घोषणा ने वैश्विक शतरंज परिदृश्य में नई ऊर्जा भर दी है। “टोटल शतरंज विश्व चैंपियनशिप टूर” केवल एक प्रतियोगिता नहीं,बल्कि शतरंज के भविष्य की दिशा तय करने वाली ऐतिहासिक पहल है। यह टूर्नामेंट न केवल खिलाड़ियों के कौशल की परीक्षा लेगा,बल्कि यह भी साबित करेगा कि शतरंज मनोरंजन और खेल दोनों का संगम बन सकता है।

अगर सब कुछ योजनानुसार चलता है,तो 2027 में जब पहला पूर्ण सीजन आयोजित होगा,तब दुनिया एक नए “टोटल चेस वर्ल्ड चैंपियन” का स्वागत करेगी—एक ऐसे खिलाड़ी का,जो बुद्धिमत्ता,रणनीति और गति तीनों में सर्वश्रेष्ठ होगा।