शशि थरूर (तस्वीर क्रेडिट@Tejasvi_Surya)

ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों की मौत पर कोलंबिया ने दिखाई हमदर्दी,शशि थरूर ने व्यक्त की निराशा

नई दिल्ली,30 मई (युआईटीवी)- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों को लेकर कोलंबिया ने दुख जाहिर किया है,जिस पर भारतीय डेलिगेशन के साथ कोलंबिया पहुँचे कांग्रेस नेता शशि थरूर ने निराशा व्यक्त किया है। भारत ने हाल ही में एक व्यापक कूटनीतिक मुहिम शुरू की है, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना है। इसी क्रम में सात बहुदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा कर रहे हैं। इन टीमों में से एक का नेतृत्व कांग्रेस नेता शशि थरूर कर रहे हैं,जो इन दिनों कोलंबिया की राजधानी बोगोटा के दौरे पर हैं।

हालाँकि,इस दौरे की शुरुआत से ही भारत को एक अप्रत्याशित और निराशाजनक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। कोलंबिया सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों के लिए संवेदना व्यक्त की,जिसने न केवल थरूर बल्कि पूरे भारतीय प्रतिनिधिमंडल को भी आश्चर्यचकित कर दिया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई का कोड नाम है। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया,जिसमें कई निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। भारत का स्पष्ट आरोप है कि इन हमलों के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों का हाथ है।

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, शशि थरूर ने कोलंबिया की सरकार की प्रतिक्रिया पर नाराज़गी जताते हुए कहा, “हम कोलंबिया सरकार से निराश हैं। उन्होंने आतंकवाद से पीड़ित भारतीय नागरिकों की पीड़ा को समझने के बजाय उन आतंकवादियों के लिए संवेदना जताई,जो भारत के आत्मरक्षात्मक जवाब में मारे गए।”

थरूर ने आगे स्पष्ट किया कि भारत आत्मरक्षा में कार्रवाई कर रहा है और इसमें हमलावर और बचावकर्ता को एक जैसा देखना एक गंभीर भूल है। उन्होंने कहा, “हम कोलंबिया के दोस्तों से कहना चाहते हैं कि आतंकवाद फैलाने वालों और उसका मुकाबला करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती। हमने जो किया वह आत्मरक्षा में किया और अगर यहाँ कोई गलतफहमी है,तो हम उसे दूर करने के लिए ही आए हैं।”

कोलंबिया में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि कोलंबिया में भारत के राजदूत वनलालहुमा ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा, “यह एक सार्थक जुड़ाव की शुरुआत है, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख को व्यक्त करना है।”

बोगोटा में अपने प्रवास के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल कोलंबिया की कांग्रेस के सदस्यों,मंत्रियों,थिंक टैंक और प्रमुख मीडिया समूहों से संवाद करेगा। इसका उद्देश्य स्पष्ट रूप से भारत की स्थिति को प्रस्तुत करना और किसी भी प्रकार की गलतफहमी को दूर करना है।

भारत सरकार ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए एक रणनीतिक पहल की। इसी योजना के अंतर्गत सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल गठित किए गए हैं,जिनमें संसद के विभिन्न दलों के नेता शामिल हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों को 33 देशों की राजधानियों में भेजा गया है,ताकि वे भारत की स्थिति को स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने रख सकें।

शशि थरूर का कोलंबिया दौरा भारत की वैश्विक रणनीति का हिस्सा है,लेकिन इस दौरे की शुरुआत में ही कोलंबिया की प्रतिक्रिया ने भारत को नैरेटिव की लड़ाई में एक चुनौतीपूर्ण स्थिति में ला दिया है। हालाँकि,थरूर की ओर से दी गई स्पष्ट प्रतिक्रिया और भारत के दूतावास की सक्रियता इस बात का संकेत है कि भारत अपने रुख से पीछे हटने वाला नहीं है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोलंबिया के अन्य राजनीतिक,रणनीतिक और मीडिया वर्ग के साथ होने वाली बैठकों में भारत किस तरह अपने तर्कों को रखता है और क्या वह गलतफहमियों को दूर कर पाता है।