नई दिल्ली, 4 फरवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)| तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लिया और जारी आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि के रूप में कुछ देर का मौन रखा। अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी तृणमूल का साथ दिया। बहस के दौरान तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “26 जनवरी की घटना के दौरान किसानों की मौत की उचित जांच होनी चाहिए।”
तृणमूल कांग्रेस ने महिलाओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने के लिए संसद में महिला आरक्षण विधेयक लाने की मांग की।
यह भी आरोप लगाया गया कि पश्चिम बंगाल धान खरीद में केंद्र सरकार के रोष का सामना कर रहा है और राज्य में केवल 76,000 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।
तृणमूल नेता ने कहा कि बंगाल सरकार ने आयुष्मान भारत से दो साल पहले स्वास्थ्य योजना शुरू की थी, जिसे 2018 में लॉन्च किया गया था।
इससे पहले, कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को लेकर संघीय ढांचे के खिलाफ फैसला लिया, क्योंकि उन्होंने राज्यों से परामर्श किए बिना और बिना किसी पूर्व सूचना के लॉकडाउन लागू कर दिया।
उन्होंने कहा, “यह सदन राज्यों का सदन है और यह मेरा आरोप है कि प्रधानमंत्री संघीय ढांचे के खिलाफ हैं, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्रियों से सलाह नहीं ली और लॉकडाउन लगा दिया। सिंगापुर जैसे देशों ने इस बारे में आठ दिन पहले ही सूचना दे दी थी।”

