नई दिल्ली,5 दिसंबर (युआईटीवी)- दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार सुबह यात्रियों के लिए जारी की गई एडवाइजरी ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसमें बताया गया कि कुछ ऑपरेशनल और तकनीकी चुनौतियों के कारण कई घरेलू उड़ानों में देरी और रद्द होने की स्थिति उत्पन्न हुई है। एयरपोर्ट ने स्पष्ट किया कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उड़ान संचालन पर प्रभाव पड़ रहा है,इसलिए यात्रियों को यात्रा से पहले अपनी उड़ान की नवीनतम स्थिति अवश्य जाँच लेनी चाहिए। यह सलाह विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है,जो समय की कमी या व्यस्त कार्यक्रम के चलते अंतिम समय पर एयरपोर्ट पहुँचते हैं।
एयरपोर्ट प्राधिकरण के अनुसार,समस्या अचानक नहीं आई,बल्कि पिछले कुछ दिनों से उड़ान संचालन में बाधाएँ बढ़ रही थीं। एयरपोर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कई उड़ानों के शेड्यूल को तकनीकी और संचालन संबंधी चुनौतियों के चलते संशोधित करना पड़ा है। हालाँकि,इन समस्याओं का विस्तृत विवरण साझा नहीं किया गया,लेकिन संकेत मिले हैं कि यह मुद्दे तकनीकी गड़बड़ियों और ग्राउंड ऑपरेशन की जटिलताओं से जुड़े हुए हैं। इन चुनौतियों को दूर करने के लिए एयरपोर्ट पर तैनात विशेष टीमें लगातार एयरलाइंस और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय में कार्य कर रही हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट ने अपने बयान में यात्रियों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि ऑन-ग्राउंड टीमें यात्रियों को कम से कम परेशानी हो,इसके लिए लगातार प्रयासरत हैं। एयरपोर्ट के मुताबिक,अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की गई है,ताकि जानकारी उपलब्ध कराने,गेट चेंज और उड़ानों के संशोधित समय से संबंधित अपडेट यात्रियों तक शीघ्रता से पहुँचाई जा सके। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि फ्लाइट शेड्यूल में बार-बार बदलाव की संभावना बनी हुई है,इसलिए यात्रा से पहले एयरलाइन की वेबसाइट,मोबाइल ऐप या ग्राहक सेवा केंद्र से स्टेटस जाँचना जरूरी है।
यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ को देखते हुए पर्याप्त समय लेकर पहुँचे और चेक-इन एवं सुरक्षा जाँच प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय रखें। हाल के दिनों में बढ़ी हुई देरी और रद्द उड़ानों के चलते विभिन्न टर्मिनलों पर लंबी कतारें देखी गईं,जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट प्राधिकरण ने कहा कि स्थिति सामान्य करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं,लेकिन ऑपरेशनल चुनौतियों की गंभीरता को देखते हुए यात्रियों का सहयोग और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है।
इस बीच,देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो भी लगातार तीसरे दिन व्यापक पैमाने पर रद्द उड़ानों और देरी से जूझती दिखाई दी। गुरुवार को इंडिगो ने 550 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं,जिससे देशभर के एयरपोर्ट्स पर यात्रियों में नाराजगी फैल गई। दिल्ली एयरपोर्ट पर भी इंडिगो के काउंटरों पर लंबी कतारें देखी गईं,जहाँ यात्री अपनी उड़ानों की स्थिति के बारे में लगातार जानकारी जुटाने की कोशिश करते रहे। उड़ानों के लगातार रद्द होने और देरी से यात्रियों के कार्यक्रम प्रभावित हुए,कई यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों का इंतजार करते हुए घंटों बिताने पड़े।
इंडिगो के सीईओ ने बयान जारी करते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में समय पर उड़ान संचालन चुनौतीपूर्ण हो गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशनल चुनौतियाँ व्यापक हैं और इन्हें दूर करने के लिए कंपनी की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति को पूरी तरह सामान्य होने में कुछ समय लग सकता है,इसलिए यात्रियों से अनुरोध है कि वे धैर्य बनाए रखें और एयरपोर्ट आने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच जरूर करें।
इंडिगो के बयान से यह स्पष्ट है कि समस्या केवल दिल्ली एयरपोर्ट तक सीमित नहीं है,बल्कि देश के अन्य बड़े हवाई अड्डों पर भी इसी तरह की बाधाएँ देखने को मिल रही हैं। हालाँकि,एयरलाइन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इन चुनौतियों का कारण क्या है,लेकिन विमानन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि पायलट और क्रू की उपलब्धता,विमान रखरखाव से जुड़ी गड़बड़ियाँ और बढ़ता यात्री दबाव इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं। साथ ही,मौसम और तकनीकी कारणों से कई उड़ानों के शेड्यूल पर असर पड़ना भी असामान्य नहीं है।
दिल्ली एयरपोर्ट और एयरलाइन कंपनियों की ओर से जारी सलाह का सार यही है कि वर्तमान स्थिति में बिना जानकारी जुटाए यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे समय पर अपडेट लेते रहें और एयरलाइन के आधिकारिक संचार माध्यमों पर भरोसा करें। साथ ही एयरपोर्ट प्राधिकरण ने यात्रियों के धैर्य और सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया है।
दिल्ली एयरपोर्ट की यह एडवाइजरी यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है,क्योंकि उड़ान संचालन की मौजूदा स्थिति अनिश्चित है। एयरपोर्ट और एयरलाइंस दोनों ही अपनी ओर से स्थिति को सामान्य करने में लगे हैं,लेकिन तब तक यात्रियों का संयम और सतर्कता ही उनकी यात्रा को सुचारू बना सकता है।

