बेंगलुरु,2 जून (युआईटीवी)- इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल ) 2025 का माहौल अपने चरम पर है और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इस समय अपने करियर के चौथे फाइनल की तैयारी में व्यस्त हैं। 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आरसीबी का मुकाबला पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) से होने वाला है। दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही टीमों ने अब तक एक भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीती है,ऐसे में इस बार किसी एक टीम के हाथ पहली बार चैंपियन बनने का मौका है।
लेकिन इसी बीच विराट कोहली को मैदान के बाहर एक और मोर्चे पर परेशानी का सामना करना पड़ा है। मामला जुड़ा है उनके स्वामित्व वाले रेस्टोरेंट चेन ‘वन8 कम्यून’ से,जो बेंगलुरु में स्थित है और फिलहाल कानून उल्लंघन के आरोपों की वजह से सुर्खियों में है।
बेंगलुरु पुलिस ने विराट कोहली के पब ‘वन8 कम्यून’ के खिलाफ सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम-2003 (सीओटीपीए) के तहत केस दर्ज किया है। यह पब शहर के रत्नम कॉम्प्लेक्स की छठी मंजिल पर स्थित है। आरोप है कि इस पब में स्मोकिंग ज़ोन निर्धारित नहीं किया गया,जिससे सार्वजनिक जगह पर धूम्रपान का उल्लंघन हो रहा है।
कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए धारा 4 और 21 के तहत मामला दर्ज किया है। धारा 4 के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक लगाई गई है,जबकि धारा 21 के तहत नियमों के उल्लंघन पर दंड का प्रावधान है।
पुलिस को शिकायत मिली थी कि पब में नियमों को नजरअंदाज किया जा रहा है और वहाँ सिगरेट पीने की सुविधा बिना स्मोकिंग जोन बनाए दी जा रही है। ये नियम विशेष रूप से उन जगहों के लिए बनाए गए हैं,जहाँ आम लोग आते-जाते हैं,ताकि स्वस्थ्य वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
इस मामले में सिर्फ पब ही नहीं,बल्कि उसके मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि संवेदनशील स्थानों पर स्मोकिंग जोन न बनाना कानून का सीधा उल्लंघन है और इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
यह विवाद तब सामने आया है,जब विराट कोहली अपने खेल करियर की सबसे अहम घड़ी में हैं। आईपीएल फाइनल में उनकी टीम की मौजूदगी के बीच ये खबर उनके व्यक्तिगत ब्रांड और छवि पर प्रतिकूल असर डाल सकती है।
यह कोई पहली बार नहीं है,जब ‘वन8 कम्यून’ विवादों में आया हो। पिछले साल जून 2024 में इस रेस्टोरेंट पर तय समय से अधिक देर तक संचालन करने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी। तब पुलिस ने आरोप लगाया था कि पब निर्धारित समयसीमा के बाद भी खुला रहा और ध्वनि प्रदूषण नियमों का उल्लंघन हुआ।
इसी तरह दिसंबर 2024 में बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने रेस्टोरेंट को नोटिस भेजा था,क्योंकि उसने अग्निशमन विभाग से अनिवार्य एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं ली थी। यह एक गंभीर प्रशासनिक चूक मानी जाती है,विशेषकर उन स्थानों के लिए जहाँ बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
इन घटनाओं से साफ है कि विराट कोहली के रेस्टोरेंट की प्रशासनिक और कानूनी व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में रही है।
विराट कोहली सिर्फ एक क्रिकेटर ही नहीं,बल्कि एक ग्लोबल ब्रांड हैं। वह स्वास्थ्य, फिटनेस और अनुशासन के प्रतीक माने जाते हैं। ऐसे में उनके नाम से चलने वाले किसी बिज़नेस प्रतिष्ठान का बार-बार कानून का उल्लंघन करना उनकी व्यक्तिगत छवि के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ब्रांड कोहली से जुड़े रेस्तरां चेन ‘वन8 कम्यून’ भारत के कई शहरों में संचालित होते हैं और युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं,लेकिन बार-बार विवादों में फँसने से ग्राहक विश्वास और बिज़नेस रेप्युटेशन पर असर पड़ सकता है।
विराट कोहली इस समय क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और फॉर्म में भी हैं। आरसीबी को फाइनल तक पहुँचाने में उनका अहम योगदान रहा है,लेकिन उनके पब को लेकर उठे कानूनी मामले अब उनके लिए ऑफ-फील्ड तनाव का कारण बन सकते हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि कोहली इन विवादों को किस तरह हैंडल करते हैं और क्या उनका मैनेजमेंट भविष्य में ऐसे नियम उल्लंघन से बचने के लिए कोई ठोस कदम उठाता है।
जहाँ एक ओर विराट कोहली आईपीएल की सबसे बड़ी रात की तैयारी में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके व्यापारिक उपक्रम ‘वन8 कम्यून’ पर लगातार कानूनी कार्रवाइयों से नई तरह की चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं। यह घटना एक उदाहरण है कि सेलिब्रिटी ब्रांड वैल्यू बनाए रखने के लिए केवल ऑन-फील्ड परफॉर्मेंस ही नहीं, बल्कि व्यवसायिक जिम्मेदारी और कानूनी सतर्कता भी उतनी ही आवश्यक है।
आने वाले समय में कोहली और उनकी टीम इस दिशा में क्या सुधार करती है,यह देखना बाकी है,लेकिन फिलहाल,सबकी निगाहें 3 जून को होने वाले आईपीएल फाइनल पर टिकी हैं,जहाँ कोहली के पास इतिहास रचने का मौका है।