नई दिल्ली,24 अप्रैल (युआईटीवी)- 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयानक आतंकवादी हमला हुआ,जिसके परिणामस्वरूप कम-से-कम 26 नागरिक मारे गए,जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और 20 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। हमलावरों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाया,जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जिसे “मिनी-स्विट्जरलैंड” के नाम से भी जाना जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 23 अप्रैल को हमले वाली जगह का दौरा किया। उन्होंने श्रीनगर में पुष्पांजलि समारोह में पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और शोक संतप्त परिवारों और बचे लोगों से मुलाकात की,उन्हें न्याय के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। शाह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा और कसम खाई कि अपराधियों को सबसे कठोर परिणाम भुगतने होंगे।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने जाँच अपने हाथ में ले ली है और हमले में शामिल चार संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि हमले में दो पश्तो भाषी और दो स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा की,सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारत लौट आए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत अंतर्राष्ट्रीय नेताओं ने आतंकवाद से निपटने में भारत के प्रति संवेदना और समर्थन व्यक्त किया है।
इस हमले के बाद सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं तथा जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाने के लिए व्यापक जाँच की जा रही है।
