टोक्यो, 31 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)| भारत की पैरा निशानेबाज रुबीना फ्रांसिस यहां चल रहे टोक्यो पैरालंपिक के पी2-महिला 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 फाइनल में सातवें स्थान पर रहीं और पदक हासिल करने से चूक गईं। रूबीना ने फाइनल में 128.5 का स्कोर किया और वह आठ निशानेबाजों के फाइनल में सातवें स्थान पर रहीं। रूबीना ने पहली बार पैरालंपिक में हिस्सा लिया और फाइनल में पहुंचीं। हालांकि, वह अपने डेब्यू पैरालंपिक में पदक लाने से चूक गईं।
इस इवेंट का स्वर्ण पदक ईरान की सारेह जवानमार्दी ने जीता, जिन्होंने 239.2 का स्कोर किया। तुर्की की आईसोगुल पेहलीवानलार 234.5 और हंगरी की क्रिस्टीना डेविड ने 210.5 के स्कोर के साथ क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।
इससे पहले रूबीना मंगलवार को यहां क्वालीफाइंग दौर में सातवें स्थान पर रही थीं। रुबीना ने 10 शॉट्स के छह राउंड में 91, 96, 95, 92, 93, 93 का स्कोर किया और दक्षिण कोरिया की किम यून-मी 560 अंकों के साथ छठे स्थान पर रहीं। लेकिन कोरियाई निशानेबाज ने बुल्सआई में 14 शॉट के साथ छठा स्थान हासिल किया जबकि रुबीना ने केवल 12 शॉट किए।
मध्य प्रदेश के जबलपुर की 22 वर्षीय रुबीना ने जून में पेरू के लीमा में विश्व कप के फाइनल में विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
