टोरंटो में भारतीय मूल की युवती की हत्या (तस्वीर क्रेडिट@OpIndia_in)

टोरंटो में भारतीय मूल की युवती की हत्या: संदिग्ध पर देशभर में वारंट,परिवार को मदद का भरोसा

टोरंटो,24 दिसंबर (युआईटीवी)- कनाडा के टोरंटो शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है,जिसने न केवल स्थानीय समुदाय बल्कि भारतीय प्रवासी समाज को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। भारतीय मूल की 30 वर्षीय युवती हिमांशी खुराना की हत्या के मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। टोरंटो पुलिस ने इस हत्याकांड में 32 वर्षीय अब्दुल गफूरी को मुख्य संदिग्ध के रूप में चिन्हित करते हुए उसके खिलाफ पूरे कनाडा में अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी,पीड़ित को जानता था और दोनों के बीच पहले से परिचय था,इसलिए प्रारंभिक जाँच में इसे एक सुनियोजित अपराध के तौर पर भी देखा जा रहा है।

पुलिस के अनुसार,शुक्रवार 19 दिसंबर 2025 की रात करीब 10 बजकर 41 मिनट पर स्ट्रैचन एवेन्यू और वेलिंगटन स्ट्रीट वेस्ट इलाके से एक गुमशुदगी की सूचना मिली थी। परिवार और दोस्तों ने बताया कि हिमांशी से उनका संपर्क टूट गया था और लगातार प्रयासों के बावजूद वह फोन नहीं उठा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें सक्रिय हुईं और इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान जाँच आगे बढ़ी और कुछ ही घंटों में यह मामला गुमशुदगी से संभावित अपराध की दिशा में मुड़ गया। बाद में पुलिस ने पुष्टि की कि हिमांशी की मौत हो चुकी है और उसका मामला अब हत्या के रूप में दर्ज किया गया है।

टोरंटो पुलिस ने रविवार को प्रेस बयान जारी करते हुए अब्दुल गफूरी को इस मामले में ‘वॉन्टेड’ घोषित किया। पुलिस ने उसकी तस्वीर सार्वजनिक की और नागरिकों से अपील की कि अगर किसी को उसके ठिकाने के बारे में कोई जानकारी हो,तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि संदिग्ध को खतरनाक माना जा रहा है और आम लोगों को उसके पास जाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। पुलिस ने पूरे कनाडा में अलर्ट जारी कर दिया है और विभिन्न प्रांतीय एजेंसियों के साथ मिलकर उसकी तलाश तेज कर दी गई है।

इस घटना पर टोरंटो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गहरा दुख व्यक्त किया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान में दूतावास ने लिखा कि वे हिमांशी खुराना की हत्या से स्तब्ध और बेहद दुखी हैं। दूतावास ने पीड़िता के परिवार के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि वह इस कठिन समय में हर संभव राजनयिक और कानूनी सहायता उपलब्ध कराने के लिए कनाडाई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। दूतावास के मुताबिक,पिछले कुछ दिनों से अधिकारी इस मामले पर करीब से नजर रख रहे थे और परिवार से संवाद बनाए हुए हैं।

हिमांशी के पड़ोसियों और परिचितों के अनुसार,वह शांत स्वभाव की,मेहनती और अपने काम के प्रति समर्पित युवती थी। कनाडा आने के बाद वह नई जिंदगी बनाने के सपने देख रही थी। समुदाय के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके उसके प्रति श्रद्धांजलि दी और अपराधी को जल्द-से-जल्द पकड़ने की माँग की। कुछ लोगों ने इसे प्रवासी समुदाय की सुरक्षा से जुड़े बड़े सवाल के रूप में भी देखा और स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया कि ऐसे मामलों में सख्त और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

जाँच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि वे आरोपी के संभावित ठिकानों की सूची तैयार कर चुके हैं और इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग,सर्विलांस फुटेज और फॉरेंसिक सबूतों को जोड़कर घटनाक्रम की कड़ियाँ सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या से पहले दोनों के बीच क्या बातचीत हुई और घटना किस स्थान पर अंजाम दी गई। फिलहाल केस के कई पहलुओं पर गोपनीयता बरती जा रही है ताकि जांच प्रभावित न हो।

इस बीच,कानून विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आरोपी जल्द गिरफ्तार हो जाता है,तो उसके खिलाफ हत्या और संभावित रूप से सुनियोजित अपराध के गंभीर प्रावधानों के तहत मामला चलाया जा सकता है। कनाडा में ऐसे मामलों के लिए सजा बेहद कठोर हो सकती है,खासकर तब जब अपराध में भरोसे का दुरुपयोग और जानबूझकर नुकसान पहुँचने के पहलू सामने आए हों।

परिवार के लिए यह समय बेहद पीड़ादायक है। दूर बैठे परिजन लगातार दूतावास और स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और अपने सवालों के जवाब तलाश रहे हैं—आखिर उनके घर की बेटी के साथ ऐसा क्यों हुआ। इस त्रासदी ने एक बार फिर यह याद दिला दिया है कि विकसित देशों में भी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर लापरवाही नहीं बरती जा सकती और समुदाय के स्तर पर चौकन्ना रहना उतना ही जरूरी है।

पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। साथ ही,अगर किसी ने संदिग्ध को कहीं देखा हो या उसके बारे में कोई विश्वसनीय सूचना रखता हो,तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करे। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले व्यक्ति को कानून के शिकंजे में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ रही है,उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच सामने आएगा और दोषी को सजा मिलेगी। हालाँकि,इस घटना ने प्रवासी भारतीय समुदाय के भीतर असुरक्षा और चिंता की नई लहर पैदा कर दी है। फिलहाल पूरा मामला न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है और सभी की निगाहें पुलिस और अदालतों पर टिकी हैं कि वे इस हत्याकांड को किस तरह अंजाम तक पहुँचाते हैं।