बिक्रमगंज,30 मई (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार,30 मई को राज्य के रोहतास जिले के बिक्रमगंज में एक ऐतिहासिक जनसभा को संबोधित किया और 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई बड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन,शिलान्यास और लोकार्पण किया। यह दौरा विकास की दृष्टि से अहम तो रहा ही,साथ ही यह राजनीतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पीएम मोदी जब खुली गाड़ी में मंच की ओर बढ़े,तो पूरा क्षेत्र “मोदी-मोदी” और “ऑपरेशन सिंदूर” के नारों से गूँज उठा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी उनके साथ मौजूद रहे। सड़क के दोनों ओर खड़े हजारों लोगों ने उन पर फूलों की वर्षा की। मोदी ने भी उत्साहित जनसमूह का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। पूरे कार्यक्रम स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी,ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने औरंगाबाद जिले में 29,930 करोड़ रुपये की लागत वाली नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना (चरण-II) की आधारशिला रखी,जो पूर्वी भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में अहम कदम है। इसकी कुल क्षमता 3×800 मेगावाट होगी। परियोजना का लक्ष्य बिहार और पूर्वी भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
इस परियोजना से सस्ती बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी,औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा,स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा यह बिहार के ऊर्जा क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी निवेश परियोजनाओं में से एक है।
पीएम मोदी ने बिहार में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने हेतु कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उद्घाटन किया। इनमें प्रमुख हैं:
* एनएच-119ए (पटना-आरा-सासाराम) खंड को चार लेन का बनाने की योजना
* एनएच-319बी (वाराणसी-रांची-कोलकाता हाईवे) का विकास
* एनएच-119डी (रामनगर-कच्ची दरगाह) खंड को छह लेन का बनाना
* बक्सर-भरौली के बीच गंगा नदी पर नया पुल
इन परियोजनाओं से,निर्बाध हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण होगा,व्यापार,उद्योग और आवागमन को बल मिलेगा तथा राज्य में लॉजिस्टिक्स की लागत घटेगी और संपर्कता बढ़ेगी।
उद्घाटन की गई परियोजनाएँ:
एनएच-22 (पटना-गया-डोभी खंड) को चार लेन का बनाने का कार्य (लागत: 5,520 करोड़ रुपये)
एनएच-27 पर गोपालगंज में एलिवेटेड हाईवे और ग्रेड सुधार कार्य
प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे क्षेत्र में बिहार को बड़ी सौगात देते हुए 1,330 करोड़ रुपये की लागत से बनी सोन नगर से मोहम्मदगंज के बीच तीसरी रेलवे लाइन का उद्घाटन किया,जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। इससे माल ढुलाई की क्षमता बढ़ेगी,रेल यातायात सुगम होगा तथा झारखंड और बिहार के बीच रेलवे संपर्क और अधिक मज़बूत होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि इन विकास योजनाओं का उद्देश्य बिहार को अर्थव्यवस्था,कनेक्टिविटी और रोज़गार के क्षेत्र में सशक्त बनाना है। इससे स्थानीय युवाओं को काम के अवसर मिलेंगे। ये परियोजनाएँ ‘विकसित भारत – विकसित बिहार’ के लक्ष्य की दिशा में एक मजबूत कदम हैं।
इस दौरे की खास बात यह रही कि पीएम मोदी के साथ मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी,राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और कई केंद्रीय मंत्री तथा राज्य के अन्य मंत्री भी उपस्थित थे।
इससे एनडीए की एकता और चुनावी समन्वय का संदेश भी गया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार यह बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव 2025 की तैयारियों की ओर भी इशारा करता है।
गुरुवार को पीएम मोदी ने पटना में हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया,शहर में रोड शो किया साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ रणनीतिक बैठकें भी कीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा विकास और राजनीतिक संकेतों से भरपूर रहा,जिसमें 48,520 करोड़ रुपये की परियोजनाएँ राज्य के बुनियादी ढाँचे को सुदृढ़ करने और आर्थिक प्रगति को गति देने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
एनडीए गठबंधन की एकजुटता और बिहार के भविष्य के लिए प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत भी इस मंच से मिला।
जनता की भारी उपस्थिति और समर्थन से यह भी साफ हो गया कि बिहार के लोग विकास के इस नए अध्याय के लिए तैयार और उत्साहित हैं।