नई दिल्ली,9 मई (युआईटीवी)- पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) को लेकर भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार (8 मई) को दिल्ली के एक कॉलेज के कार्यक्रम में पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) को नरेंद्र मोदी प्रशासन भारत में वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में विदेश मंत्री एस. जयशंकर विश्व बंधु भारत पर भाषण दे रहे थे। भारत के शीर्ष राजनयिक ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को मोदी सरकार द्वारा समाप्त किए जाने के बारे में बताया।
‘विश्व बंधु भारत’ विषय पर चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और इसे भारत में वापस लाने के लिए संसद का प्रस्ताव है तथा इस बात के लिए सभी राजनीतिक दल प्रतिबद्ध हैं।
मोदी सरकार की नीतियों का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि धारा 370 के बारे में लोगों ने अपनी धारणा बना ली थी कि इसे बदला नहीं जा सकता है। लेकिन अब जब हमने इसे एक बार बदल दिया,तो पूरी जमीनी स्थिति बदल गई है। आगे उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को लेकर संसद का प्रस्ताव है और इस बात को सुनिश्चित करने के लिए देश का प्रत्येक राजनीतिक दल प्रतिबद्ध है कि पीओके भारत का हिस्सा है और इसे भारत में वापस आना चाहिए।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि एक बात वह आवश्य कहना चाहते हैं कि लोग हमसे 10 साल पहले या फिर 5 साल पहले पीओके के बारे में नहीं पूछते थे। लेकिन जब हमने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया,तो अब लोग पीओके को भी महत्वपूर्ण समझने लगे हैं।
