जस्टिन ट्रूडो और डोनाल्ड ट्रंप (तस्वीर क्रेडिट@SonOfBharat7)

रियायत के बाद अमेरिकी सामानों पर हमने भी जवाबी टैरिफ को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है: कनाडा

ओटावा,7 मार्च (युआईटीवी)- कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने हाल ही में घोषणा की कि कनाडा 2 अप्रैल तक अमेरिकी सामानों पर दूसरे दौर के टैरिफ को रोक देगा। इस घोषणा के बाद, कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध में एक नया मोड़ आया है। गुरुवार को वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी देते हुए कहा कि, “संयुक्त राज्य अमेरिका ने कनाडा से (कनाडा-अमेरिका-मेक्सिको समझौता) अनुरूप निर्यात पर टैरिफ को 2 अप्रैल तक निलंबित करने पर सहमति जताई है।” इसका मतलब है कि कनाडा अब 2 अप्रैल तक अमेरिकी उत्पादों पर 125 अरब कनाडाई डॉलर के दूसरे चरण के टैरिफ को लागू नहीं करेगा,जबकि दोनों देश इस मामले पर और काम करते रहेंगे।

कनाडा की सरकार के यह कदम,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा और मेक्सिको के कुछ सामानों पर लगाए गए टैरिफ के जवाब में उठाया गया है। ट्रंप ने यह टैरिफ कनाडा और मेक्सिको के सामानों पर लगाए थे,जिनका उद्देश्य अमेरिकी व्यापार को बढ़ावा देना और इन देशों से आयातित उत्पादों की कीमतों को बढ़ाना था। इसके बाद,कनाडा ने अपने हिस्से में जवाबी कदम उठाते हुए अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने का फैसला किया था।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इस पूरे मामले में स्पष्ट रूप से कहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध ‘आगामी भविष्य के लिए’ जारी रहेगा,भले ही कुछ क्षेत्रों के लिए छूट दी गई हो। ट्रूडो ने यह भी कहा कि कनाडा अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाने के अपने अधिकार से पीछे नहीं हटेगा और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए सभी उपाय करेगा।

उद्योग मंत्री फ्रेंकोइस-फिलिप शैम्पेन ने भी इस बारे में बात की और कहा कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा और मेक्सिको के सामानों पर टैरिफ को 2 अप्रैल तक टालने के बावजूद कनाडा के प्रतिशोधात्मक उपाय जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि, “जब तक खतरा बना रहेगा,दबाव बना रहेगा। प्रधानमंत्री इस बारे में पूरी तरह से स्पष्ट हैं। दबाव बना कर ही इसे कारगर बनाया जा सकता है। शैम्पेन के इस बयान से यह साफ होता है कि कनाडा अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा और व्यापार युद्ध में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं देगा।

इसके अलावा,शैम्पेन ने यह भी स्पष्ट किया कि कनाडा के आधे से अधिक आयात इसके दायरे में नहीं आते और उन्हें यूएसएमसीए (कनाडा-अमेरिका-मेक्सिको समझौता) के अनुरूप नहीं माना जाता है। इसलिए, उन्हें अभी भी नए टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है। सीटीवी न्यूज के अनुसार,शैम्पेन ने कहा कि, “यह केवल 2 अप्रैल तक टालने का फैसला है। इसके बाद,कनाडा अमेरिकी उत्पादों पर अपने टैरिफ को लागू कर सकता है,खासकर उन उत्पादों पर जो यूएसएमसीए के अनुरूप नहीं हैं।”

कनाडा का यह कदम ट्रंप की ओर से कनाडा और मेक्सिको के आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के जवाब में आया है। कनाडा ने पहले योजना बनाई थी कि मार्च के अंत तक अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाएँगे,जिनमें इलेक्ट्रिक वाहन,कृषि उत्पाद,इलेक्ट्रॉनिक्स,स्टील और ट्रक जैसे महत्वपूर्ण उत्पाद शामिल थे,लेकिन ट्रंप के निर्णय के बाद,कनाडा ने अपनी योजना को 2 अप्रैल तक स्थगित करने का फैसला किया है।

ट्रंप के फैसले के अनुसार, 2 अप्रैल तक अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ में कोई वृद्धि नहीं होगी और इस दौरान दोनों देश आपस में इस मामले पर बातचीत करते रहेंगे। इस फैसले से व्यापार युद्ध के दबाव को कम करने की कोशिश की जा रही है। इस निर्णय के बाद,कनाडा और अमेरिका के व्यापारिक रिश्तों में कुछ राहत की उम्मीद जताई जा रही है, हालाँकि,यह पूरी तरह से हल नहीं हुआ है।

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप के आदेशों के तहत कनाडा से लगभग 62 प्रतिशत आयातों पर नए टैरिफ लगने की संभावना है,क्योंकि ये आयात यूएसएमसीए के अनुरूप नहीं हैं। इसका मतलब यह है कि इन उत्पादों पर टैरिफ लगाया जाएगा,क्योंकि वे समझौते के तहत आने वाली श्रेणियों में नहीं आते। इसके अलावा,मेक्सिको से भी कुछ आयातों पर टैरिफ लगाया जाएगा,जो यूएसएमसीए के अनुरूप नहीं हैं।

कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध का यह नया चरण दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को प्रभावित करने वाला है। ट्रंप के फैसले के बाद,हालाँकि,कुछ क्षेत्रों के लिए छूट दी गई है,लेकिन इस मामले में समाधान अभी भी लंबा और चुनौतीपूर्ण है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने स्पष्ट किया कि यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और कनाडा अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

कनाडा का यह कदम अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के एक नए चरण का संकेत देता है। दोनों देशों के बीच इस युद्ध के कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं और इससे दुनिया के अन्य देशों पर भी असर पड़ सकता है। हालाँकि,फिलहाल के लिए टैरिफ स्थगित किए गए हैं,लेकिन इस मामले में अंतिम समाधान अभी दूर है। आने वाले समय में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों पर निगाह रखना महत्वपूर्ण होगा,क्योंकि यह न केवल कनाडा और अमेरिका पर,बल्कि वैश्विक व्यापार पर भी असर डाल सकता है।