ऑपरेशन सिंदूर

प्रधानमंत्री मोदी का ऑपरेशन सिंदूर भाषण और ‘स्माइलिंग बुद्धा’ से जुड़ा दिलचस्प कनेक्शन

नई दिल्ली,14 मई (युआईटीवी)- हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “ऑपरेशन सिंदूर” का जिक्र किया,जो पापुआ न्यू गिनी में एक घातक भूस्खलन के बाद भारत का मानवीय बचाव अभियान था। इस मिशन में भारतीय नागरिकों को बचाना और सहायता पहुँचाना शामिल था,जो भारत के बढ़ते वैश्विक मानवीय नेतृत्व को दर्शाता है।

“स्माइलिंग बुद्धा” 18 मई, 1974 को किए गए भारत के पहले परमाणु परीक्षण का कोडनेम था। यह वाक्यांश भारतीय सामरिक इतिहास में प्रतीकात्मक महत्व रखता है।

कुछ पर्यवेक्षक जिस विचित्र संबंध की ओर संकेत कर रहे हैं वह अलंकारिक या प्रतीकात्मक हो सकता है:

मई माह एक प्रतीक के रूप में: दोनों घटनाएँ – भारत का पहला परमाणु परीक्षण (स्माइलिंग बुद्धा) और ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा मई के महीने में हुई,जो संभावित रूप से राष्ट्रीय गौरव और क्षमता का आह्वान करती हैं।

शक्ति का प्रक्षेपण: जिस प्रकार स्माइलिंग बुद्धा भारत की सामरिक शक्ति का प्रदर्शन था,उसी प्रकार ऑपरेशन सिंदूर को भारत की सॉफ्ट पावर और वैश्विक जिम्मेदारी के प्रक्षेपण के रूप में देखा जा सकता है।

प्रतीकात्मक संदेश: प्रधानमंत्री मोदी अप्रत्यक्ष रूप से भारत की मानवीय शक्ति (ऑपरेशन सिंदूर) को उसकी ऐतिहासिक सामरिक शक्ति (स्माइलिंग बुद्धा) के साथ जोड़ रहे हैं,जिससे भारत की शक्तिशाली और दयालु छवि को बल मिल रहा है।