नई दिल्ली,22 फरवरी (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात और उत्तर प्रदेश दोनों के लिए 22 और 23 फरवरी को सौगातों का पिटारा खोलेंगे। जिसमें 48 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का तोहफा पीएम की तरफ से गुजरात को दिया जाएगा,तो 13 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का तोहफा उत्तर प्रदेश मिलेगा।
22 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात का दौरा करेंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री अहमदाबाद के मोटेरा स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित जीसीएमएमएफ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होंगे,जिसमें 1.25 लाख से अधिक किसान भी हिस्सा लेने वाले हैं।
प्रधानमंत्री यहाँ कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे,जिसमें महेसाणा में भारत नेट के दूसरे चरण के परियोजना भी शामिल है। यह परियोजना हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा 8000 से अधिक ग्राम पंचायतों को प्रदान करेगी। महेसाणा और बनासकांठा जिलों में रेल लाइन दोहरीकरण, नई ब्रॉड-गेज लाइन,गेज परिवर्तन इत्यादि की नींव रखेंगे। गुजरात जैव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक भवन का गांधीनगर में पीएम मोदी लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा अहमदाबाद,खेड़ा,गांधीनगर और महेसाणा में सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। कई जल आपूर्ति परियोजनाओं का उद्घाटन बनासकांठा में करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा नवसारी तक जारी रहेगा,जहाँ लगभग 17,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का आधारशिला रखेंगे।इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य जल आपूर्ति,इंटरनेट कनेक्टिविटी,प्रधानमंत्री शहरी विकास और पर्यटन को मजबूती प्रदान करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए,काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन में दो रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) राष्ट्र को समर्पित करेंगे,जिसकी क्षमता 1400 मेगावाट है।
पीएम मोदी उत्तर प्रदेश में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे,जिससे वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों में विकास की गति को और तेज किया जा सकेगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के बाद से अपना ध्यान वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों के विकास पर केंद्रित किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री सड़क, रेल, विमानन, शहरी विकास और स्वच्छता,स्वास्थ्य, पर्यटन,पेयजल,शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
एनएच-233 के घरगरा-ब्रिज-वाराणसी खंड के चार लेन सहित कई सड़क परियोजनाओं का प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे,जिससे वाराणसी की सड़क कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी एनएच-19 के तहत वाराणसी-औरंगाबाद खंड को छह लेन का बनाना,एनएच-56 के सुल्तानपुर-वाराणसी खंड को चार लेन का विस्तार, एनएच-35 के तहत वाराणसी-हनुमना खंड को चार लेन का बनाना,बाबतपुर के पास वाराणसी-जौनपुर रेल खंड पर आरओबी का निर्माण,वाराणसी-राँची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के निर्माण की भी आधारशिला रखेंगे।
एचपीसीएल द्वारा एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन सेवापुरी में प्रधानमंत्री करेंगे,जिसका उद्देश्य वाराणसी और उसके आसपास के क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति प्रदान करना है। यूपीएसआईडीए एग्रो पार्क करखियांव बनास काशी संकुल दूध प्रसंस्करण इकाई है,जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। इसके साथ ही बुनकरों के हित को ध्यान में रखते हुए उनके लिए सामान्य सुविधा केंद्र का उद्घाटन करेंगे,जिससे रेशमी कपड़ा छपाई में सुविधा हो।
वाराणसी में प्रधानमंत्री कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे,जिनमें कई शहरी विकास परियोजना,वाराणसी के सौंदर्यीकरण के लिए कई परियोजना शामिल है। इससे पार्कों के पुनर्विकास और तालाबों का कायाकल्प भी किया जाएगा।
वाराणसी के आध्यात्मिक और शहरी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दस आध्यात्मिक यात्राओं वाले पावन पथ,सार्वजनिक सुविधाओं का पुनर्विकास पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के पाँच पड़ाव पर इत्यादि कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
कपड़ा उद्योग क्षेत्र के विकास के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण के बुनियादी ढाँचे को मजबूती प्रदान करने के लिए वाराणसी में निफ्ट (राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान) की आधारशिला भी पीएम मोदी रखेंगे।
वाराणसी में प्रधानमंत्री एक नए मेडिकल कॉलेज और बीएचयू में नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग की आधारशिला रखेंगे। शहर में खेल के बुनियादी ढाँचे को मजबूत करने के लिए सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम फेज-1 और जिला राइफल शूटिंग रेंज का प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे।
एक कार्यक्रम का आयोजन काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता सभागार में किया जा रहा है,जिसमें पीएम मोदी हिस्सा लेंगे और छात्रों को पुरस्कृत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान 23.20 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे संग्रहालय की आधारशिला रखेंगे।यह भव्य और आधुनिक संग्रहालय का शिलान्यास संत रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर में किया जाएगा। यह संग्रहालय लोगों को 15वीं सदी के संत कवि की विरासत,उनके जीवन,शिक्षाओं और दर्शन से रू-ब-रू कराएगा।
